पिछले कुछ सालों में भारतीय खिलाड़ियों ने क्रिकेट की दुनिया के ऐसे रिकॉर्ड बना दिए हैं, जो अपने आप में एक मिसाल है।
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दारा सिंह भारतीय पहलवानी का वो सितारा थे जो अपने पूरे करियर में कभी नहीं हारे। 55 साल के रेसलिंग करियर में दारा सिंह ने लगभग 500 कुश्तियां लड़ी मगर पूरे विश्व में कोई भी पहलवान ऐसा नहीं था जो दारा सिंह को हराने का दमखम रखता था। अपने पूरे करियर में दारा सिंह ने विदेशों में जाकर भारतीय पहलवानी का डंका बजाया। उनको रुस्तम ए हिंद के नाम से भी जाना जाता है।
1928 में जन्मे दारा सिंह की शादी घरवालों ने कम उम्र में कर दी थी। उनके बारे में कहा जाता है कि वह दूध दही के साथ एक दिन में 100-100 बादाम खाते थे। उन्होंने अपने करियर की पहली प्रोफेशनल फाइट एक इटली के पहलवान के साथ लड़ी मुकाबला ड्रॉ रहा मगर मुकाबले में ज्यादातर समय वह ही हावी रहे थे।
1947 में वह पहलवानी में पूरी दुनिया जीतने निकल गए। मलेशिया के चैंपियन को हराकर के बाद उन्होंने दुनिया के और भी कई देशों में जाकर जीत हासिल की। लगातार 5 साल तक जीत हासिल करने के बाद 1952 में वह भारत वापस लौटे और इंडियन कुश्ती के चैंपियन बने। -
वनडे क्रिकेट में कई अनोखे रिकॉर्ड बनते हैं। कभी यहां सलामी बल्लेबाज शून्य पर आउट हो जाता है तो कभी दसवें या 11वें नंबर का बल्लेबाज़ अर्धशतक जमा देता है। हम आपके लिए लाए हैं एक दिलचस्प विश्लेषण जिसमें बताएंगे कि वनडे क्रिकेट में 1 से लेकर 11 नंबर तक के बल्लेबजों के सर्वाधिक स्कोर क्या हैं।
नंबर एक : वनडे क्रिकेट में नंबर एक पर बल्लेबाज़ी करते हुए सर्वाधिक स्कोर बनाने का रिकॉर्ड न्यूज़ीलैंड के मार्टिन गुप्टिल के नाम है। 2015 विश्व कप में वेलिंगटन में वेस्टइंडीज़ के खिलाफ खेलते हुए उन्होंने नाबाद 237 रनों की पारी खेली थी।
नंबर दो : भारत के सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा की श्रीलंका के खिलाफ खेली गई 264 रनों की पारी वनडे क्रिकेट में अब तक कि सबसे बड़ी पारी है। आपको बता दें उन्होंने यह पारी नंबर दो पर बल्लेबाज़ी करते हुए खेली थी।
नंबर तीन पर बल्लेबाज़ी करना बहुत जिम्मेदारी का काम है। जिम्बाब्वे के चार्लस कॉवेंट्री ने नंबर तीन पर आकर बांग्लादेश के खिलाफ नाबाद 194 रनों की पारी खेली थी। दक्षिण अफ्रीका के फॉफ डू प्लेसिस ने तीसरे नंबर पर आकर श्रीलंका के खिलाफ 185 रन बनाए थे। महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली दोनों ही नंबर तीन पर आकर 183-183 रनों की पारी खेल चुके हैं। नंबर चार पर आकर सबसे बड़ी पारी खेलने का रिकॉर्ड वेस्टइंडीज़ के महान बल्लेबाज़ विवियन रिचर्ड् -
आज के दौर में क्रिकेट के मैदान पर डीआरएस की अपनी एक ख़ास अहमियत है। कप्तान और टीम के लिए यह वो शस्त्र है जिसका इस्तेमाल करके कई बार मैच पलट जाता है। जहाँ डीआरएस ने खिलाड़ियों को काफी राहत पहुंचाई है वहीं इसकी एक कमज़ोर कड़ी भी है। वो है अम्पायर्स कॉल का फैसला। जब कभी भी मैदान पर डीआरएस के चलते अंपायर के नतीजे को चुनौती दी जाती है तो अंतिम निर्णय लेने के लिए थर्ड अंपायर ग्राउंड अंपायर के नतीजे को ज़ेहन में रखकर ही नतीजा सुनाता है। इसका मतलब यह हुआ कि ग्राउंड अंपायर के नतीजे को ज़्यादा तवज्जों दी जाती है। ऐसे में कहा जा सकता है कि डीआरएस लेने वाली टीम को पूरी तरह से न्याय नहीं मिल पाता है। लेकिन 1 अक्टूबर से अब ऐसा देखने को नहीं मिलेगा। अच्छी ख़बर यह है कि आईसीसी क्रिकेट कमेटी द्वारा मई में की गई सभी सिफारिशों को आईसीसी के मुख्य कार्यकारी समिति ने शुक्रवार को मंजूरी दे दी।
इस बाबत आईसीसी ने कहा कि एलबीडब्ल्यू को लेकर यह बदलाव एक अक्टूबर या फिर इस तारीख से ठीक पहले शुरू होने वाली ऐसी किसी सीरीज से लागू होगा जिसमें डीआरएस का इस्तेमाल होता हो। इन हालात में डीआरएस में अगर अम्पायर्स कॉल का फैसला आता है तो टीम का रिव्यू ख़राब नहीं होगा। इसके साथ ही आईसीसी ने टी-20 क्रिकेट के लिए भी डीआरएस के इस्तेमाल के लिए हरी झंडी दे दी है। आपको बता दें अभी तक टी-20 क्रिकेट में डीआरएस का प्रयोग नहीं किया गया है। -
वेस्टइंडीज के डेसमंड हैंस एक ऐसे बल्लेबाज़ रहे हैं जिनको लंबी बारी खेलने के लिए लिए जाना जाता था। नब्बे के दशक में हैंस अपने करियर के अंतिम दिनों में थे इस दौरान ब्रायन लारा और फिल सिमंस के साथ हैंस की सलामी जोड़ी काफी मशहूर रही और इन बल्लेबाजों ने कई साझेदारियां निभाई। हैंस के नाम आज भी अपने पदार्पण वनडे मैच में सबसे अधिक स्कोर बनाने का रिकॉर्ड है। 22 फरवरी 1978 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हैंस ने अपना पहला वनडे मैच खेलते हुए 148 रन बनाए थे। यह आज भी वर्ल्ड रिकॉर्ड है।
दूसरे नंबर पर दक्षिण अफ्रीका के कॉलिन इंग्राम हैं, जिन्होंने जिम्बाब्वे के खिलाफ 2010 में अपने पदार्पण मैच में 124 रन बनाए थे। मार्टिन गुप्टिल का नाम भी इस लिस्ट में हैं, जिन्होंने विंडीज़ के खिलाफ 2009 में अपने पदार्पण वनडे में ही 122 रनों की पारी खेली थी। डेब्यू वनडे में शतक बनाने का रिकॉर्ड अब तक 12 बल्लेबाज बना चुके हैं जिनमें एकमात्र भारतीय बल्लेबाज केएल राहुल हैं। राहुल ने 2016 में अपने करियर के पहले वनडे मैच में जिम्बाब्वे के खिलाफ हरारे में नाबाद 100 रन बनाए थे। -
एक वक़्त था जब इरफान पठान को एक ऐसे ऑलराउंडर के तौर पर देखा जाता था जिसकी दरकार भारतीय टीम को काफी लंबे समय से थी। 12 दिसंबर साल 2003 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट मैच में 19 साल के इस युवा तेज़ गेंदबाज़ को भारत की तरफ से सफ़ेद जर्सी पहनने का मौक़ा मिला। जोश और हुनर से लबरेज़ इस युवा खिलाड़ी के लिए ये बेहद ही खास लम्हा था। और हो भी क्यों ना, सिर्फ19 साल की उम्र में आप टीम इंडिया के लिए खेलें इससे बड़ी बात कुछ हो नहीं सकती। अपने करियर के शुरुआत में इरफान ने सभी को प्रभावित किया। स्मूथ एक्शन के साथ गेंद को दोनों ओर स्विंग करने की क़ाबलियत उनको दूसरे गेंदबाज़ों से अलग कर रही थी। पाकिस्तान के खिलाफ साल 2006 में उन्हीं की सरज़मीं पर खेलते हुए उन्होंने टेस्ट मैच के पहले ही ओवर में हैट्रिक लेकर मानो विश्व क्रिकेट में सनसनी मचा दी।
यह वो दौर था तब ऐसा लग रहा था कि इरफान लंबी रेस का घोड़ा साबित होंगे। लेकिन फिर एक वक़्त आया जब इरफान का करियर ढलान की ओर जाने लगा। सभी के समझ से परे था कि आखिर इस प्रतिभाशाली खिलाड़ी को अचानक हो क्या गया है। बात भी चिंता वाली थी क्योंकि जितनी तेज़ी से इरफान का करियर बुलंदियों की ऊंचाइयों तक पहुंचा उतनी ही जल्दी उनका अंतर्राष्ट्रीय करियर खत्म भी हो गया। यह सभी के लिए एक बड़ा सवाल था। अब जाकर इस सवाल का जवाब मिल गया है। -
जोश और जूनून के साथ जब कोई युवा क्रिकेटर खेल के मैदान पर कदम रखता है तो उसके दिल में सिर्फ एक हसरत होती है कि वो खेल के अपने इस शौक को एक ऐसा मुकाम दे जो दूसरों के लिए मिसाल बने। और मिसाल उनकी ही दी जाती है जो चैंपियन होते हैं। इन चैंपियंस को लंबा सफर तय करके अपने देश के लिए खेलने का गौरव प्राप्त होता है। यह वो पल होता है जब क्रिकेटर अपने सपने को हकीकत में तब्दील होते हुए देखता है। लेकिन पहले मैच में उम्मीदों और कुछ कर गुज़रने का दबाव इतना होता है कि खिलाड़ियों के लिए यह सबसे बड़ी चुनौती बन जाती है। यही वजह है कि होनहार से होनहार खिलाड़ी के भी पहले मैच में चलने की कोई गारंटी नहीं होती। इसके बावजूद वो मुकाबला उनके लिए यादगार रहता है। यहाँ हम आपको टीम इंडिया के मौजूदा पांच दिग्गज खिलाड़ियों के पहले अंतर्राष्ट्रीय एकदिवसीय मैच के प्रदर्शन की याद दिला रहे है :
युवराज सिंह : बहुत से लोगों को यह गुमान है कि युवराज सिंह ने अपना पहला एकदिवसीय मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था। लेकिन ऐसा नहीं है। टीम इंडिया के युवराज ने अपना पहला वनडे मुकाबला केन्या के खिलाफ 3 अक्टूबर साल 2000 में खेला था। नैरोबी में हुए उस मुकाबले में युवराज को बल्लेबाज़ी करने का मौक़ा नहीं मिला था। भारत ने केन्या के 209 के लक्ष्य को 42.3 ओवर में 2 विकेट खोकर ही हासिल कर लिया था। हालांकि कि युवराज ने इस मैच में 4 ओवर का छोटा स्पैल जरूर डाला था जिसमें उन्होंने 16 रन दिए थे। युवराज ने इस मुकाबले की कसर अगले मुकाबले में खिताब की प्रबल दावेदार माने जाने वाली ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पूरी की। -
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने अपने घरेलू सीजन का एलान कर दिया है। सितंबर से भारत की धरती पर क्रिकेट की दुनिया की बड़ी टीमें क़दम रखने वाली हैं जो टीम इंडिया से खेल के मैदान पर ज़ोर-आज़माइश करती हुई दिखाई देंगी। बीसीसीआई द्वारा जारी किए गए एलान के मुताबिक ऑस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैंड और श्रीलंका की टीम भारत का द्वारा करेंगी। आपको बता दें भारत का घरेलू सत्र इस बार भी लंबा रहने वाला है जिसमें टीम इंडिया सितंबर के अंत में शुरुआत करके दिसंबर के अंत तक तीन सीरीज में 23 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलेगी। ऑस्ट्रेलिया का भारत दौरा 17 सितंबर से 11अक्टूबर तक चलेगा जबकि न्यूज़ीलैंड का टीम के साथ घरेलू सीरीज 22 अक्टूबर से 7 नवंबर के बीच खेली जाएगी। वहीं श्रीलंका की टीम के साथ 15 नवंबर से 24 दिसंबर के बीच भारत की भिड़त होगी। घरेलू सीजन के बाद भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका के लिए रवाना हो जाएगी।
बीसीसीआई के कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी ने पत्रकारों से कहा कि “कई परिस्थितियों के कारण अभी मैचों की तारीख को तय नहीं किया गया है।” श्रीलंका दौरे को समय से पूर्व कराने पर चौधरी ने कहा कि “यह बदलाव इसलिए हुआ क्योंकि श्रीलंका मार्च में दक्षिण अफ्रीका से भारत की वापसी के बाद श्रीलंका में इंडिपेंडेंस कप का आयोजन कर रहा है। -
टीम इंडिया से बाहर चल रहे विकेटकीपर बल्लेबाज़ पार्थिव पटेल भारतीय टीम में वापसी करना चाहते हैं और इसके साथ ही उन्होंने 2019 में होने वाले विश्व कप टीम का भी हिस्सा बनने की भी ख़्वाइश ज़ाहिर की है। भारतीय टीम में अपने रोल को लेकर उन्होंने कहा है कि वो टीम इंडिया में किसी भी क्रम पर बल्लेबाजी करने के लिए तैयार हैं।
टीम इंडिया में अपनी वापसी को लेकर पार्थिव पटेल ने कहा, “मैं टीम में वापसी करके के लिए बेताब हूं। वापसी के बाद मैं किसी भी क्रम पर बल्लेबाजी कर सकता हूं, लेकिन ये टीम प्रबंधन के ऊपर है कि वो मुझसे किस क्रम पर बल्लेबाजी कराएं। मैं अपने अनुभव को युवा टीम के साथ साझा करना चाहता हूं।” इसके साथ ही पार्थिव ने 2019 में होने वाले विश्व कप में टीम इंडिया का हिस्सा बनने की भी इच्छा जताई। इस बाबत उन्होंने कहा, “अगर मुझे आगामी विश्वकप में टीम इंडिया का हिस्सा बनने का मौका मिला, तो ये मेरे लिए अच्छी बात होगी।” -
भारत के खिलाफ निमोनिया की वजह से पहले टेस्ट से बाहर हुए श्रीलंका के नवयुक्त टेस्ट कप्तान दिनेश चंडीमल अब फिट हो चुके हैं और अगर ख़बरों की माने तो वो दूसरे टेस्ट में खेलने के लिए अब पूरे तरह से तैयार हैं। उन्होंने कोलंबो में श्रीलंका टीम के साथ अभ्यास सत्र में भी भाग लिया। इसके साथ श्रीलंका टीम के मैनेजर असंका गुरुसिंहा ने यह साफ़ कर दिया कि चंडीमल 3 अगस्त से शुरू हो रहे दूसरे टेस्ट में खेलेंगे। चंडीमल के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा “चंडीमल दूसरा मैच खेलने के लिए सही लग रहा है। वह दो दिन से अभ्यास कर रहे है। मैने आज उनके साथ कुछ समय बिताया और वह होटल भी लौट आए हैं।”
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क्रिकेट खेल है भावनाओं का। इस खेल से जितना लगाव खिलाड़ियों को होता है उतना ही फैंस को भी। फैंस टीम के साथ अपने फेवरेट खिलाड़ियों को न सिर्फ चाहते हैं बल्कि उनको पूजते भी हैं। वो अपने फेवरेट खिलाड़ी के लिए दीवानगी की किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार रहते हैं। जब उनका चहेता खिलाड़ी टीवी स्क्रीन पर आता है तो फिर वो सारे काम भूल कर अपने हीरो को देखे में मगन हो जाते हैं। लेकिन जब यही हीरो ख़राब फॉर्म की वजह से टीम से बाहर कर दिए जाते हैं तो उनका दिल चकनाचूर हो जाता है। उनको इंतज़ार होता है तो उस पल का कि कब उनके फेवरेट खिलाड़ी की टीम में वापसी होगी। कई बार यह इंतज़ार जल्दी ख़त्म हो जाता है तो कभी यह इतना लंबा हो जाता है कि वक़्त काटे नहीं कटता। ख़ैर, यह चीज़े न तो खिलाड़ियों के हाथ में होती हैं और न ही फैंस के। तो आइए नज़र डालते हैं 5 ऐसे ही भारतीय खिलाड़ियों पर जिनकी वापसी का फैंस आज भी बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं :
गौतम गंभीर : इस लिस्ट में सबसे पहले नाम आना चाहिए सलामी बल्लेबाज़ गौतम गंभीर का। 35 वर्षीय गंभीर में अभी भी काफी क्रिकेट बची हुई है। यह बात उन्होंने इस साल के आईपीएल में भी साबित कर दी। कोलकाता नाईटराइडर्स टीम की तरफ से खेलते हुए गंभीर के बल्ले से आईपीएल के इस सीजन में 16 मैचों में 41.50 की औसत और 128.02 की स्ट्राइक रेट के साथ 498 रन निकले। इस दौरान उन्होंने 4 अर्द्धशतक भी जड़े। कुछ ऐसा ही रिकॉर्ड उनका आईपीएल के 2016 सीजन में भी रहा था। -
श्रीलंका के खिलाफ गॉल में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच में भारत की तरफ से शिखर धवन ने 168 गेंदों पर 190 रनों की लाजवाब पारी खेलकर टेस्ट क्रिकेट में शानदार वापसी की। अंतिम समय में श्रीलंका दौरे के लिए टीम इंडिया में शामिल किए गए धवन ने मिले मौक़े को दोनों हाथों से भुनाया। चैंपियंस ट्रॉफी की अपनी शानदार फॉर्म को इस बल्लेबाज़ ने क्रिकेट के लंबे प्रारूप में भी बरक़रार रखा और एक ऐसी पारी खेली जिसकी दरकार उनको लंबे समय से थी। गौरतलब है कि मुरली विजय के चोटिल होने की सूरत में धवन को आख़िरी समय में श्रीलंका दौरे की टेस्ट टीम में जगह मिली। जब उन्हें टेस्ट टीम में शामिल किया गया तो धवन अपने परिवार के साथ हांगकांग में छुट्टियां मना रहे थे और वहां से वो मेलबर्न जाने की तैयारी कर रहे थे। इस बात का खुलासा खुद धवन ने अपनी शतकीय पारी के बाद किया।
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एक वक़्त था जब सचिन तेंदुलकर और ग्लेन मैक्ग्रा के बीच क्रिकेट के मैदान पर बल्ले और गेंद की जंग देखने को मिलते थी। लेकिन अब समय काफी आगे निकल चुका है। सचिन और मैक्ग्रा दोनों ने क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। वक़्त इतना बदल गया है कि सचिन के बेटे अर्जुन तेंदुलकर अब क्रिकेट के मैदान पर सुर्खियां बटोर रहे हैं। यही वजह है कि इस बार मैक्ग्रा ने सचिन के बारे में बात नहीं करते हुए उनके बेटे अर्जुन तेंदुलकर के बारे में अपनी राय दी है। मैक्ग्रा ने अपनी इच्छा जताई है कि वो अर्जुन को गेंदबाज़ी करते हुए देखना चाहते हैं।
पत्रकार ने जब मैक्ग्रा से सचिन के बेटे अर्जुन के बारे में पूछा तो मैक्ग्रा ने कहा, “सचिन तेंदुलकर के बेटे? कितने साल के हैं वो (17), उनकी उम्र भी मेरे बेटे जितनी ही है। मैंने उन्हें कभी गेंदबाजी करते नहीं देखा लेकिन मैं उन्हें गेंदबाजी करते देखना चाहता हूं। मुझे पूरी उम्मीद है कि वो काफी अच्छा कर रहे होंगे और तेजी से सीख रहे होंगे। सचिन के बेटे तेज गेंदबाज बनना चाहते हैं। जब एमआरएफ पेस एकेडमी शुरू हुई थी तो वहां आने वालों में सचिन सबसे पहले शख्स थे।” -
गॉल के मैदान पर आज से भारत और श्रीलंका के बीच शुरू हो रहे पहले टेस्ट मैच में भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करने का निर्णय लिया है। तीन टेस्ट मैचों की सीरीज का यह पहला मैच है और दोनों टीमों की यही कोशिश होंगे कि इस टेस्ट मैच को जीतकर सीरीज में जीत के साथ आगाज़ किया जाए। भारत ने अपनी टीम में शिखर धवन और अभिनव मुकुंद को सलामी बल्लेबाज़ के रूप में अंतिम-11 में जगह दी है। लोकेश राहुल के फिट नहीं होने के कारण अभिनव मुकुंद को टीम में शामिल किया गया है। साथ ही हार्दिक पांड्या को अपना टेस्ट डेब्यू करने का मौका मिला है। वहीं कोहली ने टीम में स्टार बल्लेबाज़ रोहित शर्मा को शामिल नहीं किया है। जबकि पिछले कुछ समय से लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे युवा स्पिनर कुलदीप यादव को भी टीम में जगह नहीं दी गई है।
भारत की गेंदबाज़ी की बात करें तो कप्तान विराट कोहली ने टीम में दो स्पिनरों को खिलाने का निर्णय लिया है। रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा के रूप में भारत के पास दो विभिन्न प्रकार के स्पिनर टीम में शामिल किए गए हैं। वहीं इस मैच में दिनेश चांदीमल के फिट न होने की वजह से अनुभवी स्पिनर रंगना हेराथ के हाथों श्रीलंका टीम की कमान सौंपी गई है।
गॉल का मैदान भारत के लिए कुछ खास नहीं रहा है। दोनों देशों के बीच चार टेस्ट मैच इस मैदान पर खेले गए हैं और हर टेस्ट का नतीजा सामने आया है। चार टेस्ट में तीन बार बाजी श्रीलंका ने मारी जबकि भारत को सिर्फ एक मैच में जीत मिली। -
26 जुलाई से भारत और श्रीलंका के बीच तीन टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला टेस्ट गॉल के मैदान में खेला जाएगा। इस मुकाबले से पहले मीडिया से बात करते हुए टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने अपनी टीम के समीकरण के बारे में बात की। रोहित शर्मा के बल्लेबाज़ी क्रम के बारे में बात करते हुए कोहली ने उन कयासों पर विराम लगा दिया जिनमें यह कहा जा रहा था कि लोकेश राहुल की नामौजूदगी में रोहित शर्मा टीम में बतौर सलामी बल्लेबाज़ खेलेंगे। जब कोहली से यह पूछा गया कि क्या केएल राहुल के चोटिल होने पर रोहित शर्मा ओपनिंग करेंगे तो इस पर कोहली ने कहा ” टेस्ट क्रिकेट अलग होता है। रोहित ने टेस्ट में आज तक ओपनिंग नहीं की है और ऐसे में हम उनसे ओपनिंग कराकर जोखिम मोल नहीं लेना चाहेंगे। रोहित मिडिल ऑर्डर में अच्छा खेल रहे हैं और वो वहीं खेलेंगे।”
इसके साथ ही कोहली ने यह भी साफ़ कर दिया कि शिखर धवन और अभिनव मुकुंद गॉल टेस्ट में भारत के लिए ओपनिंग करेंगे। इस बाबत कोहली ने कहा “जब टीम के पास कई सारे ओपनर हैं तो हम कोई जोखिम मोल नहीं लेंगे। पहले टेस्ट में अभिनव मुकुंद और शिखर धवन ओपनिंग करेंगे।” पहले टेस्ट में लोकेश राहुल के न खेलने पर कोहली ने कहा, “राहुल हमारी टीम के बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक हैं। उन्हें बुखार है और वो पहले टेस्ट में टीम का हिस्सा नहीं होंगे। हालांकि राहुल की समस्या ज्यादा गंभीर नहीं है और वो जल्दी ही ठीक हो जाएंगे। राहुल ने टीम के लिए सभी फॉर्मेट में शानदार केल दिखाया है और हम उनके जल्दी फिट होने की उम्मीद कर रहे हैं।” -
क्रिकेट के एतेहासिक लॉर्ड्स मैदान पर भारतीय महिला क्रिकेट टीम को विश्व कप के फाइनल मुकाबले में मेजबान इंग्लैंड टीम के हाथों 9 रनों से हार का सामना करना पड़ा। इस हार के साथ ही टीम इंडिया का पहला महिला विश्व कप जीतने का सपना भी चकनाचूर हो गया। लेकिन जिस तरह से महिला भारतीय क्रिकेट टीम ने पूरे विश्व कप में बेहतरीन खेल दिखाया उससे उन्होंने सभी क्रिकेट प्रेमियों का दिल जीत लिया। विश्व कप में भारतीय टीम के फाइनल तक के सफर में अनुभवी तेज़ गेंदबाज़ झूलन गोस्वामी ने अहम भूमिका निभाई। महिला क्रिकेट पर बयान देते हुए झूलन ने कहा कि “भारतीय महिला टीम के अब तक के सफर को देखते हुए लग रहा है कि यह खेल को आगे ले जाने का बिल्कुल सही समय है।”
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भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज से पहले श्रीलंका ने मास्टर प्लान के तहत अपनी टीम के साथ दिग्गज खिलाड़ी को जोड़ने का फैसला लिया है। 26 जुलाई से शुरू हो रही 3 मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए दिग्गज तेज़ गेंदबाज़ चामिंडा वास को श्रीलंका टीम का गेंदबाज़ी कोच नियुक्त किया गया है। श्रीलंका बोर्ड ने शुक्रवार को इस बात की घोषणा करते हुए कहा “श्रीलंका क्रिकेट ने चांमिडा वास को भारत के खिलाफ सीरीज के लिए राष्ट्रीय टीम के गेंदबाजी कोच की जिम्मेदारी सौंपी है।”
बोर्ड ने आगे कहा, “इस सीरीज की शुरुआत 26 जुलाई से गॉल में होगी। पिछले साल अगस्त में गेंदबाजों के लिए आयोजित किए गए राष्ट्रीय कार्यक्रम के प्रमुख रहे वास को भारत के खिलाफ सीरीज से ठीक पहले मुख्य गेंदबाजी कोच के रूप में नियुक्त किया गया है।” 43 वर्षीय वास को चाम्पाका रामानायके की जगह श्रीलंका टीम का गेंदबाजी कोच बनाया गया है जिन्होंने हाल ही में जिम्बाब्वे के खिलाफ खेली गई सीरीज के बाद निजी कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। -
टीम इंडिया ने महिला विश्व कप के दूसरे सेमीफाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया को 36 रनों से मात देते हुए अपना विश्व कप फाइनल का टिकट पक्का कर लिया। टीम इंडिया की इस शानदार जीत में हरमनप्रीत कौर के धुआंधार 115 गेंदों में 171 रनों की पारी ने अहम भूमिका निभाई। अब भारतीय टीम का फाइनल में विश्व कप के ख़िताब के लिए मेज़बान इंग्लैंड टीम से मुकाबला होगा। फाइनल में इंग्लैंड से होने वाले मुकाबले को लेकर भारतीय टीम की कप्तान मिताली राज ने कहा “जाहिर तौर पर ये इंग्लैंड के लिए आसान नहीं होने वाला। लेकिन यह निर्भर करेगा कि हम उस दिन कैसा प्रदर्शन करते हैं। हमें वास्तव में अपनी योजना और रणनीति पर काम करना होगा क्योंकि हमें पहले मैच में हराने के बाद इंग्लैंड आजकल शबाब पर है। उन्होंने फाइनल में पहुंचने से पहले शानदार प्रदर्शन किया है, इसलिए मेज़बान के साथ उनके खुद के देश में खेलना चुनौती होगी।”
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26 जुलाई से शुरू हो रही 3 मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए टीम इंडिया श्रीलंका पहुंच चुकी है। इस दौरे से रवि शास्त्री बतौर हेड कोच टीम के साथ एक नई शुरुआत के लिए तैयार हैं। श्रीलंका पहुंचे ही उन्होंने अपना पहला लक्ष्य ज़ाहिर कर दिया है। यह लक्ष्य है टीम इंडिया को टेस्ट में नंबर एक पर बरक़रार रखना। कोलंबो में पत्रकारों से बात करते हुए शास्त्री ने कहा ” टेस्ट में टीम इंडिया को नंबर-1 पर काबिज रहना ही है हमारा पहला लक्ष्य है।
शास्त्री ने कहा, “मैं श्रीलंका में पहली बार 18 साल की उम्र में आया था, तब में भारत की अंडर-19 टीम का हिस्सा था. एक प्रसारणकर्ता के रूप में मेरा पहला दौरा 1992 में श्रीलंका का ही था। एक कोच के तौर पर भी मेरा पहला दौरा श्रीलंका का है।” श्रीलंका के साथ उन्हीं की सरज़मीं पर खेलने को लेकर शास्त्री ने कहा “श्रीलंका का घर में इतिहास काफी अच्छा है। अगर वह सर्वश्रेष्ठ नहीं हैं तो अच्छी टीम तो हैं। हम उनको हल्के में नहीं लेंगे और हमारी कोशिश नंबर-1 टीम का दर्जा कायम रखने की होगी। इसके अलावा हमारी कोशिश सुधार करने और नई चीजें सीखने की होगी।”
अपनी भूमिका को लेकर टीम इंडिया के हेड कोच ने कहा, “मेरा रोल खिलाड़ियों को उस मानसिकता में रखना होगा जिसके रहते वह मैदान पर जाएं और अपना सर्वश्रेष्ठ दें। यह सुनने में आसान लगता है, लेकिन है काफी मुश्किल।” -
बीसीसीआई ने टीम इंडिया के नवयुक्त हेड कोच रवि शास्त्री की सैलरी तय कर दी है। इसमें गौर करने वाली बात यह है कि शास्त्री को पूर्व कोच अनिल कुंबले से अधिक वेतन मिलेगा। ख़बरों के मुताबिक शास्त्री को सालाना करीब 8 करोड़ रुपये का वेतन दिया जाएगा। बात अगर कुंबले की सैलरी की करें तो उन्हें बीसीसीआई की तरफ से बतौर कोच 6.25 करोड़ रुपये सालाना वेतन दिया जाता था। इसका मतलब यह हुआ कि शास्त्री को कुंबले से हर साल तक़रीबन 1.5 करोड़ रुपये ज्यादा मिलेंगे।
आपको बता दें मई में ही तत्कालीन कोच अनिल कुंबले ने अपना वेतन बढ़ाए जाने की मांग की थी। उन्होंने बीसीसीआई से गुज़ारिश की थी कि उनकी सैलरी बढ़ाकर 7.50 करोड़ रुपये सालाना की जानी चाहिए। इस बात कि उम्मीद भी की जा रही थी कि बीसीसीआई उनकी इस सिफारिश को मंजूरी दे देगा। लेकिन उससे पहले ही कुंबले ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। ऐसे में अब इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि अब जब शास्त्री टीम इंडिया के नए कोच बने हैं तो उन्हें बढ़ा हुआ जो वेतन मिलने वाला है वो कुंबले की सिफारिशों का ही नतीजा है। -
एक वक़्त था जब सुब्रमण्यम बद्रीनाथ को भारतीय घरेलू क्रिकेट की रन मशीन कहा जाता था। इस खिलाड़ी के बल्ले से घरेलू क्रिकेट में काफी रन निकले जिसके बिनाह पर उन्हें अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेलने का भी मौक़ा मिला। लेकिन इंटरनेशनल क्रिकेट में बद्रीनाथ वो छाप छोड़ने में नाकामयाब रहे जिसके लिए वो घरेलू क्रिकेट में जाने जाते थे। अब इस खिलाड़ी ने यह फैसला लिया है कि वो इस साल घरेलू सीरीज में नहीं खेलेंगे। हालांकि उन्होंने इस बात को साफ़ कर दिया कि वो क्रिकेट से संन्यास नहीं ले रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वो इस साल तमिलनाडु प्रीमियर लीग में भी शिरकत करेंगे। फिलहाल 36 साल के इस खिलाड़ी ने क्रिकेट से कुछ दिनों तक दूरी बनाने का फैसला लिया है।
मीडिया से बात करते हुए बद्रीनाथ ने कहा “मुझे कुछ ऑफर मिले हैं लेकिन अभी तक मैंने इनको स्वीकार नहीं किया है। मुझे नहीं लगता कि मैं इस साल घरेलू सीरीज खेल पाऊँगा। मुझे पता है कि करियर के इस पड़ाव पर अब मुझे अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेलने का मौका नहीं मिलेगा। ” अपने इस बयान से बद्रीनाथ ने यह बात तो साफ़ कर दी कि उनकी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी की उम्मीद अब ख़त्म हो चुकी है। -
भारतीय क्रिकेट टीम का नया कोच कौन होगा? इसका जवाब सौरव गांगुली, सचिन तेंदुलकर और वीवीएस लक्ष्मण की सदस्यता वाली क्रिकेट सलाहकार समिति के 10 जुलाई को कोच पद के दावेदारों के साथ होने वाले इंटरव्यू के बाद मिल ही जाएगा। बहरहाल, इस दौड़ में भारतीय टीम के निदेशक रह चुके रवि शास्त्री का नाम सबसे आगे चल रहा है और क्रिकेट विशेषज्ञों के एक तबके ने यह मान भी लिया है कि शास्त्री ही भारतीय टीम के कोच बनेंगे। सवाल यह है कि शास्त्री के कोच बनने से भारतीय टीम के लिए क्या बदल जाएगा?
शास्त्री के साथ कोच पद की दौड़ में वीरेंद्र सहवाग, फिल सिमंस, वेंकटेश प्रसाद, रिचर्ड पाइबस, डोडा गणेश, लालचंद राजपूत और टॉम मूडी जैसे नाम हैं, लेकिन पलड़ा तो शास्त्री का ही भारी है। शास्त्री ने कोच पद के लिए आवेदन दिया है। सौरव गांगुली, सचिन तेंदुलकर और वीवीएस लक्ष्मण की क्रिकेट सलाहकार समिति 10 जुलाई को इंटरव्यू लेगी और इस तरह कोच का नाम तय किया जाएगा।
अगस्त 2014 से जून 2016 तक शास्त्री भारतीय टीम के निदेशक रह चुके हैं और कप्तान विराट कोहली से उनके बहुत अच्छे संबंध हैं। शास्त्री के मार्गदर्शन में भारत ने 2014 में इंग्लैंड के खिलाफ उसकी सरज़मीं पर वनडे सीरीज़ जीतने के बाद 2015 विश्व कप और 2016 विश्व टी20 के सेमीफाइनल में जगह बनाई थी। वैसे कामयाबी तो टीम इंडिया को अनिल कुंबले के कार्यकाल में भी बहुत मिली है। -
भारत और वेस्टइंडीज वनडे सीरीज के बाद आईसीसी ने अपनी रैंकिंग की घोषणा कर दी है। वेस्टइंडीज के खिलाफ 5 मैचों की वनडे सीरीज को 3-1 से जीतने के बावजूद टीम इंडिया को वनडे टीम रैंकिंग में झटका लगा है। टीम इंडिया को इस रैंकिंग में 2 अंकों का नुकसान हुआ है। हालांकि उनके स्थान पर कोई फर्क नहीं पड़ा है लेकिन उसके 2 अंक ज़रूर कम हो गए हैं। पहले टीम इंडिया वनडे रैंकिंग में 116 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर काबिज़ थी जबकि अब वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज खत्म होने के बाद टीम 114 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर कायम है। दरअसल, टीम इंडिया ने 5 मैचों की सीरीज को अपने नाम तो कर लिया लेकिन वो वेस्टइंडीज से एक मैच हार गई। आपको बता दें वेस्टइंडीज रैंकिंग में 9वें स्थान की टीम है, ऐसे में टीम इंडिया को इतने नीचे की रैंकिंग वाली टीम से हारने का खामियाज़ा अपने 2 अंक गवांकर उठाना पड़ा।
वनडे रैंकिंग में दक्षिण अफ्रीका टीम ने अपनी बादशाहत को कायम रखा हुआ है। वो 119 अंकों के साथ पहले नंबर पर मौजूद है। उसके बाद दूसरे स्थान पर भी ऑस्ट्रेलिया ने अपनी रैंकिंग को बरक़रार रखा हुआ है। ऑस्ट्रेलिया के भारत से सिर्फ 3 ही अंक ज़्यादा है। मतलब वो 117 अंकों के स्थान दूसरे पायदान पर काबिज़ है। वहीं इंग्लैंड टीम के भारत से सिर्फ 1 अंक कम है और वो चौथे स्थान पर मौजूद है। वहीं भारत के खिलाफ सीरीज खेलकर वेस्टइंडीज टीम को 1 अंक का फायदा हुआ जबकि उनके स्थान पर कोई फर्क नहीं पड़ा है और वो रैंकिंग में 78 अंकों के साथ 9वें पायदान पर है। -
अजिंक्य रहाणे की क़ाबलियत किसी से छुपी हुई नहीं है। इस बल्लेबाज़ में हुनर की कोई कमी नहीं लेकिन पिछले कुछ दिनों से इस बल्लेबाज़ के सितारे गर्दिश में चल रहे थे। बल्ले से जब रन न निकले और उसके बाद आपको बेंच पर बैठना पड़े तो इससे निराशाजनक बात नहीं हो सकती। ख़ासकर रहाणे जैसे हुनरमंद खिलाड़ी के लिए। रहाणे को चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टीम इंडिया की 15 सदस्यीय टीम में तो शामिल किया गया लेकिन उन्हें इस टूर्नामेंट में एक मैच भी खेलने का मौका नहीं मिला। उसके बाद वेस्टइंडीज दौरे के लिए जब रोहित शर्मा को आराम दिया गया तो तब जाकर रहाणे की अंतिम-11 में जगह बनी। इस मिले मौके को रहाणे ने दोनों हाथों से भुनाया। वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज में उनकी बल्लेबाज़ी देखकर ऐसा लगा मानो शायद उन्होंने जैसे पहले से ही ठान रखी थी कि वो इस मौके को हाथ से नहीं जाने देंगे। और प्रदर्शन भी ऐसा कि सीधे मैन ऑफ द सीरीज का ख़िताब अपने नाम किया। इस तरह से उन्होंने ये साबित कर दिया कि वो वनडे फॉर्मेट के फिट नहीं बल्कि हिट बल्लेबाज हैं।
वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे सीरीज में रहाणे का बल्ला ख़ूब गरजा। उन्होंने 5 मैच में 67.20 की शानदार औसत से 1 शतक और 3 अर्द्धशतक सहित कुल 336 रन बनाए। यह पहला मौक़ा है जब अपने वनडे करियर में अजिंक्य रहाणे ने मैन ऑफ़ द सीरीज का ख़िताब जीता है। -
एक वक़्त था जब इरफान पठान को एक ऐसे ऑलराउंडर के तौर पर देखा जाता था जिसकी दरकार भारतीय टीम को काफी लंबे समय से थी। 12 दिसंबर साल 2003 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट मैच में 19 साल के इस युवा तेज़ गेंदबाज़ को भारत की तरफ से सफ़ेद जर्सी पहनने का मौक़ा मिला। जोश और हुनर से लबरेज़ इस युवा खिलाड़ी के लिए ये बेहद ही खास लम्हा था। और हो भी क्यों ना, सिर्फ19 साल की उम्र में आप टीम इंडिया के लिए खेलें इससे बड़ी बात कुछ हो नहीं सकती। अपने करियर के शुरुआत में इरफान ने सभी को प्रभावित किया। स्मूथ एक्शन के साथ गेंद को दोनों ओर स्विंग करने की क़ाबलियत उनको दूसरे गेंदबाज़ों से अलग कर रही थी। पाकिस्तान के खिलाफ साल 2006 में उन्हीं की सरज़मीं पर खेलते हुए उन्होंने टेस्ट मैच के पहले ही ओवर में हैट्रिक लेकर मानो विश्व क्रिकेट में सनसनी मचा दी।
ये वो वक़्त था जब ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान ग्रेग चैपल टीम इंडिया के कोच थे। उनकी नज़र इरफान पर पड़ चुकी थी और इरफान की ऑलराउंड क़ाबलियत से वो काफी प्रभावित थे। यही वजह थी कि चैपल इस युवा खिलाड़ी को सिर्फ एक तेज़ गेंदबाज़ के तौर पर नहीं देख रहे थे। बल्कि इरफान में वो एक बल्लेबाज़ भी देख चुके थे और फिर वो उन्हें एक शुद्ध हरफनमौला खिलाड़ी बनाने पर आमादा हो गए। इरफान को चैपल नंबर 3 पर बल्लेबाज़ी के लिए भेजने लग गए और यहीं से इरफान का बतौर गेंदबाज़ पतन शुरू हो गया। नंबर 3 पर बल्लेबाज़ी करते हुए उन्होंने रन बनाए लेकिन इसका असर उनकी गेंदबाज़ी पर साफ़ झलकने लग गया। -
वनडे और टी-20 सीरीज जीतने के बाद इंग्लैंड जब बुधवार को साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट में लॉर्ड्स के मैदान पर उतरेगा तो उसकी कोशिश अपने दबदबे को कायम करते हुए विरोधी टीम पर दवाब बनाए रखना होगा। यह टेस्ट दोनों कप्तानों का रिएल्टी टेस्ट होगा जहां अनुभव की ढाल पर जीत की नींव रखने की कवायत की शुरुआत हो सकती है। इंग्लैंड के कप्तान जो रूट लॉर्ड्स में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट में मेजबान टीम की अगुवाई करेंगे। टीम में सलामी बल्लेबाज के रूप में शामिल एलिस्टेयर कुक के कप्तानी छोड़ने के बाद रूट को फरवरी में कप्तान बनाया गया था और कप्तान बदलने के बाद टीम पहली बार टेस्ट क्रिकेट खेलेगी। इंग्लैंड को उम्मीद है कि आस्ट्रेलिया के स्टीव स्मिथ और भारत के विराट कोहली की तरह कप्तानी यार्कशर के इस 26 वर्षीय बल्लेबाज को भी नयी उंचाइयों तक ले जाएगी। रूट के सामने सबसे बड़ी चुनौती 2016 में मिली आठ टेस्ट हार से टीम को उबारा होगा जिसमें भारत में 0-4 की शिकस्त भी शामिल है।
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वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड ने बड़ा फैसला लेते हुए विस्फोटक बल्लेबाज़ क्रिस गेल को वेस्टइंडीज में शामिल कर लिया है। भारत के खिलाफ 9 जुलाई को होने वाले एकमात्र टी-20 मुकाबले के लिए गेल की वेस्टइंडीज टीम में वापसी हुई। आपको बता दें गेल लंबे समय से टीम से बाहर चल रहे थे और उन्होंने वेस्टइंडीज के लिए अपना आख़िरी टी-20 मैच अप्रैल 2016 में खेला था।
क्रिकेट वेस्टइंडीज के चेयरमैन कर्टनी ब्राउन ने गेल की वापसी की जानकारी देते हुए मीडिया से बात की। इस बाबत ब्राउन ने कहा, ”टी-20 टीम में क्रिस गेल की वापसी का स्वागत करते हैं। गेल इस फॉर्मेट के सबसे खतरनाक बल्लेबाज हैं, गेल की वापसी से टीम को मजबूती मिलेगी। गेल के पास अपने घरेलू मैदान पर दुनिया की सबसे मजबूत टीम के खिलाफ अपना दमखम दिखाने का मौका होगा।” ब्राउन ने आगे कहा, ”टी-20 टीम संतुलित नजर आ रही है। टीम में अनुभव और युवा खिलाड़ियों का मिश्रण है। युवा खिलाड़ियों के पास अपनी काबीलियत साबित करने का मौका होगा। वहीं युवाओं के पास अनुभवी खिलाड़ियों से काफी कुछ सीखने का मौका होगा।” -
टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज़ शिखर धवन के बल्ले से इन दिनों रनों की बरसात हो रही है। चैंपियंस ट्रॉफी में अपने शानदार प्रदर्शन के बलबूते इस खिलाड़ी ने अपनी बल्लेबाज़ी का लोहा मनवाया। इसके साथ ही वेस्टइंडीज दौरे पर भी धवन अपनी शानदार फॉर्म को ज़ारी रखे हुए हैं। हाल ही में धवन ने अपने टेस्ट डेब्यू मैच की याद को ताज़ा करते हुए इस बात का खुलासा किया है कि वो ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध अपने टेस्ट डेब्यू के दौरान काफी घबराए हुए थे। इस बाबत धवन ने कहा “ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जब मैं अपने डेब्यू के दौरान बल्लेबाजी के लिए उतरा तो मैं घबराया हुआ था। मैं शांति से बल्लेबाजी करना चाहता था, लेकिन मेरे बल्ले से चौके निकल रहे थे। मैं समझ गया था कि मेरा शरीर डिफेंसिव खेलने के लिए मेरा साथ नहीं दे रहा था।”
धवन ने आगे कहा, ”मैंने फिर आक्रामक क्रिकेट खेलने की सोची और मैंने विश्व रिुकॉर्ड बना दिया।” धवन से पूछा गया कि क्या ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने उनके साथ स्लेजिंग की थी? तो उन्होंने कहा “मुझे उस दिन ऐसी किसी घटना के बारे में याद नहीं है। मैं अपनी क्रिकेट खेल रहा था, लेकिन हम जानते थे कि ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी स्लेजिंग के लिए मशहूर हैं। मैंने जब कवर ड्राइव खेला तो माइकल क्लार्क ने गेंद को रोक लिया और काफी तेजी से उन्होंने विकेटकीपर को गेंद वापस की। इसके बाद मैंने फिर से वही शॉट खेला और इस बार क्लार्क गेंद को रोक नहीं पाए।” -
ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेट बोर्ड और खिलाड़ियों के बीच पिछले काफी वक़्त से सैलरी को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। हाल ही में इस विवाद पर ऑस्ट्रलिया के एक टीवी चैनल पर लाइव शो के दौरान चर्चा की गई। लेकिन शो के दौरान उस समय घमासान मच गया जब ऑस्ट्रेलिया के दो पूर्व खिलाड़ी एड कॉवन और माइकल स्लेटर आपस में भिड़ गए। इस विवाद पर अलग राय रखने वाले इन दोनों खिलाड़ियों के बीच शो के दौरान जमकर बहसबाज़ी हुई।
ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट में पैसे के विवाद पर बात करते हुए शो के दौरान स्लेटर ने कहा, ”जब मैं खेलता था तो मुझे खेलने के पैसे मिलते थे। मैं कभी ये नहीं सोचता था कि मैं साझेदार हूं। क्योंकि मुझे महसूस होता था कि मैं भी साझेदार हूं और मुझे इससे कोई मतलब नहीं था कि मुझे कितने पैसे मिल रहे हैं।” स्लेटर के इस बयान पर पलटवार करते हुए कॉवन ने कहा, ”स्लेटर चैनल 9 में अपनी नौकरी बचा रहे हैं। मुझे इससे कोई मतलब नहीं है कि मुझे कितने रुपये मिलते हैं, लेकिन मेरा मानना है कि खेल के स्तर के लिए ये बेहद जरूरी है। मेरा मानना है कि दुनिया के किसी भी हिस्से में अब तानाशाही के लिए जगह नहीं है। इसलिए जरूरी है कि हम खिलाड़ियों और बोर्ड के बीच साझेदारी बनाए जिससे खेल का स्तर सुधर सके।” -
एंटीगा में भारत और वेस्टइंडीज के बीच खेले गए चौथे एकदिवसीय मैच में मेज़बान टीम ने भारत को 11 रनों से मात दी। इस तरह से 5 मैचों की सीरीज अब 2-1 पर आ गई है और भारत को यदि श्रृंखला जीतनी है तो उसे आखिरी मुकाबले में अब जीत हासिल करनी ही होगी। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने हार का कारण वेस्टइंडीज की उम्दा गेंदबाज़ी और अपनी टीम की ख़राब बल्लेबाज़ी को बताया। मैच के बाद मीडिया से बात करते हुए अपनी टीम की हार पर कोहली ने कहा “निश्चित रूप से हमने अच्छी गेंदबाजी की थी और वेस्टइंडीज को 189 रन पर रोक दिया था। हमारे शॉट का सेलेक्शन सही नहीं रहा। हमने महत्वपूर्ण विकेट महत्वपूर्ण स्थिति में गंवाएं। आपको गेम के दौरान लय बनाए रखनी होती है लेकिन हम ऐसा नहीं कर सके। इसका पूरा श्रेय इंडीज के गेंदबाजों को जाता है। उन्होंने बहुत कसी हुई गेंदबाजी करके हमारे बल्लेबाजों को गलतियां करने को मजबूर कर दिया।”
जब कोहली से पूछा गया कि क्या पिच भी हार की जिम्मेदार रही तो उन्होंने कहा ” मुझे नहीं लगता कि पिच को लेकर कुछ बहाना बनाया जा सकता है। वेस्टइंडीज की बॉलिंग और फील्डिंग दोनों ही कमाल की रही। हम बल्ले से अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके। गेम में ऐसा होता रहता है। हमारे लिए यह बीती बात है और हम अगले मैच पर नए सिरे से वापसी करेंगे।” -
क्रिकेट जगत के बड़े नाम मिस्बाह उल हक़, कुमार संगकारा और शिवनारायण चंद्रपॉल एक बार फिर से क्रिकेट के मैदान पर खेलते हुए दिखाई देंगे। इस बार मौक़ा इसलिए ख़ास है कि यह तीनों दिग्गज खिलाड़ी एक साथ एक टीम के लिए खेलते हुए दिखाई देंगे। दरअसल, इन तीनों ही खिलाड़ियों को 11 जुलाई को लॉर्ड्स में एमसीसी और अफगानिस्तान के बीच होने वाले एकदिवसीय मैच के लिए एमसीसी टीम में जगह दी गई है। हालांकि संन्यास के बाद संगकारा अभी भी क्रिकेट खेल रहे हैं लेकिन मिस्बाह उल हक़ संन्यास के बाद से ही क्रिकेट के मैदान से दूर हैं। ऐसे में अब उनके फैंस को उन्हें दोबारा देखने का मौक़ा है।
एक तरफ जहाँ एमसीसी की टीम में क्रिकेट जगत के दिग्गज खिलाड़ी एक साथ खेलते हुए दिखाई देंगे वहीं अफगानिस्तान टीम के लिए यह काफी बड़ा अवसर होगा। आपको बता दें क्रिकेट का मक्का कहे जाने वाले लॉर्ड्स मैदान पर अफगानिस्तान टीम का यह पहला मैच होगा। -
वेस्टइंडीज के खिलाफ तीसरे वनडे मुकाबले को 93 रनों से जीत कर टीम इंडिया ने सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त बना ली। भारत की इस जीत के नायक रहे महेंद्र सिंह धोनी जिन्होंने 79 गेंदों पर 4 चौके और 2 छक्के की मदद से नाबाद 78 रनों की मैच जीताऊ पारी खेली। इनको इस शानदार प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच ख़िताब से नवाज़ा गया। मैच के बाद धोनी ने खुद कहा कि समय के साथ-साथ उनका खेल और बेहतर होता जा रहा है।
इस बाबत धोनी ने कहा, “यह वाइन की तरह होता है, समय के साथ खेल और बेहतर होता जाता है। मुझे लगता है कि अबतक हमें ज्यादा मौके नहीं मिल रहे थे क्योंकि शीर्ष क्रम पिछले एक-डेढ़ साल से शानदार बल्लेबाजी कर रहा था। रन बनाना हमेशा ही अच्छा लगता है। अगर अगले मैच में हम इसी तरह की स्थिति में होंगे तो हम 15-20 रन अतिरिक्त बना सकते हैं।” पिच के बारे में बात करते हुए धोनी ने कहा, “पिच पर काफी उछाल और घुमाव था, उस समय साझेदारी की काफी जरूरत थी। मेरे दिमाग में 250 का स्कोर था। केदार ने काफी अच्छी बल्लेबाजी की। हमें पता था कि अगर हमारे हाथ में विकेट रहे तो हम 250 तक पहुंच सकते हैं। यह ऐसा स्कोर था जिसे गेंदबाज बचा सकते थे और मुझे खुशी हुई कि वो ऐसा कर पाए। उन्होंने अतिरिक्त फील्डर को घेरे के अंदर रखा था इसलिए हमें स्पिनर के खिलाफ संभलकर खेलना था।” -
भारत ने तीसरे वनडे मैच में वेस्टइंडीज को 93 रन हराकर पांच मैचों की श्रृंखला में 2-0 से बढ़त हासिल कर ली है। एम एस धोनी और केदार जाधव की शानदार पारी के बदौलत भारत ने वेस्टइंडीज के सामने 252 रन का लक्ष्य रखा था। जिसके जवाब में कैरिबियाई टीम 158 रन बनाकर ढेर हो गई। भारत के लिए यह जीत ऐतिहासिक है, क्योंकि विदेशी सरजमीं पर यह उसका 600वां वनडे था। इसी के साथ टीम इंडिया विदेशों में 600 या इससे अधिक वनडे खेलने वाली दूसरी टीम भी बन गई है। 78 रन की नाबाद पारी खेलने वाले महेंद्र सिंह धोनी को मैन ऑफ द मैच को चुना गया। धोनी,जाधव और रहाणे की शानदार पारियों के बाद भारतीय गेंदबाज़ों ने कमाल का प्रदर्शन किया जिसके बदौलत वेस्टइंडीज की टीम 38.1 ओवर में 158 रन पर आउट हो गई। भारत को पहली सफलता दूसरे ही ओवर में उमेश यादव ने इविन लुईस को क्लीन बोल्ड कर दिलवाई। इसके बाद अपना डेब्यू मैच खेल रहे काइल होप को भी पांड्या ने पवेलियन भेजकर वेस्टइंडीज को दूसरा झटका दे दिया। वेस्टइंडीज का तीसरा विकेट रोस्टन चेस का रहा, जिन्हे कुलदीप यादव ने 14 वें ओवर में बोल्ड कर दिया। लगातार विकेट गिरने के चलते वेस्टइंडीज पर दबाव बढ़ने लगा और संभल के खेल रहे शाई होप भी 17वें ओवर में पांड्या का शिकार बने। इसके बाद बल्लेबाजी के लिए आए कप्तान जेसन होल्डर भी ज्यादा देर टिक नहीं पाए और 20वें ओवर में अश्विन की गेंद पर धोनी के हाथों स्टंप आउट हो गए। होल्डर के रूप में वेस्टइंडीज को पांचवां झटका लगा। इसके बाद कप्तान जेसन होल्डर को अश्विन की वाइड गेंद पर धोनी ने शानदार स्टंपिंग कर पवेलियन भेज दिया। इसके बाद अश्विन और कुलदीप की फिरकी के आगे कैरेबियन बल्लेबाज़ बेबस नज़र आए और टीम ने लगातार अंतराल पर विकेट खोए। स्टार स्पिनर आर अश्विन ने 3 विकेट लेने के साथ ही वनडे क्रिकेट में अपने 150 विकेट पूरे किए। वहीं कुलदीप ने भी 3 विकेट झटके।
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विंबलडन सेमीफाइनल में टेनिस जगत के ‘बिग फोर’ के बीच मुकाबला देखने का सुनहरा अवसर आपको जल्द ही देखने को मिल सकता है। इसके तहत डिफेंडिंग चैंपियन एंडी मरे को विंबलडन सेमीफाइनल में दो बार के विजेता राफेल नडाल से भिड़ना पड़ सकता है जबकि रिकार्ड आठवें खिताब की कवायद में लगे रोजर फेडरर को तीन बार के चैंपियन नोवाक जोकोविच का सामना करना पड़ सकता है। शीर्ष वरीयता प्राप्त मरे सोमवार को अपने अभियान की शुरूआत क्वालीफायर के खिलाफ करेंगे जबकि दूसरी वरीयता प्राप्त जोकोविच स्लोवाकिया के माटर्नि क्लिजान से भिड़ेंगे। उन्हें तीसरे दौर में जुआन माटर्नि डेल पोत्रो का सामना करना पड़ सकता है। तीसरी वरीयता प्राप्त फेडरर यूक्रेन के अलेक्सांद्र डोलगोपोलोव के खिलाफ अपने अभियान की शुरूआत करेंगे जबकि फ्रेंच ओपन विजेता नडाल आस्ट्रेलिया के जान मिलमैन से भिड़ेंगे। मरे अगर पहले दौर में जीत जाते हैं तो उन्हें दूसरे दौर में पुर्तगाल के जोओ सोसा का सामना करना पड़ सकता है और तीसरे दौर में उनके सामने डस्टिन ब्राउन हो सकते हैं। जर्मन खिलाड़ी ब्राउन ने 2015 में नडाल को हराया था।
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क्रिकेट के खेल में असंभव जैसे शब्द के कोई मायने नहीं और जब कोई कमज़ोर आंके जाने वाली टीम बड़ा उलटफेर करती है तो यह वाकई अद्भुत नज़ारा होता है। कुछ ऐसा ही देखने को मिला जब जिम्बाब्वे ने श्रीलंका को उसी की सरजमीं पर 300 रन से अधिक के स्
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टीम इंडिया के पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ अगले दो सालों के लिए इंडिया-ए और इंडिया अंडर-19 टीम के कोच बने रहेंगे। इस बात की घोषणा आज बीसीसीआई ने अपने ट्विटर अकाउंट पर की। इसका मतलब यह हुआ कि द्रविड़ अब राष्ट्रीय टीम के कोच नहीं बनेंगे। अनिल कुंबले के टीम इंडिया के कोच के पद से इस्तीफा देने के बाद से ही इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि द्रविड़ को टीम इंडिया का मुख्य बनाया जा सकता है। लेकिन अब इंडिया-ए और इंडिया अंडर-19 टीम के कोच के पद का कार्यकाल बढ़ा कर बीसीसीआई ने यह साफ़ कर दिया है कि द्रविड़ टीम इंडिया के कोच के पद की रेस में शामिल नहीं है।
गौरतलब है कि द्रविड़ को साल 2015 में इंडिया-ए और अंडर-19 टीम का कोच नियुक्त किया गया था और उनके कार्यकाल के दौरान इंडिया-ए और अंडर-19 टीम ने शानदार प्रदर्शन किया है। उनके कोच रहते इंडिया अंडर- 19 टीम ने विश्व कप में ईशान किशन कप्तानी में फाइनल तक का सफर तय किया। इतना ही नहीं बतौर कोच द्रविड़ की पहली ही सीरीज में इंडिया-ए ने ऑस्ट्रेलिया में त्रिकोणीय सीरीज पर अपना कब्ज़ा जमाया था। -
कंधे की चोट के कारण टीम इंडिया से बाहर चल रहे सलामी बल्लेबाज़ केएल राहुल अब अपनी चोट से उबर चुके हैं। इस बात का सबूत उन्होंने खुद अपने ट्विटर अकाउंट में अपनी एक वीडियो पोस्ट करके दिया। इस वीडियो में साफ़ तौर पर देखा जा सकता है कि राहुल नेट पर बल्लेबाज़ी कर रहे हैं। इसका मतलब यह हुआ कि वो अब कंधे की चोट से उबर चुके हैं और दोबारा मैदान पर बल्लेबाज़ी करने के लिए अपने आपको तैयार कर रहे हैं। इस वीडियो में राहुल पूरी लय में दिखाई दे रहे हैं और दिलकश शॉट्स खेल रहे हैं।
राहुल का नेट पर वापस लौटना श्रीलंका दौरे से पहले टीम इंडिया और कप्तान विराट कोहली के लिए यक़ीनन एक अच्छी खबर है। आपको बता दें वेस्टइंडीज के बाद टीम इंडिया को श्रीलंका का दौरा करना है जहाँ उन्हें 3 टेस्ट, 5 एकदिवसीय और 1 टी-20 मुकाबला खेलना है। 26 जुलाई से भारत का श्रीलंका दौरा शुरू हो रहा है। इन हालत में अब ऐसा लगता है कि केएल राहुल ने इस दौरे के लिए अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। गौरतलब है कि राहुल को भारत-ऑस्ट्रेलिया सीरीज के दौरान कंधे में चोट लग गई थी जिसकी वजह से उन्हें आईपीएल और चैंपियंस ट्रॉफी से बाहर होना पड़ा। -
वनडे क्रिकेट में यह माना जाता रहा है कि है कि पारी की शुरुआत भले ही धीमी हो, लेकिन विकेट हाथ में होने चाहिए जिससे अंतिम ओवरों में तेज़ी से रन बनाए जा सकें। वनडे क्रिकेट में यह फॉर्मूला पुराना है और सभी टीमें इसे अपनाती भी थीं, यही वजह है कि 15 ओवरों तक फील्डिंग रिस्ट्रिक्शन होने के बावजूद बल्लेबाज़ी करने वाली टीमें अधिक रन बनाने पर ध्यान नहीं देती थी। बस किसी तरह विकेट हाथ में रहें तो अंतिम ओवरों में रन जुटाए जाएं।
90 के दशक तक गेंद और बल्ले के बीच बराबर का मुकाबला होता था। यानी वनडे क्रिकेट के नियमों में एक संतुलन था जो गेंदबाज और बल्लेबाज़ दोनों को ही बेहतर खेल दिखाने के समान अवसर देता था, लेकिन फिर वनडे क्रिकेट को रोचक बनाने के प्रयास किए गए और इसका स्वरूप बदला। बदलाव के नाम पर हाई स्कोरिंग मैच करवाने का लक्ष्य बनाया गया, जिससे अधिक से अधिक दर्शक खेल में रूचि लें। सफेद गेंद से खेल होने लगा, फील्डिंग रिस्ट्रिक्शन का फायदा बल्लेबज़ उठाने लगे और बेसिक्स से अलग लॉफ्टेड शॉट्स अधिक देखने को मिले। साथ ही पिच भी बल्लेबाजों के फेवर की बनाए जाने लगीं। वनडे क्रिकेट में रोचकता लाने के लिए किए गए बदलावों ने खेल को पूरी तरह बल्लेबाजों के पक्ष में झुका दिया। एक समय वह भी आया कि गेंदबाज़ विकेट लेने के बजाय इस बात पर ध्यान क्रेंदित करने लगे कि मार खाने से कैसे बचा जाए?
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अनिल कुंबले के टीम इंडिया के कोच के पद से इस्तीफा दिए हुए एक सप्ताह से भी ज़्यादा का समय बीत गया है लेकिन अभी भी यह मामला सुर्ख़ियों में बना हुआ है। बीसीसीआई जहां टीम इंडिया का अगला कोच चुनने के लिए माथा-पच्ची कर रहा है वहीं दूसरी तरफ टीम इंडिया वेस्टइंडीज में वनडे सीरीज में ज़ोर-आज़माइश में लगी हुई है। 5 मैचों की वनडे सीरीज में भारत 1-0 से आगे चल रहा है और 30 जून को होने वाले तीसरे मुक़ाबले में फतह हासिल करके उसकी नज़रें सीरीज में अपनी पकड़ और मज़बूत बनाने पर होगी। इस मैच से पहले मीडिया से बात करते हुए भारतीय कप्तान विराट कोहली ने कहा कि उनका या टीम का ध्यान कोच की तरफ नहीं है बल्कि हमारा पूरा फोकस जीत के ऊपर है। उन्होंने इसके साथ ही कहा कि कोच का चुनाव बीसीसीआई कर लेगी।
इस बाबत कोहली ने कहा, ”फिलहाल हम वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज खेल रहे हैं और हमारा पूरा ध्यान सीरीज जीतने पर है। कोच की जिम्मेदारी बीसीसीआई की है और उसके लिए वो लगातार काम कर रही है। बतौर टीम हमारा ध्यान सिर्फ सीरीज जीतने पर है और इसके अलावा हम किसी और चीज के बारे में नहीं सोच रहे।” इसी दौरान कोहली से पूछा गया कि क्या कोच चुने जाने की प्रक्रिया के दौरान वो बीसीसीआई को अपनी राय देंगे। इस सवाल पर उन्होंने कहा, ”व्यक्तिगत तौर पर मैं कोई सलाह नहीं देना चाहूंगा लेकिन अगर बीसीसीआई हमसे कुछ पूछेगी तो टीम की आवाज के तौर पर सलाह दे सकता हूं। हम पूरी प्रक्रिया का सम्मान करते हैं।” -
शिखर धवन के नाम आईसीसी के बड़े टूर्नामेंट में कई रिकॉर्ड दर्ज हैं। साल 2004 में जब वे पहली बार आईसीसी के अंडर-19 वर्ल्ड कप टूर्नामेंट में उतरे थे तो उन्होंने अपने बल्ले की धमक से सभी को अपना कायल बना लिया था। तब से लेकर चैंपियंस ट्रॉफी 2017 तक आईसीसी के हर बड़े टूर्नामेंट में धवन ने काफी रन बटोरे हैं। धवन चैपियंस ट्रॉफी में सबसे सफल भारतीय बल्लेबाज़ हैं।
2004 में अंडर-19 वर्ल्ड कप खेलते हुए धवन ने सात पारियों में 84.16 की औसत से 505 रन बनाए। भारतीय टीम के इस ‘गब्बर’ खिलाड़ी को आईसीसी का बड़ा टूर्नामेंट खेलने का मौका चैंपियंस ट्रॉफी 2013 में मिला जहां उन्होंने एक बार फिर अपने बल्ले की चमक बिखेरी और वेस्टइंडीज और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शतकीय प्रहार किए। 2015 वर्ल्ड कप में 56.16 की औसत से धवन ने 337 रन बनाए और एक बार फिर आईसीसी के बड़े टूर्नामेंट में अपने नाम का झंडा फहरा दिया। इस दौरान दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उनका शतक और पाकिस्तान के खिलाफ 73 रनों की पारी की खूब सराहना की गई। -
मनोज तिवारी और गौतम गंभीर के बीच झगड़े से तो सभी वाकिफ़ है। साल 2015 में रणजी सीजन में एक मैच के दौरान इन दोनों खिलाड़ियों के बीच जमकर बहसबाज़ी हुई थी। इस बात को मीडिया ने भी काफी तवज्जो दी थी और काफी दिनों तक यह मामला सुर्ख़ियों में रहा था। अब करीब 2 साल बाद मनोज तिवारी ने एक बार फिर से इस मामले को याद किया है। इस घटना के बारे में बात करते हुए मनोज ने कहा ”लोग अक्सर उस घटना के लिए मुझे जिम्मेदार मानते हैं। लोगों का मानना है कि मैं बेवजह ही गंभीर से उलझ गया था लेकिन ये गलत है।”
तिवारी ने आगे कहा, ”आजकल हर घरेलू मैच की रिकॉर्डिंग होती है और आप रिकॉर्डिंग देख सकते हैं कि उस दिन क्या हुआ था। मीडिया के लोग उस दिन ग्राउंड के अंदर थे और उन्होंने आवाजें सुनी थीं और हर कोई जानता है कि उस दिन किसने क्या किया था।” गौरतलब है कि साल 2015 में दिल्ली के फ़िरोज़शाह कोटला मैदान पर बंगाल और दिल्ली के बीच खेले गए रणजी मैच के दौरान मनोज तिवारी जब बल्लेबाज़ी कर रहे थे तो दिल्ली के कुछ खिलाड़ियों के साथ उनकी बहस हो गई जिसमें दिल्ली के कप्तान गौतम गंभीर भी शामिल थे। -
ऑस्ट्रेलिया के कप्तान स्टीवन स्मिथ ने अपनी गर्लफ्रेंड के साथ सगाई कर ली है। अमेरिका में छुट्टियां मना रहे स्टीवन स्मिथ ने अपनी गर्लफ्रेंड डैनी विलिस के साथ वहीं पर सगाई की। इस बात की जानकारी उन्होंने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर अपनी मंगेतर के साथ फोटो शेयर करते हुए दी। स्मिथ ने फोटो शेयर करते हुए लिखा “आज मैं अपने एक घुटने पर बैठ गया और डैनी विलिस ने कहा ‘हां’। हम दोनों ने सगाई कर ली है।”
आपको बता दें स्मिथ और विलिस दोनों एक-दूसरे को क़रीब 5 साल से डेट कर रहे हैं। सगाई के बाद अब उम्मीद है कि यह दोनों जल्द ही शादी के बंधन में बंध जाएंगे। चैंपियंस ट्रॉफी के बाद फुर्सत के पलों में स्मिथ इनदिनों अमेरिका में अपनी पार्टनर के साथ छुट्टियों का लुत्फ़ उठा रहे हैं। हाल ही में उन्होंने न्यूयॉर्क में बेसबॉल भी खेला जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल भी हुआ। गौरतलब है कि स्मिथ की अपनी पार्टनर डैनी विलिस के साथ पहली बार मुलाकात साल 2011-12 में बिग बैश लीग के पहले सीजन के दौरान हुई थी। तभी से दोनों के बीच अटूट रिश्ता बना हुआ है। -
वनडे क्रिकेट का स्वरूप तेज़ी से बदला है। पिछले कुछ सालों की तुलना में वर्तमान में वनडे क्रिकेट बहुत अलग हो चुकी है। वनडे क्रिकेट में किसी बल्लेबाज़ के द्वारा अपने करियर में 10 हज़ार रन बनाना बहुत बड़ी उपलब्धि है। अब तक वनडे क्रिकेट के इतिहास में केवल 11 बल्लेबाज़ ही वनडे क्रिकेट में 10 हज़ार रन पूरे कर पाए हैं। आने वाले दिनों में पांच और बल्लेबाज़ इस फेहरिस्त में शामिल हो सकते हैं, जिनमें से तीन भारतीय बल्लेबाज़ हो सकते हैं।
वनडे क्रिकेट में 10 हज़ार रन बनाने वाले 11 बल्लेबाजों में भारत के तीन बल्लेबाज़ शामिल है, जिनमें सचिन तेंदुलकर 18426 रन बनाकर शीर्ष स्थान पर हैं। सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ क्रमश: 11363 और 10889 रन बनाकर आठवें और नौंवें क्रम पर हैं। आने वाल दिनों में महेंद्र -
भारत और वेस्टइंडीज के बीच चल रही 5 मैचों की वनडे सीरीज के लिए आख़िरी के 3 मैचों के लिए मेज़बान वेस्टइंडीज़ टीम का एलान कर दिया गया है। शुरुआत के दो मुकाबलों के बाद सीरीज में 0-1 से पीछे चल रही वेस्टइंडीज टीम में दो बदलाव किए गए हैं। श्रृंखला के बाक़ी मैचों के लिए काइल होप और सुनील एम्ब्रिस को जगह दी गई है। इन दोनों खिलाड़ियों को जॉनाथन कार्टर और केसरिक विलियमसन के स्थान पर शामिल किया गया है।
आपको बता दें इन दोनों ही खिलाड़ियों को वेस्टइंडीज के लिए डेब्यू करना है। इन दोनों ही खिलाड़ियों ने हाल ही में घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया जिसके कारण उन्हें राष्ट्रीय टीम में मौक़ा मिला। 28 साल के काइल होप विकेटकीपर शाई होप के भाई हैं और 24 साल के एम्ब्रिस विकेटकीपर बल्लेबाज़ हैं। इन दोनों खिलाड़ियों के चयन पर वेस्टइंडीज के चयनकर्ता कर्टनी ब्राउन ने कहा, ”सुनील एम्ब्रिस और काइल होप ने घरेलू मैचों में शानदार खेल दिखाया है। काइल ने श्रीलंका दौरे के दौरान वेस्टइंडीज ए की तरफ से सलामी बल्लेबाज की भूमिका निभाई थी और उस दौरान उन्होंने बेहतरीन बल्लेबाजी की थी।” -
श्रीलंका के महान गेंदबाज़ लसिथ मलिंगा को करारा झटका लगा है। दरअसल, उन पर 6 महीने का प्रतिबंध लगा दिया गया है। आपको बता दें उन पर यह प्रतिबंध अनुशासनात्मक जांच के तहत कॉन्ट्रेक्ट के उल्लंघन करने पर लगाया गया है। मलिंगा पर यह आरोप है कि उन्होंने बिना अनुमति के मीडिया से बात की और खेल मंत्री पर विवादित बयान दिया। गौरतलब है कि मलिंगा ने चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान श्रीलंका के खेल मंत्री दयासिरी जयासेकारा के बयान पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि जिन्हें खेल की जानकारी नहीं होती वो इस तरह की बयानबाजी करते हैं। मलिंगा का यह बयान चैंपियंस ट्रॉफी में मिली हार के बाद आया था। मंत्री पर इस टिप्पणी के बाद श्रीलंका बोर्ड ने उन पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की।
मंत्री पर किए गए विवादित बयान के बाद सेक्रेटरी मोहन डी सिल्वा, एशले डी सिल्वा और अनुशासनात्मक समिति के चेयरमैन एसेला रेकावा की जांच समिति ने मलिंगा को दोषी मानते हुए उनको सज़ा सुनाई। वहीं इस बाबत खुद मलिंगा ने भी अपनी गलती को स्वीकार किया और औपचारिक माफी भी मांगी। 6 महीने के प्रतिबंध के साथ मलिंगा को अपने अगले एकदिवसीय मैच की 50% फीस जुर्माने के तौर पर देनी होगी। हालांकि मलिंगा आगामी ज़िम्बावे सीरीज के लिए टीम के चयन के लिए उपलब्ध रहेंगे। -
भारतीय क्रिकेट फैन का चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में पाकिस्तान से मिली हार का ज़ख्म अभी हरा ही था
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भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मुकाबले की अपनी एक अलग ही बात है। चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान दर्शकों ने एक नहीं बल्कि दो बार इस हाई-वोल्टेज मुकाबले का लुत्फ़ उठाया। लेकिन इसके साथ ही फैंस को उस समय मायूसी भी हाथ लगी जब भारत सरकार की तरफ से यह साफ़ कर दिया गया कि दोनों देशों के बीच हाल-फिलहाल में द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेली जाएगी। लेकिन हो सकता है जल्द ही भारत के खिलाड़ी हमें पाकिस्तान में खेलते हुए दिखाई दें। जी हां, अगर ख़बरों की माने तो आईसीसी ने पाकिस्तान बनाम विश्व इलेवन टी-20 सीरीज पाकिस्तान में आयोजित करने का मन बना लिया है। और यह बात तो लाज़मी है कि विश्व इलेवन टी-20 टीम में भारत के खिलाड़ियों को ज़रूर शामिल किया जाएगा। ऐसे में यह बात साफ़ हो जाती है कि भारत के खिलाड़ी पाकिस्तान में खेलेंगे।
लंदन में हुई आईसीसी की सालाना बैठक के बाद कहा गया कि आईसीसी अपनी विश्व एकादश टीम को सीरीज के लिए लाहौर भेजने पर विचार कर रही है। इस बैठक के बाद आईसीसी ने विश्व एकादश और पाकिस्तान के बीच 3 टी-20 मैचों की सीरीज के आयोजन का समर्थन किया है ताकि पाकिस्तान में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को दोबारा बहाल किया जा सके। -
पिछले कुछ दिनों से भारतीय क्रिकेट में काफी उथल-पुथल मची हुई है। अनिल कुंबले के टीम इंडिया के कोच के पद से इस्तीफा देने के बाद से ही मानो बवाल मच गया है। बात तब हाथ से निकल गई जब कुंबले ने खुले आम यह कह दिया कि टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली से उनके रिश्ते ख़राब थे। इसी के परिणामस्वरूप वो कोच के पद से त्याग दे रहे हैं। अब बीसीसीआई इस मुद्दे को ठंडा करने में लगा हुआ है। अब प्रशासकों की समिति के प्रमुख विनोद राय ने बतौर कोच अनिल कुंबले के काम की तारीफ़ की है। कुंबले की तारीफों के कसीदे पढ़ते हुए राय ने कहा कि वह बेहतरीन कोच रहे और हम सुनिश्चित करेंगे कि भारतीय टीम में एकजुटता रहे।
राय ने कुंबले-कोहली विवाद पर कहा, “अगर दो व्यक्तियों को चौबीसों घंटे और सातों दिन एक साथ रखा जाता है तो उनकी पेशेवर राय में मतभेद हो सकता है, इसमें कोई दो राय नहीं है? उनका अनुबंध एक साल के लिए था। वह काफी परिपक्व व्यक्ति हैं, उन्होंने यह फैसला किया कि बस बहुत हो गया। कप्तान को ही मैदान पर खेलना है, क्या आख़िरकार ऐसा नहीं है? उन्होंने कहा, “कुंबले की भूमिका पूरी तरह से त्रुटिहीन थी। उन्होंने बतौर कोच बेहतरीन काम किया। हम इतने ही पेशेवर लोगों के साथ रहेंगे ताकि सुनिश्चित हो कि कप्तान, मैनेजर और टीम में सांमजस्य रहे। -
रोहित शर्मा और शिखर धवन ने वनडे क्रिकेट में भारतीय टीम के लिए कई महत्वपूर्ण साझेदारियां निभाई हैं। हाल ही में हुई चैंपियंस ट्रॉफी में भारत की इस सलामी जोड़ी ने चैंपियंस ट्रॉफी के इतिहास में सबसे अधिक रन जोड़ने का रिकॉर्ड बनाया। धवन और रोहित ने वेस्
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अनिल कुंबले के कोच के पद से इस्तीफा देने के बाद टीम इंडिया बिना कोच के ही वेस्टइंडीज दौरे पर क्रिकेट खेल रही है। टीम में कोच का योगदान अहम होता है लेकिन हम सभी भारतीय क्रिकेट में हाल ही में हुए उथल-पुथल से वाकिफ़ हैं। टीम को बिना कोच के खेलना एक मज़बूरी कहा जा सकता है। लेकिन यह मज़बूरी ज़्यादा दिनों तक रहने नहीं वाली। ऐसा नहीं है कि बिना कोच के टीम इंडिया पहली बार खेल रही है। इससे पहले भी कई मौक़े आए जब टीम इंडिया को कोच का साथ नहीं मिला। इस मुद्दे पर विराट कोहली ने कोच राजकुमार शर्मा ने एएनआई से बात करते हुए कहा कि भारतीय क्रिकेट टीम अनिल कुंबले की अनुस्थिति में प्रभावित नहीं होगी।
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भारतीय कप्तान विराट कोहली और अनिल कुंबले के बीच जो कुछ भी हुआ उसमें कुंबले के सम्मान को ठेंस पहुंची, लेकिन इस पूरे घटनाक्रम की भूमिका तो तभी बन गई थी, जब कुंबले का नाम भी कहीं नहीं था। कोहली और कुंबले के बीच तथाकथित मतभेद का मूल कारण वे परिस्थितियां हैं जो कुंबले के हेड कोच बनने से पहले बनीं। कुबंले के कोच नियुक्त होने से पहले रवि शास्त्री टीम के मैनेजर थे और कहा जा रहा था कि विराट कोहली शास्त्री को ही टीम का हेड कोच चाहते हैं, लेकिन कोच नियुक्त करने की प्रक्रिया में उनसे राय नहीं ली गई। मई 2016 में बीसीसीआई ने कोच के लिए आवेदन आमंत्रित किए जिसमें शर्त यह थी कि आवेदक को प्रथम श्रेणी या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कोचिंग का अनुभव होना चाहिए। कुंबले उन 57 आवेदकों में थे, जिन्होंने कोच के लिए आवेदन किया था।
इन 57 आवेदकों में से सौरव गांगुली, सचिन तेंदुलकर और वीवीएस लक्ष्मण की सदस्यता वाली क्रिकेट बोर्ड की सलाहकार समिति ने 21 सदस्यों को शॉर्टलिस्ट किया। इन 21 आवेदकों में अनिल कुंबले का नाम भी था जो इसलिए चौकाने वाला था क्योंकि बोर्ड की शर्त के अनुसार कुबंले न तो प्रथम श्रेणी स्तर पर और न ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कोच रहे हैं, फिर उनका नाम शॉर्टलिस्ट कैसे हो गया? बोर्ड ने आख़िर क्यों अपने ही बनाए नियमों को तोड़ा? क्या कुंबले को किसी तरह का फेवर किया गया? -
विश्व क्रिकेट में इन दिनों अफगानिस्तान के 18 वर्षीय लेग स्पिनर राशिद खान की काफी धूम मची हुई है। इस खिलाड़ी के हुनर का हर कोई गुणगान कर रहा है। अफगानिस्तान के हेड कोच लालचंद राजपूत भी उन्हीं में से एक हैं। लालचंद ने तो राशिद की तुलना मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर से कर डाली है। राशिद की तारीफ़ करते हुए उन्होंने कहा कि यह स्वाभाविक प्रतिभा गेंदबाजी पर राज करेगी।
राशिद के बारे में राजपूत ने आगे कहा “वे इसमें एक नए बच्चे हैं। उनके पास प्राकृतिक क्षमताएं हैं। इस प्रकार की चीजें कुछ लोगों के पास ही होती है। जैसे सचिन तेंदुलकर क्रिकेट पर राज करने के लिए ही पैदा हुए। यह लड़का भी निश्चित रूप से गेंदबाजी में राज करेगा। यह अफगानिस्तान क्रिकेट के स्तंभों में से एक है। उनमें बल्लेबाज के लिए मुश्किलें पैदा करने की क्षमता है। वे गति से बल्लेबाज के लिए मुश्किलें खड़ी करते हैं।” -
विराट कोहली को भारतीय क्रिकेट टीम की कमान संभाले कई महीने गुज़र चुके हैं, लेकिन आज भी क्रिकेट प्रेमी उन्हें बेहतरीन बल्लेबाज़ के रूप में ही अधिक जानते हैं। जब कप्तानी का जिक्र होता है तो आईपीएल जैसे लीग में भी कोहली का नाम काफी पीछे होता है। यानी बतौर कप्तान कोहली अपनी पहचान नहीं बना पाए हैं। कोच अनिल कुंबले के मामले में जो भी बातें समाने आ रही हैं, उनमें भी कोहली को ही अधिक ज़िम्मेदार ठहराया जा रहा है।
कुंबले जैसे शांत व्यक्ति से कोहली का विवाद यह बताता है कि कोहली अपनी बात हर हाल में मनवाना चाहते हैं। बीसीसीआई भी कुंबले-कोहली के विवाद को सुलझाने में नाकाम रहा है और इसलिए कुंबले ने इस्तीफा भी दिया। अब सवाल यह है कि अगर कोहली की सभी बातें बोर्ड ने मान ली हैं तो फिर टीम को अच्छा प्रदर्शन करना ही पड़ेगा वरना कोहली के लिए मुश्किलें बढ़ जाएंगी। इस पूरे मामले में कोहली की छवि खराब हुई है और बोर्ड से जुड़े कुछ लोगों का मानना है कि कोहली अहंकारी हैं। बीसीसीआई के एक सूत्र के हवाले से खबर है कि अब अगर भारतीय टीम का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा तो कोहली पर गाज गिरेगी। चर्चाएं तो यहां -
भारत और वेस्टइंडीज के बीच 5 मैचों की वनडे सीरीज का आगाज़ 23 जून से हो रहा है। इस श्रृंखला के लिए भारत ने अपने नियमित सलामी बल्लेबाज़ रोहित शर्मा को आराम दिया है। ऐसे में एक सवाल यहाँ यह उठता है कि इस सीरीज के लिए टीम इंडिया की तरफ से शिखर धवन के साथ सलामी बल्लेबाज़ी करने के लिए कौन उतरेगा। वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे सीरीज से पहले ही भारतीय कप्तान विराट कोहली ने इस सस्पेंस से पर्दा उठा दिया है। इस बाबत कोहली ने मीडिया से बात करते हुए कहा “हमारे पास अजिंक्य रहाणे जैसे बेहतरीन बल्लेबाज हैं और वही वेस्टइंडीज में पारी का आगाज करेंगे।”
कोहली ने आगे कहा, “रहाणे चैंपियंस ट्रॉफी में भी हमारे बैक-अप ओपनर थे। चैंपियंस ट्रॉफी में रोहित शर्मा और शिखर धवन के ना रहने पर वो ही ओपनिंग करते। वेस्टइंडीज के खिलाफ रहाणे ही पारी का आगाज करेंगे। रहाणे बतौर सलामी बल्लेबाज काफी मजबूत हैं और वो इस स्थान पर शानदार खेल दिखाते हैं। हालांकि रहाणे ने मध्यक्रम में भी अच्छा खेल दिखाया है, लेकिन मेरा मानना है कि वो बतौर ओपनर ज्यादा प्रभावशाली हैं। इसलिए वेस्टइंडीज के खिलाफ पांचों वनडे मैचों में रहाणे की पारी का आगाज करेंगे।” -
अफगानिस्तान और आयरलैंड क्रिकेट को आईसीसी ने बहुत बड़ी खुशखबरी दी है। अब यह दोनों ही देश आईसीसी के पूर्ण सदस्य बन गए हैं। अपनी वार्षिक जनरल मीटिंग में आईसीसी ने यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया। अब यह दोनों ही टीमें आईसीसी की 11वीं और 12वीं पूर्ण सदस्य देश बन चुकी है। इसके साथ ही इन दोनों देशों को अब टेस्ट खेलने का दर्जा भी हासिल हो गया है।
इससे पहले इंग्लैंड, भारत, ऑस्ट्रेलिया, वेस्टइंडीज, न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका, पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश और ज़िम्बाब्वे के पास आईसीसी की पूर्ण सदस्यता थी। आपको बता दें आख़िरी बार साल 2000 में बांग्लादेश को आईसीसी की तरफ से टेस्ट खेलने का दर्जा हासिल हुआ था। गौरतलब है कि हाल ही में अफगानिस्तान और आयरलैंड का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा है जिसका तोहफ़ा आईसीसी ने उन्हें पूर्ण सदस्य बना के दिया। इससे पहले दोनों ही टीमें एसोसिएट सदस्य थी और अब पूर्ण सदस्य बनने से उनको विश्व क्रिकेट में काफी फायदा मिलने वाला है। टेस्ट क्रिकेट खेलने से इन दोनों ही देशों के क्रिकेट के स्तर में भी और सुधार आएगा। -
24 जून से इंग्लैंड में महिला विश्व कप की शुरुआत हो रही है। 24 जून से 23 जुलाई तक चलने वाले इस विश्व कप में 8 देशों की टीमें ज़ोर-आज़माइश करती हुई दिखाई देंगी। आपको बता दें यह महिला विश्व कप का दसवां एडिशन है। इस विश्व कप में भारतीय टीम अपने अभियान की शुरुआत 24 जून को होने वाले मेज़बान इंग्लैंड के खिलाफ मैच से करेगी। लेकिन टीम का सबसे अहम मुकाबला चिरप्रतिद्वंदी पाकिस्तान के खिलाफ 2 जुलाई को होना है।
इस टूर्नामेंट की ख़ासियत यह होगी कि प्रत्येक टीम एक-दूसरे के खिलाफ मैच खेलेगी और नॉक-आउट राउंड शुरू होने से पहले हर टीम सात-सात मुकाबलों में हिस्सा लेगी। अब तक हुए 10 महिला विश्व कप में से सबसे ज़्यादा 6 बार ख़िताब ऑस्ट्रेलिया टीम के नाम रहा है। इस बार महिला विश्व कप की इनामी राशि 6 लाख 60 हजार डॉलर है। गौरतलब है कि सबसे पहला महिला विश्व कप 1973 में भारत में खेला गया था। -
युवराज सिंह और महेंद्र सिंह धोनी ऐसे नाम हैं, जिनके अंदर वनडे क्रिकेट में भारतीय क्रिकेट का एक युग समाहित है। कई मैचों में भारत को जीत दिलाने वाले युवराज और धोनी ने पिछले एक दशक में वनडे क्रिकेट में भारतीय टीम का संयोजन ऐसा बना दिया है कि भविष्य में जब इनका स्थान भरने की बात की जाएगी तो इन्हीं की विधा के खिलाड़ी खोजे जाएंगे। हम यह कयास लगा सकते हैं कि 2019 में होने वाले वर्ल्ड कप में शायद धोनी युवराज टीम का हिस्सा न हों। ऐसे में सवाल यह है कि आखिर कौन हो सकते हैं धोनी और युवराज के विकल्प।
धोनी और युवराज अपने आप में इतने बड़े नाम हैं कि कोई भी प्रतिभावान खिलाड़ी रातों-रात आकर उनका स्थान नहीं ले सकता। चयनकर्ताओं ने ऋषभ पंत को धोनी के विकल्प के तौर पर देखना शुरु कर दिया है। पंत को वेस्टइंटीज़ के खिलाफ सीरीज़ के लिए टीम में जगह दी गई है। युवराज सिंह के विकल्प के रूप में एक ऐसा बल्लेबाज़ चाहिए जो लोअर ऑर्ड आकर मैच खत्म भी करने की क्षमता रखता हो और कभी नंबर चार पर खेलकर पारी बनाने में भी माहिर हो, लेकिन हम जानते हैं कि युवराज एक दिन में नहीं बना। युवराज सिंह बनने की एक पूरी प्रक्रिया है। जोश, जज्बा, जुनून, प्रतिभा, कुछ कर दिखाने का माद्दा, विरोधियों को उन्हीं की शैली में जवाब देने का गुण ये सभी युवराज सिंह बनने के लिए ज़रूरी हैं। -
हार्दिक पांड्या पर पहली बार भारतीय दर्शकों का ध्यान आईपीएल 2015 के दौरान तब गया जब उन्होंने आईपीएल के चेन्नई बनाम मुंबई मैच में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई सुपर किंग्स टीम के मुंह से जीत छीन ली थी। इस मैच में 18 ओवर तक चेन्नई हावी थी और अंतिम 12 गेंदों में 30 रनों की ज़रूरत थी, लेकिन क्रीज़ पर अंबाति रायडू और पुछल्ले बल्लेबाज के रूप में हार्दिक पांड्या मौजूद थे।
समीकरण बहुत मुश्किल और सामने धोनी जैसा कप्तान और मैदान चेन्नई का चिन्नास्वामी स्टेडियम जहां रन बनाने के लिए लंबे शॉट लगाने पड़ते हैं। इस पर धोनी ने 19वां ओवर पवन नेगी को थमाया जिन्होंने उस मैच में अपने पहले स्पैल में 3 ओवर में केवल 10 रन ही दिए थे। सभी परिस्थितियां उलट थीं, लेकिन कौन जानता था कि इन सभी प्रतिकूल परिस्थितियों पर काबू पा लिया जाएगा और मैच देख रहे लाखों दर्शक हार्दिक पांड्या का जलवा दिखेंगे।
पांड्या ने नेगी की पहली तीन गेंदों पर तीन लगातार छक्के मारकर मैच लगभग खत्म कर दिया। धोनी भी हैरान, चिन्नास्वामी स्टेडियम के दर्शक भी हैरान, खुद मुंबई इंडियंस के कप्तान रोहित शर्मा हैरान। पांड्या ने मानो मैच ही धोनी से छीन लिया हो। यह पहला मौका था जब क्रिकेट प्रेमियों ने पांड्या की विस्फोटक पारी देखी थी। यह पांड्या का क्रिकेट में एक आगाज़ था जिसकी हलचल से लोग अभी वाकिफ़ ही हुए थे। -
मंगवार शाम को उस समय भारतीय क्रिकेट में खलबली मच गई जब अनिल कुंबले ने कोच के पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद कोहली और कुंबले के बीच चल रहे विवाद के कयासों ने और भी ज़ोर पकड़ लिया। इसके कुछ देर बाद ही इन कयासों पर मुहर खुद अनिल कुंबले ने लगा दी। दरअसल, इस्तीफा देने के बाद कुंबले ने एक पत्र लिखते हुए उसे सोशल मीडिया पर साझा किया है जिसमें उन्होंने लिखा है कि विराट कोहली के साथ चलना काफी मुश्किल हो गया था। अब इस कड़ी में एक किस्सा और जुड़ गया है। मीडिया में आ रही ख़बरों के मुताबिक चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले से पहले टीम मीटिंग में कप्तान कोहली ने तत्कालीन कोच कुंबले को गाली दी थी।
ज़ी न्यूज़ में छपी ख़बर के अनुसार चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल मैच से ठीक दो दिन पहले टीम मीटिंग में कोहली और कुंबले के बीच झड़प हो गई थी। इस दौरान कोहली ने कुंबले से यहाँ तक कह दिया था कि वो नहीं चाहते कि कुंबले कोच के पद पर बने रहे। इसका जवाब देते हुए कुंबले ने कहा “अब बहुत हो गया है।”
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस दौरान कोहली ने कुंबले को कुछ अपशब्द भी कहे थे। लेकिन इस बात की अभी कोई ठोस जानकारी नहीं मिल पाई है। -
चैंपियंस ट्रॉफी के बाद भी टीम इंडिया को काफी क्रिकेट खेलनी है। वेस्टइंडीज दौरा ख़त्म हो गया है और इसके बाद अब टीम इंडिया को श्रीलंका दौरे पर जाना है। आपको बता दें जुलाई महीने में भारत को श्रीलंका का दौरा करना है जहाँ उन्हें टेस्ट, वनडे और टी-20 सीरीज खेलनी है। चैंपियंस ट्रॉफी के ठीक बाद टीम इंडिया को वेस्टइंडीज दौरे पर जाना है और उसके बाद उन्हें श्रीलंका का दौरा करना है जहाँ उन्हें 3 टेस्ट, 5 एकदिवसीय और 1 टी-20 मुकाबला खेलना है।
तय कार्यक्रम के मुताबिक़ विराट कोहली की अगुवाई वाली टीम इंडिया 19 जुलाई को कोलंबो पहुंचेगी और 21 और 22 जुलाई को वो अभ्यास मैच में शिरकत करेगी। 3 टेस्ट मैचों की श्रृंखला का पहला टेस्ट 26 से 30 जुलाई तक कैडी में खेला जाएगा। दूसरा टेस्ट गाले में 4 से 8 अगस्त के बीच खेला जाएगा। टेस्ट सीरीज का आख़िरी मुकाबला कोलंबो के एसएससी में 12 अगस्त को खेला जाना है। टेस्ट सीरीज के बाद एकदिवसीय सीरीज 20 अगस्त से 3 सितम्बर के बीच खेली जाएगी। दौरे का एकमात्र टी-20 मुकाबला 6 सितम्बर को होना है। -
अनिल कुंबले के कोच के पद से इस्तीफा देने के बाद से ही बयानबाज़ियों का सिलसिला ज़ारी है। इस मुद्दे पर कई पूर्व दिग्गजों ने टिप्पणी की है। मिली जानकारी के अनुसार कुंबले टीम इंडिया के खिलाड़ियों से अनुशासन में रहने पर ज़ोर देते थे जिसकी वजह से कई बार खिलाड़ियों को कुंबले की फटकार का भी सामना करना पड़ता था जो कोहली और कुछ खिलाड़ियों को रास नहीं आया। इस बाबत अब पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने बयान दे डाला है। गावस्कर ने एनडीटीवी से बात करते हुए कहा, “तो क्या आपको ऐसे लोग चाहिए जो आपसे कहें कि आज अभ्यास ना करें क्योंकि आपकी तबीयत ठीक नहीं है, छुट्टी लें और शॉपिंग करें। अगर कोई अपना काम सख्ती से करता है और उसे अच्छे नतीजे भी मिलते हैं जैसा कि कुंबले ने पिछले एक साल में कर दिखाया है। मेरा मानना है कि उन खिलाड़ियों को टीम से बाहर होना चाहिए।”
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मंगलवार को अनिल कुंबले ने आनन-फानन में टीम इंडिया के कोच के पद से इस्तीफा दे दिया। फिलहाल तो टीम इंडिया वेस्टइंडीज दौरे पर बग़ैर कोच के ही गई है लेकिन अब बीसीसीआई को नए कोच की तलाश है। इसी बीच टीम इंडिया के पूर्व खिलाड़ी मदन लाल ने सभी उम्मीदवारों को एक निजी सलाह दे डाली है। इंडिया टुडे से बात करते हुए उन्होंने कहा “जब कोई कोच अपना पद छोड़ता है तो आने वाले नए उत्ताराधिकारी के लिए कई सबक भी छोड़कर जाता है। टीम इंडिया को एक ऐसे कोच की जरूरत है जो चुपचाप अपना काम करता रहे। अगर वीरेंद्र सहवाग और टॉम मूडी खामोश रहकर काम नहीं करेंगे तो उन्हें भी कुंबले जैसी स्थिति का सामना करना पड़ेगा। आज तक जिन लोगों ने भी भारतीय टीम की कोचिंग की है उनमे से क्या आपने संजय बांगड़, जॉन राइट या गैरी कर्स्टन की शिकायत सुनी है?” लाल का मानना है कि टीम इंडिया में कोच का पद कप्तान से काफी नीचे हैं।
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मंगवार शाम को उस समय भारतीय क्रिकेट में खलबली मच गई जब अनिल कुंबले ने कोच के पद से इस्तीफा दे दिया। पिछले कुछ दिनों से इस बात ने ज़ोर पकड़ा हुआ था कि कप्तान विराट कोहली और अनिल कुंबले के बीच मतभेद चल रहे हैं। लेकिन इस बात के सिर्फ कयास लगाए जा रहे थे। इन कयासों पर मुहर अब खुद अनिल कुंबले ने लगा दी है। दरअसल, इस्तीफा देने के बाद कुंबले ने एक पत्र लिखते हुए उसे सोशल मीडिया पर साझा किया है जिसमें उन्होंने लिखा है कि विराट कोहली के साथ चलना काफी मुश्किल हो गया था।
इस खुले पत्र में अनिल कुंबले ने लिखा ”बीसीसीआई ने मुझे एक दिन पहले (सोमवार) को बता दिया था कि कोहली को मेरी शैली और कोच बने रहना पसंद नहीं है। इस बात से मैं काफी सकते में आ गया, क्योंकि मैंने हमेशा कोच और कप्तान की भूमिकाओं की सीमाओं का सम्मान किया है। हालांकि बीसीसीआई ने कोच और कप्तान के बीच तनातनी को खत्म करने की पूरी कोशिश की, लेकिन मेरा मानना है कि इस तरह कोच और कप्तान के बीच तालमेल नहीं बैठ सकता। इसलिए मैंने इस्तीफा देना बेहतर समझा।” -
चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले हाई-वोल्टेज मुक़ाबले के लिए दोनों टीमें तैयार हैं। कोशिश यही होगी कि इस मैच को जीत कर ख़िताब को अपने देश के नाम किया जाए। फाइनल मैच से पहले पाकिस्तान के कप्तान सरफराज़ अहमद और कोच मिकी आर्थर ने प्रेस कांफ्रेंस करते हुए मीडिया से इस महामुकाबले को लेकर बातचीत की। पत्रकारों से बात करते हुए इन दोनों ने कहा वो फाइनल के लिए तैयार हैं और उन्होंने टीम इंडिया को घेरने के लिए नई रणनीति बनाई है।
सरफराज ने कहा ‘एजबेस्टन में मिली हार अब पुरानी बात हो गई है, हम उससे काफी आगे निकल गए हैं और अब हम टूर्नामेंट के फाइनल में हैं। हमनें इस टूर्नामेंट को जीतने का लक्ष्य बनाए हैं। उन्होंने कहा, ‘हम भारत के खिलाफ मैच के लिए बनाई गई अपनी रणनीति के लिए तैयार हैं, मैं अपनी योजना का खुलासा नहीं करूंगा, लेकिन हमने इस मैच के लिए रणनीति बनाई है’। -
चैंपियंस ट्रॉफी 2017 में वो घड़ी आ चुकी है जिसका सबको इंतज़ार था यानी भारत और पाकिस्तान के बीच फाइनल का मुकाबला। ऐसा पहली बार हो रहा जब चैंपियंस ट्रॉफी के इतिहास में दोनों पड़ोसी मुल्कों के बीच खिताबी जंग देखने को मिलेगी और इसका गवाह बनेगी एक तारीख 18 जून। इसे सिर्फ क्रिकेट मैच की ही नज़र से नहीं देखा जाता,सरहद पर तल्खी भरे रिश्ते और कश्मीर को लेकर दोनों देशों में बढ़ता तनाव सबकी भड़ास यहीं निकलती है। इतिहास गवाह है कि जब भी इन दोनों मुल्कों के बीच मैच हुआ है तो जहां स्टेडियम खचाखच भरा रहता है वहीं टीवी सेटों के सामने से लोग हटने का नाम नहीं लेते। विराट सेना को इस मैच को जीतने का प्रबल दावेदार माना जा रहा क्यूंकि उसने अपने पहले मैच में पाकिस्तान को करारी शिकस्त दी थी। लेकिन टूर्नामेंट में पाकिस्तान के शानदार प्रदर्शन को नज़रअंदाज़ करना सबसे बड़ी गलती होगी। इस हाई वोल्टेज मैच में भारत कई बड़े रिकॉर्ड भी अपने नाम कर सकता है। आइये जानते हैं 5 प्रमुख रिकॉर्ड जो भारत पाकिस्तान के खिलाफ फाइनल मुकाबले में बना सकता है।
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चैंपियंस ट्रॉफी 2017 का जिक्र आने वाले कई वर्षों तक इसलिए किया जाएगा क्योंकि इसके खिताबी मुकाबले में भारत और पाकिस्तान की टीमें भिड़ रही हैं। रिकॉर्ड बुक में यह मैच हमेशा चमकता रहेगा। 18 जून को होने वाले फाइनल मैच में भारतीय टीम बेहद मज़बूत है और आईसीसी टूर्नामेंट में पाकिस्तान के खिलाफ भारत का रिकॉर्ड तो ऐसा है कि मौका मौका…..पूरी सीरीज़ हम देख ही रहे हैं। फाइनल मैच से पहले आइए जानते है वे पांच कारण जो भारतीय टीम को इस मैच में जीत का दावेदार बनाते हुए उसे चैंपियंस ट्रॉफी 2017 का खिताब दिलवाएंगे।
सलामी जोड़ी : शिखर धवन और रोहित शर्मा ने अपने बल्ले से मानों कहर ही बरपा रखा है। दोनों ही बल्लेबाज लय में हैं। चाहे लक्ष्य का पीछा करना हो या बड़ा लक्ष्य देना हो, दोनों ही तैयार हैं। पाकिस्तान ने भले ही अपनी मजबूत गेंदबाज़ी का दम दिखाया हो, लेकिन भारतीय सलामी जोड़ी को रोकने के लिए उन्हें सुपर प्लानिंग करनी होगी। फाइनल मैच में धवन और रोहित की जोड़ी भारत को जीत की राह तक ले जाने का माद्दा रखती है। -
18 जून, दिन रविवार चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल वो भी परंपरागत प्रतिद्वंद्वी भारत और पाकिस्तान के बीच। इससे बेहतर क्रिकेट की दावत नहीं हो सकती, लेकिन जब साथ में यह वाक्य भी जोड़ दिया जाए कि मैच में बारिश का साया मंडरा रहा है तो मज़ा किरकिरा हो सकता है। मौसम की भविष्यवाणी में कहा गया है कि रविवार को लंदन में बारिश हो सकती है। हालांकि यह बारिश उस स्तर की नहीं होगी कि मैच ही धुल जाए और अगर कहीं ज्यादा बारिश हुई तो इस मैच के लिए अगला दिन रिज़र्व है। जो भी हो, लेकिन बारिश बादल की ख़बरों से क्रिकेट प्रेमियों का मूड ख़राब हो जाता है।
चैंपियंस ट्रॉफी 2017 में यह ट्रेंड रहा है कि टॉस जीतने पर अधिकतर टीमें पहले गेंदाबज़ी करने का फैसला करती हैं। इस फैसले के पीछे कंडीशन्स तो होती ही हैं, साथ में बारिश वाला फैक्टर भी जुड़ा होता है। बारिश होने की दशा में अगर मैच में कहीं डकवर्थ लुईस नियम लागू हुआ तो इसका फायदा अधिकतर बाद में बल्लेबाजी करने वाली टीम को मिलता है। फाइनल में भी टॉस जीतने वाली टीम पहले गेंदबाजी करना चाहेगी। -
रविवार को भारत और पाकिस्तान के बीच खेले जाने वाले चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले से पहले एक बार फिर से बयानबाज़ियों का दौर शुरू हो गया है। या यूँ कहें हमेशा की तरह भारत-पाक मुक़ाबले से पहले पाकिस्तान की तरफ से तीखी टिप्पणियां आनी शुरू हो गई हैं। इस बार बयान आया है पाकिस्तान के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज़ ज़हीर अब्बास की तरफ से। अब्बास ने भारत के खिलाफ फाइनल मुकाबले को लेकर कहा है कि रविवार को होने वाले फाइनल मुकाबले में भारत को हराकर पाकिस्तान को चैंपियंस ट्रॉफी के पहले मैच में मिली हार का बदला लेना चाहिए।
डान अखबार से बात करते हुए ज़हीर अब्बास ने कहा “अब समय है कि पाकिस्तान भारत को उसी तरह से हराए जिस तरह से उन्होंने हमें चैंपियंस ट्रॉफी के पहले मैच में हराया था।” उन्होंने आगे कहा कि “जिस तरह से उनकी टीम ने अपने पहले मैच में हार झेलने के बाद वापसी की है उससे उन्हें भरोसा हो गया है कि वे भारत के खिलाफ आईसीसी टूर्नामेंट में अपने खराब रिकॉर्ड के सिलसिले को खत्म करते हुए खिताब अपने नाम कर पाएंगे।” -
चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल मैच में ऐसा पहली बार होगा जब चिर प्रतिद्वंदी मानी जाने वाली दो टीमें भारत और पाकिस्तान के बीच मुकाबला होगा। ये वो दो टीमें हैं जिनके प्रैक्टिस मैच को लोग दिल थामकर देखते हैं। पाकिस्तान ने इंग्लैंड को हराकर बड़ा उलटफेर करते हुए सेमीफाइनल में जगह बनाई। वहीं भारत ने बांग्लादेश को हार का स्वाद चखाया और फाइनल का टिकट हासिल किया। हांलाकि भारत को क्रिकेट की दुनिया के कई पंडित पहले ही मुख्य दावेदार मान रहे थे लेकिन टूर्नामेंट की आठवें नंबर की टीम पाकिस्तान का फाइनल में पहुंचना, इसकी उम्मीद किसी को नहीं थी। टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली पहले ही कह चुकें हैं कि यह एक साधारण मैच होगा, टीम पर किसी तरह का दबाब नहीं। लेकिन पाकिस्तान के गेंदबाज़ी कोच अज़हर महमूद ने कहा है कि ‘चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में उनकी टीम के पास भारत के खिलाफ आईसीसी टूर्नामेंटों में खराब रिकॉर्ड में सुधार करने का महत्वपूर्ण मौका रहेगा।’
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चैंपियंस ट्रॉफी के पहले सेमी फाइनल मुकाबले में पाकिस्तान ने मेजबान इंग्लैंड टीम को 8 विकेट से जिस तरह से करारी मात देते हुए बड़ा उलटफेर किया वो वाक़ई काबिलेतारीफ रहा। लेकिन पाकिस्तान की इस एकतरफा जीत को पाक के पूर्व खिलाड़ी आमिर सोहेल शक की निगाहों से देख रहे हैं। पाकिस्तानी न्यूज चैनल समा टीवी पर बात करते हुए आमिर सोहेल ने पाकिस्तान टीम व उनके कप्तान सरफ़राज़ अहमद को आड़े हाथों लेते हुए ज़्यादा खुश ना होने की सलाह दे डाली। उन्होंने पाकिस्तान और इंग्लैंड के बीच हुए सेमी-फाइनल मैच के फिक्स होने की ओर इशारा किया। उन्होंने कहा कि कुछ बाहरी कारणों से सरफराज की अगुवाई वाली पाक टीम को फाइनल में पहुंचने में मदद मिली है।
आमिर सोहेल ने समा टीवी पर कहा ‘पाकिस्तानी टीम ने कुछ कमाल नहीं किया बल्कि उन्हें फाइनल में लाया गया है। पाकिस्तानी टीम को सिर पर चढ़ने की जरूरत नहीं है। हमें पाकिस्तानी टीम की क्षमता का पता है। पाकिस्तानी टीम चुपचाप क्रिकेट खेले, अगर खिलाड़ी कुछ गलत करेंगे तो हम गलत ही बताएंगे। टीम अच्छा प्रदर्शन करेगी तो तारीफ करेंगे।’ -
आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शन कर रही टीम इंडिया की वनडे रैंकिंग में सुधार हुआ है। जारी की गई ताज़ा आईसीसी वनडे रैंकिंग के अनुसार भारतीय टीम को एक स्थान का फायदा हुआ है और अब वो रैंकिंग में दूसरे स्थान पर काबिज़ है। चैंपियंस ट्रॉफी में अपने चार में से तीन मैच जीतने वाली टीम इंडिया के इस समय कुल 118 अंक हैं। टीम इंडिया अब रैंकिंग में पहले पायदान पर मौजूद दक्षिण अफ़्रीकी टीम से सिर्फ 1 अंक पीछे है। आपको बता दें दक्षिण अफ्रीका टीम अभी भी रैंकिंग में 119 अंकों के साथ पहले पायदान पर काबिज़ है।
रैंकिंग के अनुसार ऑस्ट्रेलिया टीम को एक पायदान का नुकसान हुआ है। 117 अंकों के साथ ऑस्ट्रेलिया टीम तीसरे नंबर पर है। जबकि चैंपियंस ट्रॉफी में सेमी-फाइनल तक का सफर तय करने वाली इंग्लैंड टीम 113 अंकों के साथ चौथे नंबर पर है। पांचवें नंबर पर न्यूजीलैंड टीम है जिनके 111 अंक है। 6वें नंबर पर बांग्लादेश 94 अंकों के साथ मौजूद है। -
चैंपियंस ट्रॉफी के सेमी-फाइनल मुकाबले में बांग्लादेश को 9 विकेट से करारी मात देते हुए टीम इंडिया ने फाइनल में अपनी जगह बना ली। अब 18 जून को लंदन के ओवल मैदान पर भारत का फाइनल में सामना चिरप्रतिद्वंदी पाकिस्तान के साथ होना है। दूसरे सेमीफाइनल में बांग्लादेश के 265 रन के लक्ष्य को रोहित शर्मा और विराट कोहली की शानदार पारियों की बदौलत टीम इंडिया ने 9.5 ओवर शेष रहते ही हासिल कर लिया। इस मैच में शानदार गेंदबाज़ी करते हुए टीम इंडिया ने बांग्लादेश के स्कोर को 264 रनों पर ही रोक दिया। मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कप्तान विराट कोहली ने कहा गेम को पलटने वाला निर्णय जिसमें हमने केदार जाधव से गेंदबाजी कराने का फैसला किया वह संयुक्त रूप से मैंने और एमएस धोनी ने लिया था।
गौरतलब है कि सेमी-फाइनल मुकाबले में एक समय ऐसा लग रहा था कि बांग्लादेश 300 के स्कोर को पार कर लेगा। ऐसे में केदार जाधव ने बीच के ओवरों में 2 विकेट चटका कर भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई। जाधव ने बड़ी चतुराई से गेंदबाज़ी करते हुए विकेट पर पैर जमा चुके तमीम इकबाल और मुशिफिकुर रहीम को आउट करके अपनी टीम को मैच में वापसी कराई। इस बारे में बात करते हुए कोहली ने कहा कि “वह उन्हें रोकना चाहते थे और केदार के द्वारा लिया गया विकेट बोनस रहा।” -
बर्मिंघम में हुए चैंपियंस ट्रॉफी के सेमी-फाइनल मुकाबले में भारत ने बांग्लादेश को 9 विकेट से करारी मात देते हुए अपना फाइनल का टिकट पक्का कर लिया। इस जीत में शतकवीर रोहित शर्मा के अलावा विराट कोहली ने 78 गेंदों पर नाबाद 96 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेलकर जीत में अहम भूमिका निभाई। इस पारी के दौरान भारतीय कप्तान कोहली ने अपने नाम एक बड़ा रिकॉर्ड भी दर्ज कर लिया। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय एकदिवसीय क्रिकेट में 8000 रन पूरे कर लिए। कोहली ने सबसे कम मैच में शिरकत करते हुए यह कारनामा अपने नाम किया है। उन्होंने 183 वनडे मैच खेलते हुए 8000 रन पूरे किए। इससे पहले वनडे क्रिकेट में सबसे तेज़ 8000 बनाने का रिकॉर्ड दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज़ एबी डिविलियर्स के नाम था। डिविलियर्स ने 190 एकदिवसीय मैचों में 8000 रन मुकम्मल किए थे।
28 वर्षीय कोहली को अब रिकॉर्ड बनाने की लत सी लग गई है। मैच दर मैच यह खिलाड़ी नए-नए रिकॉर्ड के साथ विश्व क्रिकेट में अपना औदा बढ़ाते जा रहा है। 183 वनडे मैचों की 175 पारियों में कोहली ने 54.48 की शानदार औसत और 91.04 की स्ट्राइक रेट के साथ कुल 8008 रन बनाए हैं। इस दौरान कोहली ने कुल 8796 गेंदों का सामना करते हुए 42 अर्द्धशतक और 27 शतक जड़े हैं। अब तक वनडे क्रिकेट में कोहली के बल्ले से 747 चौके और 86 छक्के निकले हैं। यह आंकड़े अपने आप इस बात को बयां कर रहे हैं कि कोहली का कद आज कितना ऊंचा हो चुका है। -
चैंपियंस ट्रॉफी के बाद भी टीम इंडिया को काफी क्रिकेट खेलनी है और टीम के कार्यक्रम में अब श्रीलंका दौरे का नाम जुड़ गया है। दरअसल, जुलाई महीने में भारत को श्रीलंका का दौरा करना है जहाँ उन्हें टेस्ट, वनडे और टी-20 सीरीज खेलनी है। चैंपियंस ट्रॉफी के ठीक बाद टीम इंडिया को वेस्टइंडीज दौरे पर जाना है और उसके बाद उन्हें श्रीलंका का दौरा करना है जहाँ उन्हें 3 टेस्ट, 5 एकदिवसीय और 1 टी-20 मुकाबला खेलना है।
तय कार्यक्रम के मुताबिक़ विराट कोहली की अगुवाई वाली टीम इंडिया 19 जुलाई को कोलंबो पहुंचेगी और 21 और 22 जुलाई को वो अभ्यास मैच में शिरकत करेगी। 3 टेस्ट मैचों की श्रृंखला का पहला टेस्ट 26 से 30 जुलाई तक पालेकेले में खेला जाएगा। मिली ख़बरों के मुताबिक दूसरा टेस्ट गाले में 4 से 8 अगस्त के बीच खेला जाएगा। टेस्ट सीरीज का आख़िरी मुकाबला कोलंबो के एसएससी में 12 अगस्त को खेला जाना है। टेस्ट सीरीज के बाद एकदिवसीय सीरीज 24 अगस्त से 3 सितम्बर के बीच खेली जाएगी। दौरे का एकमात्र टी-20 मुकाबला 6 सितम्बर को होना है। -
इंग्लैंड के बर्मिंघम में गुरुवार को भारत और बांग्लादेश के बीच चैंपियंस ट्रॉफी का दूसरा सेमी-फाइनल मुकाबला खेला जाना है। इस अहम मुकाबले से पहले बांग्लादेश टीम के कप्तान मशरफे मुर्तज़ा ने इस बात का भरोसा जताया कि सेमी-फाइनल में उनकी टीम अच्छा प्रदर्शन करेगी। उन्होंने इसके साथ ही कहा कि इस बड़े मैच में बांग्लादेश से ज़्यादा दबाव भारत पर होगा। मैच के पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया से बातचीत के दौरान बांग्लादेश कप्तान ने कहा, “हां हम सेमीफाइनल मैच खेलने जा रहे हैं और ये एक दबाव भरा मैच होगा। लेकिन अगर हम दबाव में हैं तो मुझे लगता है कि भारत हमसे ज्यादा दबाव में होगा क्योंकि उनके प्रशंसकों की संख्या काफी ज्यादा है जो उन्हें बहुत प्यार करते हैं।”
इस मैच में दबाव को लेकर उन्होंने कहा, “दोनों ही टीमों पर उम्मीदों का दबाव होगा लेकिन अंतत ये क्रिकेट का खेल है, इसलिए जो भी अच्छा खेलेगा वह जीतेगा। मैंने अपनी टीम के खिलाड़ियों से कहा कि अगर आप इसे सेमीफाइनल की तरह देखेंगे तो दबाव और ज्यादा बढ़ जाएगा लेकिन अगर आप इसे दूसरे किसी मैच की तरह खेलेंगे तो आपके लिए यह काफी आसान हो जाएगा।” -
भारत और बांग्लादेश के वनडे रिकॉर्ड आपसे चीख-चीख कर कहते हैं कि बांग्लादेश टीम भारत के सामने बेहद कमज़ोर रही है। चैंपियंस ट्रॉफी के सेमीफाइनल में भारत के सामने एक बार फिर बांग्लादेश है, लेकिन 15 जून को बर्मिंघम में खेले जाने वाले इस मैच के लिए भारतीय टीम के पुराने प्रदर्शन का कोई महत्व नहीं। भले ही टीम इंडिया ने बांग्लादेश को कई बार पटखनी दी हो, लेकिन यह नया मैच होगा और विराट कोहली एंड कंपनी को पुरानी सफलताओं से बाहर आकर जीत की इबारत लिखनी होगी।
भारत बांग्लादेश का मैच हो और 2007 के वर्ल्डकप का जिक्र न हो, यह हो नहीं सकता। बांग्लादेश ने 2007 के वर्ल्ड कप में भारत को न केवल हराया था, बल्कि भारत को टूर्नामेंट से बाहर भी होना पड़ा था। यह भारत के लिए करारा झटका था। इस हार के बाद भारत का बांग्लादेश के खिलाफ लंबा ‘रिवेंज’ चला और भारतीय खिलाड़ियों ने टारगेट बना बनाकर बांग्लादेश का शिकार किया, लेकिन 2007 की ‘उस हार’ का दर्द आज भी सालता है। चैंपियंस ट्रॉफी 2017 के दूसरे सेमीफाइनल में भारतीय टीम अगर आत्मविश्वास से उतरेगी तो बांग्लादेश भी तैयार है। इस बार बांग्लादेश के खिलाड़ी कमज़ोर मज़बूत के केलकुलेशन में न पड़कर सिचुएशन के हिसाब से गेम में जाने की तैयारी कर रहे हैं। जैसा कि न्यूजीलैंड पर जीत के बाद शकीबल अल हसन और महमुदुल्लाह ने कहा भी था कि वो ओवर दर ओवर मैच में बढ़ने की योजना से खेल रहे थे। इंग्लैंड के अच्छे बल्लेबजी विकेट पर बांग्लादेश की यह योजना काम कर गई और उन्होंने न्यूजीलैंड को हरा दिया। -
इंग्लैंड के बर्मिंघम में गुरुवार को भारत और बांग्लादेश के बीच चैंपियंस ट्रॉफी का दूसरा सेमी-फाइनल मुकाबला खेला जाना है। इस अहम मुकाबले से पहले टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने इस बात का भरोसा जताया कि सेमी-फाइनल में उनकी टीम अच्छा प्रदर्शन करेगी। इसके साथ ही उन्होंने इस बार की ओर भी इशारा किया कि टीम में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। इसका मतलब यह हुआ कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जो 11 खिलाड़ी मैदान पर उतरे थे वही हमें बांग्लादेश के विरुद्ध सेमी-फाइनल मैच में भी खेलते हुए दिखाई दे सकते हैं।
बांग्लादेश के खिलाफ मैच से पहले विराट कोहली ने कहा, “हम बर्मिंघम में पहले खेले हैं। हमें पिच पसंद है। यह हमारे गेम के मुताबिक है। यहां से हम मुड़कर नहीं देखेंगे। हमेशा ही सुधार की गुंजाइश होती है। हम अपने गौरव पर ही निर्भर नहीं रह सकते।” बांग्लादेश टीम के बारे में बात करते हुए कोहली ने कहा “यह टीम पिछले कुछ सालों से काफी अच्छी क्रिकेट खेल रही है और अगर यह टीम सेमी-फाइनल में पहुंची है तो इसी से यह अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि इस टीम में कितनी क़ाबलियत है। उन्होंने आगे कहा कि उनकी टीम बांग्लादेश को हलके में लेने की गलती नहीं करेगी। -
बर्मिंघम में 15 जून को भारत और बांग्लादेश के बीच चैंपियंस ट्रॉफी का दूसरा सेमी-फाइनल मुकाबला खेला जाना है। इस मैच से पहले बांग्लादेश खेमे की तरफ से बयानबाज़ियों का दौर शुरू हो गया है। ज़ाहिर सी बात है बांग्लादेश इस अहम मुकाबले से पहले माइंड-गेम खेल रहा है ताकि वो टीम इंडिया पर मनोवैज्ञानिक दबाव बना सके। इंडिया टुडे में छपी ख़बर के अनुसार बांग्लादेश टीम को लगता है कि टीम इंडिया की सबसे कमज़ोर कड़ी युवराज सिंह हैं और सेमी-फाइनल में एक सोची-समझी रणनीति के मुताबिक वो युवराज की ख़राब फील्डिंग को निशाना बनाने वाली है।
ख़बरों के मुताबिक बांग्लादेश टीम इस मैच के लिए चार तेज गेंदबाजों- मशरफे मुर्तजा, तस्कीन अहमद, रुबैल हुसैन, और मुस्ताफिजुर रहमान को मैदान पर उतराने का मन बना चुका है। उनको लगता है कि वो अपने तेज़ आक्रामण के द्वारा भारतीय बल्लेबाज़ी को दबाव में ला सकते हैं। पत्रकारों से बात करते हुए बांग्लादेश के कोच चंदिका हथरुसिंहा ने कहा कि “भारत से ज़्यादा संतुलित गेंदबाज़ी आक्रामण बांग्लादेश टीम के पास है।” उन्होंने आगे कहा “यह हमारे लिए बहुत बड़ा मैच नहीं बल्कि बहुत बड़ा मौका है। अगर हम इसको इस तरह से देखेंगे तो यह हमारे लिये अच्छा रहेगा। हर क्रिकेटर इस तरह का मौका चाहता है। मेरा सभी क्रिकेटरों के लिये यही संदेश है कि इस मौके का भरपूर फायदा उठाएं।” -
चैंपियंस ट्रॉफी में भारत के शुरुआत के दो मुकाबलों में टीम के स्टार ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को मौका नहीं दिया गया था। श्रीलंका से मिली 7 विकेट की हार के बाद अश्विन को नहीं खिलाए जाने को लेकर कप्तान विराट कोहली की काफी आलोचना की गई। मीडिया में आ रही ख़बरों के मुताबिक अब यह बात सामने आ रही है कि कप्तान कोहली चैंपियंस ट्रॉफी के लिए आर अश्विन को टीम में रखना ही नहीं चाहते थे।
डीएनए (DNA) में छपी रिपोर्ट के अनुसार चैंपियंस ट्रॉफी के लिए जब टीम इंडिया का चयन किया जा रहा था तो कोहली ने अश्विन की जगह चयनकर्ताओं को स्पिनर युजवेंद्र चहल और शहबाज़ नदीम के नाम पर विचार करने की राय दी थी। लेकिन अंत में चयनकर्ताओं ने अश्विन के नाम पर अपनी हामी भरी। आपको बता दें चैंपियंस ट्रॉफी के शुरुआत के दो मैचों में शिरकत नहीं करने वाले अश्विन ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अहम मुकाबले में अच्छी गेंदबाज़ी करते हुए 9 ओवर में 43 रन देते हुए 1 विकेट हासिल किया था। -
कुछ ही दिनों पहले पाकिस्तान के पूर्व विकेटीपर राशिद लतीफ़ ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो डाला था जिसमें उन्होंने भारत के पूर्व बल्लेबाज़ वीरेंद्र सहवाग को काफी बुरा भला बोला था। सहवाग को आड़े हाथों लेते हुए लतीफ़ भड़काऊ टिप्पणी कर बैठे थे। अब उनके इस वीडियो का जवाब भारतीय बल्लेबाज़ मनोज तिवारी ने दिया है। तिवारी ने अपने फेसबुक पेज पर एक वीडियो के माध्यम से राशिद को लताड़ते हुए कहा “राशिद का वीडियो लोगों का ध्यान और प्रसिद्धि हासिल करने के लिए किया गया एक स्टंट है। मैं साधारणतया वीडियो अपलोड नहीं करता लेकिन राशिद लतीफ के कॉमेंट ने मुझे मजबूर कर दिया। उन्होंने वीरेंद्र सहवाग जैसे लीजेंड खिलाड़ी को नीचा दिखाने की कोशिश की और यह एक शर्मनाक हरकत है। यही कारण है कि मैंने यह वीडियो अपलोड किया है।”
अपने वीडियो में तिवारी ने आगे कहा “इस बारे में काफी देर तक सोचने के बाद मुझे समझ में आया कि वह 60 सेकंड की प्रसिद्धि चाहते हैं। जो उन्हें आजकल मिल नहीं रही है। जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल उन्होंने वीडियो में किया है वह बताता है कि उनमें अन्य खिलाड़ियों का सम्मान करने के लिए शालीनता और शिष्टाचार नहीं है। उन्हें इस बात का एहसास होना चाहिए कि इस तरह की वीडियो पोस्ट करके उन्होंने बड़ी गलती की है।” -
चैंपियंस ट्रॉफी 2017 में बारिश का साया पूरे टूर्नामेंट में देखा गया। इंद्रदेवता ने चैंपियंस ट्रॉफी का पूरा समीकरण काफी हद तक बदल कर रख दिया। बारिश की वजह से सबसे ज़्यादा प्रभावित ऑस्ट्रलिया की टीम को होना पड़ा। कंगारू टीम के शुरुआत के दोनों मुकाबले बारिश की वजह से धुल गए। इस वजह से इनको अब सेमी-फाइनल में पहुंचने के लिए इंग्लैंड के विरुद्ध अपना आखिरी मैच जीतना ज़रूरी है। टीम इंडिया को रविवार को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपना आखिरी और सबसे अहम मुकाबला खेलना है। लेकिन इस मैच में भी बारिश का साया मंडरा रहा है। ग्रुप बी में भारत के एक जीत के साथ दो अंक हैं लेकिन उनका रन रेट बाकी टीमों से बेहतर है।
अपने पहले मैच में पाकिस्तान को 124 रनों से हराने के बाद दूसरे मैच में टीम इंडिया को उस समय करारा झटका लगा जब उन्हें श्रीलंका ने 7 विकेट से मात दे दी। इस हार का मतलब यह हुआ कि अब सेमी-फाइनल में पहुंचने के लिए भारत को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपने आखिरी लीग मैच में हर हाल में जीत दर्ज करनी होगी। लेकिन सभी भारतीय फैंस के मन में एक सवाल यह भी है कि यदि यह मैच बारिश की वजह से नहीं हो पाया और दोनों टीमों को 1-1 बाँट दिए जाते हैं तो फिर टीम इंडिया सेमी-फाइनल में पहुंचेगी या नहीं ?
आपको बता दें यदि भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच मैच में बारिश होती है और मैच पूरा नहीं हो पता तो इन हालत में भारत सेमी-फाइनल के लिए क्वालीफाई कर जाएगा क्योंकि रन-रेट के लिहाज़ से भारत यहाँ बाज़ी मार लेगा। बारिश के बाद फैसला नेट रन-रेट द्वारा किया जाएगा और भारत नेट रन-रेट के हिसाब से टॉप पर है। इस तरह से भारत सीधे सेमीफाइनल में पहुंच जाएगा। -
बेहतरीन गेंदबाजी, शानदार फाल्डिंग के बाद शिखर धवन और विराट कोहली की दमदार बल्लेबाजी के दम पर डिफेंडिंग चैंपियन भारत ने ग्रुप बी के क्वार्टर फाइनल हन चुके मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका को 72 गेंद पहले आठ विकेट से करारी शिकस्त देकर शान से आईसीसी चैंपियन्स ट्रॉफी के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया। भारत ने टॉस जीतने के बाद दक्षिण अफ्रीका को 44.3 ओवर में 191 रन पर ढेर कर दिया। इसके बाद धवन (78) और कोहली (नाबाद 76) ने दूसरे विकेट के लिये 128 रन की साझेदारी की जिससे भारत ने 38 ओवर में दो विकेट पर 193 रन बनाकर यह मैच भी एकतरफा बना दिया। युवराज सिंह (नाबाद 23) ने छक्का जड़कर टीम को जीत दिलायी।
इससे पहले हाशिम अमला (35) और क्विंटन डिकाक (53) ने पहले विकेट के लिए 76 रन जोड़कर दक्षिण अफ्रीका को धीमी लेकिन ठोस शुरूआत दिलायी थी। इन दोनों के पवेलियन लौटने के बाद दक्षिण अफ्रीका के आखिरी आठ विकेट 51 रन के अंदर निकल गये। मध्यक्रम में केवल फाफ डुप्लेसिस (36) ही कुछ योगदान दे पाये। भारत का नेट रन रेट काफी अच्छा है और उसका ग्रुप बी में शीर्ष पर रहना तय है। ऐसे में वह सेमीफाइनल में ग्रुप ए से दूसरे स्थान पर रहे बांग्लादेश से भिड़ेगा। ग्रुप बी का आखिरी लीग मैच कल श्रीलंका और पाकिस्तान के बीच खेला जाएगा। भारत पांचवीं बार चैंपियन्स ट्रॉफी के सेमीफाइनल में पहुंचा और इस तरह से उसने दक्षिण अफ्रीका के रिकॉर्ड की बराबरी की।
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चैंपियंस ट्रॉफी के अपने पहले ही मुकाबले में पाकिस्तान टीम को चिरप्रतिद्वंदी भारत से 124 रनों से करारी हार का सामना कर पड़ा था। इस मैच में टीम इंडिया ने पाकिस्तान टीम को खेल के हर विभाग में मात दी थी। अब पाक के ऑलराउंडर इमाद वसीम ने कहा है कि यदि उनकी टीम भारत के खिलाफ आक्रामकता के साथ खेलती तो वो उनको हरा सकते थे। गौरतलब है कि पहले मैच में भारत के हाथों मिली हार के बाद पाकिस्तान ने टूर्नामेंट में वापसी करते हुए दक्षिण अफ्रीका पर 19 रनों से जीत दर्ज की थी। इमाद ने अपने आखिरी मैच का हवाला देते हुए कहा कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उनकी टीम ने जैसी आक्रामक क्रिकेट खेली ठीक वैसे ही क्रिकेट वो भारत के विरुद्ध खेलते तो परिणाम कुछ और हो सकते थे।
आईसीसी की वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में इमाद ने कहा, “मैंने पहले भी कहा है, हम अपने दिन कुछ भी कर सकते हैं। बस हमें इस तरह के प्रदर्शन को लगातार करने की जरूरत है। हम हारें या जीतें, यह अलग मुद्दा है। अगर हमने भारत के खिलाफ भी इसी आक्रामकता के साथ खेला होता तो हम मैच जीत सकते थे।
आप अंतर देख सकते हैं।” दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैच में इमाद ने दिग्गज बल्लेबाज़ एबी डिविलियर्स को बिना खाता खोले पहली ही गेंद पर आउट कर दिया था। इस पर इमाद ने कहा, “यह क्रिकेट में होता रहता है। कई बार आप गेंद को मारते हैं तो कई बार गेंदबाज आपका विकेट ले लेता है। यह क्रिकेट है, आपको इससे प्रभावित होने की जरूरत नहीं है। उन्होंने शाट मारा और आउट हो गए। -
विराट कोहली … मौजूदा दौर का विश्व क्रिकेट का एक बहुत ही बड़ा नाम। लेकिन यह बल्लेबाज़ जब शून्य पर आउट हो जाए तो इसमें हैरानी की बात ज़रूर होगी। चैंपियंस ट्रॉफी में श्रीलंका के खिलाफ खेले गए मैच में विराट कोहली के फैंस को उस समय बड़ी निराशा हाथ लगी जब वो बिना कोई खाता खोले पवेलियन की ओर चलते बने। यह इसलिए भी ख़ास रहा कि तक़रीबन 3 साल बाद विराट वनडे क्रिकेट में शून्य पर आउट हुए। अपनी 5वीं ही गेंद पर वो शून्य के स्कोर पर तिसारा परेरा को अपना विकेट दे बैठे।
शिखर धवन और रोहित शर्मा की पहली विकेट की 138 रनों की शानदार साझेदारी के बाद तीसरे नंबर पर बल्लेबाज़ी करने आए विराट कोहली से सभी भारतीय फैंस को काफी उम्मीदें थीं लेकिन तिसारा परेरा की बाहर निकलती गेंद को छेड़ने के चक्कर में वो विकेटकीपर निरोशन डिकवेला को कैच थमा बैठे। इससे पहले कोहली वनडे क्रिकेट में अगस्त 2014 में शून्य पर आउट हुए थे। इसका मतलब यह हुआ कि कोहली वनडे में तक़रीबन 3 साल बाद बिना कोई रन बनाए आउट हुए। गौरतलब है कि 3 साल पहले भी कोहली इंग्लैंड में ही शून्य पर आउट हुए थे। -
चैंपियंस ट्रॉफी में पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले के बाद अब श्रीलंका के विरुद्ध मैच में भी शिखर धवन और रोहित शर्मा की जोड़ी ने साबित कर दिया कि सलामी जोड़ी के मामले में उनका कोई तोड़ नहीं। और बात अगर चैंपियंस ट्रॉफी में इनके रिकार्ड्स की करें तो फिर क्या कहने। चैंपियंस ट्रॉफी में इन दोनों की जोड़ी ने अब तक कुल 4 शतकीय साझेदारी निभा चुकी है। 2013 और 2017 की चैंपियंस ट्रॉफी को मिला कर इन दोनों की सलामी जोड़ी ने अब तक खेली 7 पारियों में 100 से भी ज़्यादा की औसत के साथ 2 अर्द्धशतकीय और 4 शतकीय साझेदारी निभाई है। आइए एक नज़र डालते हैं श्रीलंका के खिलाफ मैच के दौरान रोहित-धवन की जोड़ी द्वारा स्थापित किए गए कुछ कीर्तिमान पर :
चैंपियंस ट्रॉफी में सबसे ज़्यादा शतकीय साझेदारी – शिखर धवन और रोहित शर्मा की सलामी जोड़ी ने चैंपियंस ट्रॉफी में अब तक कुल 4 शतकीय साझेदारी पूरी कर चुके हैं जो चैंपियंस ट्रॉफी के इतिहास में किसी भी जोड़ी द्वारा सबसे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। 4 शतकीय साझेदारी के साथ-साथ उन्होंने 2 अर्द्धशतकीय साझेदारी भी निभाई है। रोहित-धवन की चैंपियंस ट्रॉफी में 4 शतकीय पार्टनरशिप – 127, 101, 136 और 138 -
चैंपियंस ट्रॉफी में भारत ने अपने पहले ही मुकाबले में चिरप्रतिद्वंदी पाकिस्तान को 124 रनों की करारी शिकस्त देते हुए टूर्नामेंट में शानदार आगाज़ किया। लेकिन इस मैच से पहले कप्तान विराट कोहली के लिए टीम के 11 खिलाड़ियों का चयन करना काफी सिर-दर्दी का काम रहा। ख़ासकर तेज़ गेंदबाज़ों के चयन ने विराट को काफी सोचने पर मजबूर किया। आखिर में विराट ने अनुभवी तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद शमी को अंतिम एकादश में शामिल नहीं किया। अब विराट ने पाकिस्तान के खिलाफ शमी को नहीं खिलाए जाने की वजह बताई है। शमी के बारे में बात करते हुए कोहली ने कहा “शमी ने काफी समय से 50 ओवर का क्रिकेट नहीं खेला था, अभ्यास मैचों में उनका प्रदर्शन देखकर मैं खुश हूं लेकिन मुझे लगा कि बुमराह और भुवनेश्वर ने हमारे द्वारा खेली गई पिछली कुछ सीरीज में अधिक अभ्यास और अच्छा प्रदर्शन किया है।”
कोहली ने आगे कहा “हमें शमी की क्षमता मालूम है, इसलिए वे हमेशा हमारे सेट-अप में रहेंगे। कोहली ने यह भी कहा कि शमी ऐसे खिलाड़ी हैं, जो आपको किसी भी परिस्थिति में मैच जितवा सकते हैं। कोहली ने उनकी फिटनेस पर कहा कि वे वापस अपने रास्ते पर लौट रहे हैं और भगवान न करें कि टीम में किसी के साथ ऐसा हो। उन्होंने कहा कि शमी गेंदबाजी के लिए एकदम तैयार हैं। -
रविवार को हुए भारत-पाकिस्तान मैच में टीम इंडिया ने पाकिस्तान को 124 रनों से करारी शिकस्त दी। भारत ने पहले बैटिंग करते हुए शानदार बल्लेबाज़ी का मुज़ाहिरा पेश किया। भारत की पारी का आख़िरी और 48वां ओवर बेहद ही ख़ास रहा। दरअसल, इस ओवर में हार्दिक पंड्या ने तीन गेंदो पर लगातार तीन छक्के जड़े। तीन लगातार छक्के जड़कर पंड्या ने बता दिया कि क्यों उनको टीम इंडिया का बेस्ट फिनिशर कहा जाने लगा है। अब इस मैच के बाद अपनी पारी को लेकर खुद पंड्या ने एक खुलासा किया है। पांड्या ने कहा, ”46वें ओवर में कोच ने मुझसे कहा कि अगला नंबर आपका है और जाकर पैड पहनो। इसके बाद मैंने जल्दी से पैड पहने और युवराज के आउट होने के तुरंत बाद मैं मैदान पर उतर गया।”
पंड्या ने ये भी बताया कि जब वो बल्लेबाज़ी करने जा रहे थे तो उनपर दबाव था। इस बाबत पंड्या ने कहा, ”ईमानदारी से कहूं तो मेरे ऊपर दबाव था, लेकिन कहीं ना कहीं मैं ये भी सोच रहा था कि ये आम मैच जैसा ही है। मैं खुद पर ज्यादा दबाव नहीं लाना चाह रहा था। क्योंकि ज्यादा दबाव आपके खेल को खराब कर देता है। मैं खुद को शांत रखने की कोशिश कर रहा था।” पांड्या ने आगे कहा, ”मैं ये नहीं सोच रहा था कि ये एक बड़ा मैच है। मैं इसे आम मैचों की तरह ही ले रहे था। अंत में हमने इस मैच में शानदार खेल दिखाया और जीत हासिल की।” -
चैंपियंस ट्रॉफी में बांग्लादेश को हराकार जीत के साथ टूर्नामेंट का आगाज़ करने वाली इंग्लैंड का सामना मंगलवार को न्यूजीलैंड से होगा। चैंपियंस ट्रॉफी ग्रुप ए के मैच में जब दोनों टीमें भिड़ेगीं तो उनका एकमात्र उद्देश जीत के साथ 2 अंक हासिल कर टूर्नामेंट में अपनी जगह सुरक्षित करते हुए आगे बढ़ना होगा। हालांकि न्यूजीलैंड के लिए यह मैच जीतना बेहद अहम रहेगा। बारिश के कारण आस्ट्रेलिया के खिलाफ उसका पहला मैच बेनतीजा रहा था जिससे उसे एक अंक से ही संतोष करना पड़ा। वहीं खिताब की प्रबल दावेदार इंग्लैंड की पूरी कोशिश सेमीफाइनल के लिए अपना दावा पुख्ता करना होगा। इंग्लैंड ने पहले मैच में 306 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए बांग्लादेश को हराया था । जो रूट की नाबाद शतकीय पारी(133), एलेक्स हेल्स (95) और कप्तान ईयोन मोर्गन की बेहतरीन नाबाद 75 रन की पारी की बदौलत इंग्लैंड ने ग्रुप-ए के मुकाबले में बांग्लादेश को 8 विकेट से हरा कर चैंपियंस ट्रॉफी का विजयी आगाज़ किया था। सलामी बल्लेबाज जेसन रॉय हालांकि पिछली छह वनडे पारियों में 20 से अधिक का स्कोर नहीं बना सके।
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रविवार को हुए भारत-पाकिस्तान मैच में टीम इंडिया ने पाकिस्तान को 124 रनों से करारी शिकस्त दी। भारत ने पहले बैटिंग करते हुए शानदार बल्लेबाज़ी का मुज़ाहिरा पेश किया। भारत की पारी का आख़िरी और 48वां ओवर बेहद ही ख़ास रहा। दरअसल, इस ओवर में हार्दिक पंड्या ने तीन गेंदो पर लगातार तीन छक्के जड़े। तीन लगातार छक्के जड़कर पंड्या ने बता दिया कि क्यों उनको बेस्ट फिनिशर कहा जाने लगा है। मैच के बाद कोहली ने ये खुलासा किया कि धोनी ने ऊपर पंड्या को भेजे जाने का फैसला अंतिम पल में लिया गया था।
हार्दिक पंड्या के बारे में प्रेस कांफ्रेंस में बात करते हुए विराट कोहली ने कहा, ‘जिस तरह उसने बल्लेबाजी की वो अविश्वसनीय लगी। हमने अंत में तेजी से रन बनाना शुरू किए, तब उन्होंने पूछा कि धोनी से पहले हार्दिक को बल्लेबाजी के लिए भेजे तो सभी राजी हो गए क्योंकि वो पहली ही गेंद से लंबे शॉट जमाना जानता है। उसने लगातार तीन छक्के जड़ दिए जो शायद अंत में बड़ा फर्क पैदा कर गए।’ -
आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी आईसीसी के द्वारा आयोजित किए जाने वाले टूर्नामेंटों में विश्व कप के बाद दूसरा सबसे बड़ा टूर्नामेंट है। इसकी शुरुआत साल 1998 में की गई थी। पहला संस्करण बांग्लादेश में आयोजित किया गया था। इसके बाद हर दो साल के बाद यह टूर्नामेंट आयोजित किया जाने लगा। लेकिन 2009 में दक्षिण अफ्रीका में जब इस टूर्नामेंट का आयोजन किया गया तब तीन साल गुजर चुके थे। इसके बाद अगला संस्करण 2013 में इंग्लैंड में चार सालों के बाद आयोजित किया गया। माना गया कि यह इस टूर्नामेंट का अंतिम संस्करण है और इसकी जगह आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का आयोजन किया जाएगा। बहरहाल, साल 2014 में यह निर्णय पलट दिया गया। आईसीसी ने घोषणा की कि अगली चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन 2017 में किया जाएगा। यह चैंपियंस ट्रॉफी का नौंवा संस्करण है। इस बीच सवाल पैदा होता है कि चैंपियंस ट्रॉफी में अब तक सबसे ज्यादा छक्के लगाने का रिकॉर्ड किस बल्लेबाज के नाम है। आइए हम आपको इन पांच बल्लेबाजों से रूबरू कराते हैं।
सौरव गांगुली : टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली को ऑफ स्टंप का भगवान कहा जाता था। गेंदबाज ने उन्हें अगर ऑफ स्टंप के आसपास जगह बनाने का मौका दे दिया तो उसकी खैर नहीं। गांगुली साल 1998 से 2004 तक चैंपियंस ट्रॉफी में खेले। इस दौरान उन्होंने 13 मैचों की 11 पारियों में 73.88 के बेहतरीन औसत से 665 रन बनाए। गांगुली ने इस दौरान तीन शतक और तीन अर्धशतक लगाए। इसके अलावा उनका सर्वोच्च स्कोर 117* रहा। गांगुली के नाम चैंपियंस ट्रॉफी में सबसे ज्यादा छक्के लगाने का रिकॉर्ड है। वह 17 छक्के लगा चुके हैं। गांगुली ने साल 2000 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 141* रनों की पारी के दौरान 6 छक्के जड़े थे। -
जब अगले कुछ दिनों के बाद चैंपियंस ट्रॉफी में दुनिया की आठ प्रमुख टीमें एक दूसरे से भिड़ेंगी तो दुनियाभर के क्रिकेट प्रेमियों का जमकर इंटरटेनमेंट होना तय है। यह टूर्नामेंट 1 से 18 जून तक इंग्लैंड में खेला जाएगा। पहले मैच में इंग्लैंड बांग्लादेश का सामना करेगी। यह मैच ओवल, लंदन में खेला जाएगा। यह टूर्नामेंट साल 1998 से खेला जा रहा है। पहले इसका नाम आईसीसी नॉकआउट था। साल 2002 में इस टूर्नामेंट का नाम बदलकर आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी रख दिया गया। तब से अब तक इस टूर्नामेंट के कुल 8 संस्करणों का आयोजन किया जा चुका है। जिसमें सबसे ज्यादा बार इस टूर्नामेंट को ऑस्ट्रेलिया और भारत ने दो-दो बार जीता है। भारत गत विजेता है। वहीं साल 2002 में टीम इंडिया श्रीलंका के साथ उप-विजेता रही थी। लेकिन इस बीच सवाल खड़ा होता है कि इस टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज कौन हैं? आइए नज़र डालते हैं।
क्रिस गेल : वेस्टइंडीज के तेज़-तर्रार बल्लेबाज क्रिस गेल के नाम चैंपियंस ट्रॉफी में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड दर्ज है। गेल ने साल 2002 से 2013 के बीच कुल 17 मैचों की 17 पारियों में 52.73 के शानदार औसत से 791 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने तीन शतक और एक अर्धशतक लगाया। इसके अलावा वह 101 चौके लगाने में भी कामयाब रहे। गेल का सर्वोच्च स्कोर 133* है। इस साल चैंपियंस ट्रॉफी के लिए वेस्टइंडीज क्वालीफाई नहीं कर पाई है। इस तरह हम गेल को इस संस्करण में खेलते हुए नहीं देख पाएंगे। गेल के नाम 15 छक्के हैं और वह इस टूर्नामेंट में दूसरे सबसे ज्यादा छक्के लगाने वाले बल्लेबाज हैं।
महेला जयवर्धने : श्रीलंका के महेला जयवर्धने चैंपियंस ट्रॉफी में दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। जयवर्धने ने साल 2000 से 2013 तक चैंपियंस ट्रॉफी में 22 मैचों की 21 पारियों में 41.22 की औसत से 742 रन बनाए। जयवर्धने की औसत अपने हमवतन संगकारा से बेहतर है। जयवर्धने ने इस दौरान पांच अर्धशतक लगाए। उनका सर्वोच्च स्कोर 84* रहा। जयवर्धने का स्ट्राइक रेट 84.80 का रहा जो अच्छा नज़र आता है। -
टीम इंडिया के तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद शमी चैंपियंस ट्रॉफी 2017 के दौरान अंतर्राष्ट्रीय एकदिवसीय क्रिकेट में एक बड़ा रिकॉर्ड बना सकते हैं। वनडे क्रिकेट में शमी सबसे तेज़ 100 विकेट लेने वाले गेंदबाज़ बन सकते हैं। ये बड़ा कारनामा करने के लिए शमी को 4 मैचों में 13 विकेट की दरकार है। फिलहाल शमी के 47 एकदिवसीय मैचों में 87 विकेट हैं। वनडे क्रिकेट में सबसे तेज़ 100 विकेट लेने का रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के मिचेल स्टार्क के नाम है जिन्होंने 52 मैचों में ये कारनामा किया था।
स्टार्क ने पाकिस्तान के ऑफ स्पिनर सक़लैन मुश्ताक का रिकॉर्ड तोड़ा था। वनडे में सबसे तेज़ 100 विकेट लेने की फेहरिस्त में सक़लैन मुश्ताक दूसरे नंबर पर काबिज़ हैं। उन्होंने 53 मैचों में 100 विकेट चटके हैं। इस लिस्ट में इसके बाद नाम आता है न्यूज़ीलैंड के शेन बॉन्ड का जिन्होंने 54 मैचों में 100 विकेट हासिल किए हैं। ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज तेज़ गेंदबाज़ ब्रेट ली ने 55 मैचों में 100 लेने का कारनामा किया है जबकि दक्षिण अफ्रीका के लेग स्पिनर इमरान ताहिर ने महज़ 58 मैचों में 100 विकेट पूरे किए हैं। चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान मोहम्मद शमी अगर 4 मैचों में 13 ले लेते हैं तो वो इस फेहरिस्त में पहले नंबर पर पहुंच जाएंगे। आपको बता दें शमी घुटने के ऑपरेशन के क़रीब 2 सालों बाद वनडे क्रिकेट में वापसी करने जा रहे हैं। -
वनडे रैंकिंग में तीसरे पायदान के साथ टीम इंडिया आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2017 खेलने के लिए इंग्लैंड आई है। इस बार खिताब जीतने का टीम इंडिया को प्रबल दावेदार माना जा रहा है। वैसे पिछले एक से डेढ़ साल में टीम इंडिया ने वनडे मैच कम ही खेले हैं। लेकिन इस दौरान उनका टेस्ट क्रिकेट में प्रदर्शन बेहतरीन रहा है। वहीं इस साल की शुरुआत में इंग्लैंड जैसी बड़ी टीम के खिलाफ भी टीम इंडिया के सितारों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया था। जाहिर है कि वे इस बड़े टूर्नामेंट में वही प्रदर्शन जारी रखना चाहेंगे। चैंपियंस ट्रॉफी में जब टीम इंडिया के खिलाड़ी मैदान पर उतरेंगे तो उनकी निगाहें कुछ बड़े रिकॉर्ड अपने नाम करने पर होंगी। कौन है ये खिलाड़ी क्या हैं ये रिकॉर्ड? आइए नजर डालते हैं।
विराट कोहली : टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली का सबसे तेज 7,000 वनडे रन बनाने का रिकॉर्ड भले ही हाशिम अमला ने तोड़ दिया हो लेकिन वह एक और बड़े रिकॉर्ड की ओर आगे बढ़ रहे हैं। कोहली वनडे में अपने 8,000 रन पूरे करने से सिर्फ 245 रन दूर हैं। वहीं अगर वह ये 245 रन बना लेते हैं तो वनडे क्रिकेट में सबसे कम पारियों में 8,000 रन पूरे करने वाले बल्लेबाज बन जाएंगे। उन्होंने अब तक 171 पारियां ही खेली हैं। अभी यह रिकॉर्ड एबी डीविलियर्स के नाम है जिन्होंने 8,000 रन 182 पारियों में पूरे किए थे। इसके अलावा कोहली अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपने 14,000 रन पूरे करने से सिर्फ 39 रन पीछे हैं। वहीं, जब विराट पाकिस्तान के खिलाफ पहले मैच के लिए उतरेंगे तो वह उनका बतौर कप्तान 50वां मैच होगा। -
इंग्लैंड के एजबेस्टन स्टेडियम में 4 जून को भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले हाईवोल्टेज मुकाबले में अब 24 घंटे से भी कम का समय रह गया है। ऐसे में अब भारत और पाकिस्तान दोनों ही टीमें मैच को लेकर अपनी आख़िरी तैयारियों में जुट गई है। टीम इंडिया ने भी इस मैच के लिए अपनी कमर कस ली है और मैच से पहले भारतीय खेमे की तरफ से एक अच्छी ख़बर ये आ रही है कि भारतीय टीम के सभी 15 सदस्य फिट हैं और सिलेक्शन के लिए उपलब्ध हैं। रविवार को पाकिस्तान के खिलाफ होने वाले महामुकाबले से पहले टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने इस बात को साफ कर दिया है कि सभी 15 खिलाड़ी फिट हैं जिनमें युवराज सिंह भी शामिल हैं।
पाकिस्तान के खिलाफ इस अहम मुकाबले से पहले पत्रकारों से बात करते हुए विराट कोहली ने कहा ” भारतीय टीम के सभी खिलाड़ी पूरी तरह फिट हैं और कल के मैच में भाग लेने के लिए तैयार हैं।” जब कोहली से कल के मैच के 11 खिलाड़ियों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वो आज पिच देखने के बाद टीम तय करेंगे। इसके साथ ही चिरप्रतिद्वंदी पाकिस्तान के बारे में कोहली ने कहा कि ” पाकिस्तान टीम किसी को भी चौंकाने का माद्दा रखती है। भारत और पाकिस्तान आपस में साल में सिर्फ एक ही बार खेलती है, ऐसे में दोनों ही टीमें एक-दूसरे को चौंका सकती हैं। लेकिन हमारी टीम अच्छी लय में है और हमनें पिछले दो अभ्यास मैचों में काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। “ -
मिनी वर्ल्ड कप के नाम से मशहूर चैंपियंस ट्रॉफी का आगाज़ हो गया है। टूर्नामेंट में हिस्सा ले रही सभी 8 टीमें अपने अपने ग्रुप मैच की तैयारी में जुटी हुई हैं तो कुछ टीमें लीग मैच भी खेल चुकी हैं। टीम इंडिया को 4 जून को पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले से चैंपियंस ट्रॉफी में अपने अभियान की शुरुआत करनी है। इसी के मद्देनजर टीम इंडिया नेट प्रैक्टिस में जमकर पसीना बहाते हुए नज़र आ रही। टूर्नामेंट से पहले ही कई क्रिकेट के माहिर टीम इंडिया के खिताब जीतने की भविष्यवाणी कर चुकें हैं। लेकिन एक बड़ा ही हैरान करने वाला बयान पाकिस्तानी खेमे से सामने आया जो किसी के भी गले से नीचे नहीं उतर रहा। दरअसल पाकिस्तान के दिग्गज़ क्रिकेटर और तूफानी बल्लेबाज़ शाहिद अफरीदी ने कहा है कि रविवार को चैंपियंस ट्राफी में भारत के खिलाफ होने वाले दिलचस्प मुकाबले में विराट कोहली की अगुवाई वाली टीम का पलड़ा भारी है।
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महेंद्र सिंह धोनी… अपने आप में एक ऐसा नाम जो अपनी टीम के लिए कुछ भी करने के लिए तैयार रहता है। एक कप्तान और खिलाड़ी के तौर पर इस खिलाड़ी को आपने कई बार देखा होगा लेकिन प्रैक्टिस सेशन के दौरान टीम इंडिया को अभ्यास कराते हुए आपने इन्हें शायद नहीं देखा होगा। अब जब टीम इंडिया पाकिस्तान के खिलाफ चैंपियंस ट्रॉफी का अपना पहला मैच खेलने के लिए तैयार है, ऐसे में मैच से चंद दिनों पहले धोनी ने बल्लेबाज़ों को नेट पर बॉल थ्रो करके बैटिंग प्रैक्टिस कराई।
4 जून को पाकिस्तान के खिलाफ खेले जाने वाले मुकाबले से पहले टीम इंडिया इसकी तैयारियों में ज़ोर-शोर से जुट गई है। और इस तैयारी में धोनी भी अपने खिलाड़ियों की मदद कर रहे हैं। टीम इंडिया के फेसबुक पेज पर अपलोड किए गए वीडियो में देखा जा सकता है कि नेट पर माही साइड ऑर्म के साथ गेंदबाजी कर रहे हैं। पाकिस्तान के साथ अहम मुकाबले से पहले धोनी जैसे अनुभवी खिलाड़ी का अभ्यास सत्र के दौरान बल्लेबाज़ों को प्रैक्टिस कराना इस बात को उजागर करता है कि टीम इंडिया कितनी संजीदगी के साथ अपनी तैयारियों में जुटी हुई है। -
दुनिया की आठ टॉप टीमों के बीच चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब हासिल करने के लिए गुरुवार से संघर्ष शुरू हो गया है। 1 जून से 18 जून तक चलने वाली चैंपियंस
ट्रॉफी में कई टीमों को खिताब जीतने का मुख्य दावेदार माना जा रहा है। इनमें से प्रमुख चार टीम इंग्लैंड,साउथ अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और भारत हैं। इंग्लैंड पहले ही साउथ अफ्रीका को तीन मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला में हराकर अपना दम दिखा चुकी है। वहीं स्टार खिलाड़ियों वाली साउथ अफ्रीका में ऐसे तमाम खिलाड़ी हैं जिनके रुतबे से सब वाकिफ हैं। टूर्नामेंट में दो बार चैंपियन रही ऑस्ट्रेलिया दुनिया की सबसे मज़बूत टीमों में से एक है। भारत को पहले ही कई क्रिकेट दिग्गज़ इस बार के खिताब का विनर बना चुके हैं। आइए जानते हैं क्यों ये चार टीमें बन सकती है इस साल की चैंपियन। -
सभी क्रिकेट प्रेमियों को इंतज़ार है तो 4 जून को होने वाले भारत और पाकिस्तान महामुकाबले का। जब भी यह दोनों टीमें आमने-सामने होती हैं तो खेलने वालों के साथ करोड़ों देशवासियों की भी सांसें मानो थम जाती हैं। एजबेस्टन में होने वाले इस मुकाबले के लिए दोनों ही टीमें इन दिनों जी-तोड़ मेहनत कर रही है। बात अगर चैंपियंस ट्रॉफी की करें तो भारत और पाकिस्तान के बीच इस टूर्नामेंट में कुल तीन मैच हुए हैं जिसमें पाकिस्तान ने दो और भारत ने एक मैच जीता है। पाकिस्तान ने जहां 2004 और 2009 में मुकाबले जीते थे वहीं भारत ने 2013 में बाज़ी मारी थी। 2004 में पाकिस्तान ने भारत को 3 विकेट से हराया था। जबकि साल 2009 में पाकिस्तान ने भारत पर 54 रन से जीत हासिल की थी। वहीं आख़िरी चैंपियंस ट्रॉफी यानी साल 2013 में हुए मुकाबले में भारत ने पाकिस्तान को मुहतोड़ जवाब दिया और 8 विकेट से मैच जीता था। इस साल भी टीम इंडिया की कोशिश कुछ यही होगी कि वो इस मैच को अपने नाम करें। इसके लिए यह बहुत ज़रूरी हो जाता है कि भारत 4 जून को पाकिस्तान के खिलाफ अपने बेस्ट 11 खिलाड़ियों को मैदान पर उतारे। आइए एक नज़र डालते है भारत के उन संभावित 11 खिलाड़ियों पर जो पाकिस्तान के विरुद्ध मैच में खेल सकते हैं।
शिखर धवन : टीम इंडिया के गब्बर शिखर धवन की चैंपियंस ट्रॉफी से कुछ बेहतरीन यादें जुड़ी हुईं हैं। साल 2013 में खेलते हुए उन्होंने इस टूर्नामेंट में रनों का अंबार लगा दिया था। ऐसे में पाकिस्तान के खिलाफ मैच में भारत को उनसे काफी उम्मीदें होंगी। धवन अब तक 76 वनडे में 42.91 की औसत से 3090 रन बना चुके हैं। इसमें नौ शतक और 17 अर्धशतक शामिल हैं । -
इंग्लैंड से मिली वनडे सीरीज में हार के बावजूद आईसीसी वनडे रैंकिंग में दक्षिण अफ्रीका टीम की बादशाहत कायम है। हाल ही में इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका के बीच ख़त्म हुई 3 मैचों की सीरीज के बाद आईसीसी ने अपनी ताज़ा वनडे रैंकिंग ज़ारी की है। सीरीज में इंग्लैंड ने दक्षिण अफ्रीका को 2-1 से मात दी थी। लेकिन इस सीरीज हार के बाद भी दक्षिण अफ्रीका टीम के 122 अंक बरक़रार है और वो इस रैंकिंग में पहले स्थान पर कायम है। जबकि ऑस्ट्रेलिया टीम 118 अंक लेकर दूसरे पायदान पर है। भारत 117 अंक के साथ ऑस्ट्रेलिया से सिर्फ 1 अंक पीछे है और वो तीसरे पायदान पर कायम है।
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज जीतने पर इंग्लैंड की टीम को 1 अंक का फायदा हुआ है लेकिन उसकी रैंकिंग पर कोई फ़र्क देखने को नहीं मिला और वो पांचवें स्थान पर 112 प्वाइंट के साथ अभी भी काबिज़ है। रैंकिंग के अनुसार बांग्लादेश छठे नंबर पर है और श्रीलंका की टीम 92.8 प्वॉइंट के साथ उससे पीछे है। वहीं पाकिस्तान की टीम 88 अंकों के साथ आठवें और वेस्टइंडीज 79 अंकों के साथ नवें पायदान पर इस रैंकिंग में बांग्लादेश से पीछे काबिज़ हैं। इसका मतलब ये हुआ कि बांग्लादेश की टीम तीन विश्व विजेताओं श्रीलंका, पाकिस्तान और वेस्टइंडीज से रैंकिंग में आगे है। चैंपियंस ट्रॉफी शुरू होने से पहले ये इस टीम के मनोबल को काफी बढ़ा सकता है। चौथे नंबर पर मौजूद न्यूजीलैंड की टीम के 114 अंक हैं। -
1 जून से शुरू हो रही चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम इंग्लैंड पहुंचकर नेट पर जमकर पसीना बहाने में जुटी हुई है। भारत को अपना पहला मुकाबला 4 जून को पाकिस्तान के खिलाफ बर्मिंघम में खेलना है। टूर्नामेंट से पहले भारत के सीनियर बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे मानना है कि अपनी क्षमता के अनुरूप खेलने पर वे चैंपियंस ट्रॉफी खिताब बरकरार रखने में कामयाब रहेंगे ।
रहाणे ने बीसीसीआई टीवी से कहा ,‘‘ चैंपियंस ट्राफी काफी चुनौतीपूर्ण होगी । हर टीम के पास अच्छा संयोजन है लेकिन अगर हम अपनी क्षमता के अनुरूप खेल सके तो मुझे अच्छे प्रदर्शन का यकीन है ।’’ उन्होंने कहा कि अच्छे अभ्यास सत्र के बाद टीम आत्मविश्वास से ओतप्रोत है । उन्होंने कहा ,‘‘ ड्रेसिंग रूम में मूड बहुत अच्छा है । हमने पहले दिन अच्छा अभ्यास किया । खिलाड़ियों के बीच जबर्दस्त आपसी तालमेल है ।’’ उन्होंने कहा कि लार्ड्स पर अभ्यास खास है क्योंकि उन्होंने अपना सर्वश्रेष्ठ टेस्ट शतक क्रिकेट के मक्का पर ही लगाया था। बता दें रहाणे टीम के उप कप्तान हैं। पिछली वनडे श्रृंखला में उनको विराट कोहली का उत्तराधिकारी बनाया गया था। टेस्ट श्रृंखलाओं में भी रहाणे ही पिछले काफी दिनों से भारत के उप-कप्तान रहे हैं। लेकिन हाल ही में मीडिया में आई ख़बरों के मुताबिक चैंपियंस ट्रॉफी के लिए रहाणे की जगह रोहित शर्मा को उप कप्तान बनाने की बात सामने आई थी।
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इंग्लैंड में 1 जून से शुरू हो रही चैंपियंस ट्रॉफी में टीम इंडिया अपना ख़िताब बचाने के इरादे से इस टूर्नामेंट में शिरकत करेगी। भारत का सबसे अहम मुकाबला 4 जून को चिरप्रतिद्वंदी पाकिस्तान के विरुद्ध होना है। ये दोनों ही टीमों का इस टूर्नामेंट में पहला मैच होगा। ऐसे में दोनों ही टीमों की कोशिश यही होगी कि वो इस मैच को अपने नाम करके चैंपियंस ट्रॉफी 2017 का आगाज़ जीत के साथ करें। पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली को यक़ीन है कि 4 जून को होने वाले मैच में भारतीय टीम पाकिस्तान के खिलाफ बेहतर प्रदर्शन करेगी।
भारत-पाक मैच के बारे में बात करते हुए बंगाल टाइगर गांगुली ने कहा “ये काफी दबाव वाला मैच होगा और जो भी दबाव झेलने में सक्षम होगा जीत उसी की होगी। मेरा मानना है कि पिछले 10 सालों में भारतीय टीम पाकिस्तान के मुकाबले काफी मजबूत हो गई है। मुझे लगता है कि पाकिस्तान भारत के लिए कोई खतरा नहीं है। पाकिस्तान की टीम अब पहले जितनी मजबूत नहीं रही और भारत को इसका फायदा मिलेगा।” -
इंग्लैंड में एक जून से खेले जाने वाली चैंपियंस ट्रॉफी के लिए सभी टीमों ने अपनी कमर कस ली है। पाकिस्तान टीम भी उन्हीं में से एक है। लेकिन इस टूर्नामेंट से कुछ दिन पहले ही पाकिस्तान ने अपनी 15 सदस्यीय टीम से उमर अकमल का नाम हटा दिया। उमर को ये कहकर वापस पाकिस्तान भेज दिया गया कि वो फिट नहीं हैं और इस वजह से वो चैंपियंस ट्रॉफी में पाकिस्तान टीम का हिस्सा नहीं बन सकते। उनकी जगह हारिस सोहेल को टीम में शामिल किया गया है। आपको बता दें हारिस ने पाकिस्तान के लिए अब तक कुल 22 मैच खेले हैं जिसमें उनका प्रदर्शन शानदार रहा है। उन्होंने 43 की औसत के साथ 7 अर्द्धशतक सहित 774 रन बनाए हैं। इनकी खास बात ये है कि वो स्पिन गेंदबाज़ी भी कर लेते हैं। हारिस 2015 विश्व कप में पाकिस्तान टीम का हिस्सा थे।
हारिस की टीम में आने की वजह उमर अकमल को बाहर किया जाना है लेकिन अब तक उमर को ऐसे अचानक टीम से बाहर किया जाना समझ से परे है। बताया गया कि उमर का दो बार फिटनेस टेस्ट लिया गया जिसमें वो फेल हो गए और परिणामस्वरूप उन्हें टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। पाकिस्तान लौटने के बाद एक टीवी इंटरव्यू में उमर अकमल ने कहा, “मैं इंजमाम उल हक को शुक्रिया कहता हूं कि उन्होंने वहां मेरा फिटनेस टेस्ट लिया। मैं टीम के साथ हूं या नहीं लेकिन मेरी शुभकामनाएं टीम के साथ हैं।” -
आईसीसी द्वारा जारी ताज़ा वनडे रैंकिंग में बांग्लादेश की टीम ने लंबी छलांग लगाई है। अपने हालिया अच्छे प्रदर्शन के कारण बांग्लादेश की टीम अब नवें स्थान से सीधा छठे स्थान पर पहुंच गई है। जारी की गई ताज़ा वनडे रैंकिंग के अनुसार अब बांग्लादेश के 93.5 अंक हो गए हैं। वहीं दक्षिण अफ्रीका ने वनडे में अपनी बादशाहत को बरक़रार रखा है। वो 122 प्वाइंट के साथ नंबर वन पर काबिज़ है जबकि ऑस्ट्रेलिया टीम 118 अंक लेकर दूसरे पायदान पर है। भारत 117 अंक के साथ ऑस्ट्रेलिया से सिर्फ 1 अंक पीछे है और वो तीसरे पायदान पर कायम है।
आपको बता दें अभी हाल ही में बांग्लादेश की टीम ने आयरलैंड और न्यूज़ीलैंड को मात दी थी जिसका फायदा उन्हें वनडे रैंकिंग में मिला। ये पहला मौक़ा है जब वनडे रैंकिंग में बांग्लादेश की टीम इतनी आगे पहुंची है। श्रीलंका की टीम 92.8 प्वॉइंट के साथ उससे पीछे है। वहीं पाकिस्तान की टीम 88 अंकों के साथ आठवें और वेस्टइंडीज 79 अंकों के साथ नवें पायदान पर इस रैंकिंग में बांग्लादेश से पीछे काबिज़ हैं। -
हाल ही में मुंबई में सीएट द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में टीम इंडिया के खिलाड़ी रविचंद्रन अश्विन और सुरेश रैना ने शिरकत की। इस कार्यक्रम में बात करते हुए दोनों ने टीम इंडिया के कई खिलाड़ियों के राज़ खोले। अश्विन ने यहाँ बताया कि भारतीय टीम का इस समय सबसे अच्छा डांसर कौन है। उन्होंने कहा कि टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली और सुरेश रैना बेस्ट डांसर हैं। हालांकि खुद रैना ने कहा कि वो अच्छे गायक ज़रूर हैं लेकिन विराट कोहली ही सबसे अच्छे डांसर हैं।
आपको बता दें सुरेश रैना वाकई में एक अच्छे गायक हैं। इस बात का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बॉलीवुड फिल्म ‘मेरठिया गैंगस्टर’ में उन्होंने गाना गाया था। साथ ही उन्हें कई टीवी शो में भी गाते हुए देखा जा चुका है जिसमें कपिल शर्मा का शो भी शामिल है। विराट कोहली की डांसिंग क़ाबलियत से तो हम सभी वाकिफ ही हैं। उन्हें भी कई शो में डांस करते हुए हम सभी ने देखा है। यहाँ तक कि युवराज सिंह की शादी में भी कोहली ने अपनी गर्लफ्रेंड अनुष्का शर्मा संग काफी ठुमके लगाए थे जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल भी हुआ था। -
इंग्लैंड में एक जून से आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी का आगाज हो रहा है। 18 दिनों तक चलने वाले इस टूर्नामेंट में एकदिवसीय क्रिकेट की 8 टॉप टीमें हिस्सा ले रही हैं। इसके लिए सभी देशों ने अपनी 15 सदस्यीय टीम की घोषणा कर दी है। इस टूर्नामेंट में 8 टीमों को 2 ग्रुप में विभाजित किया गया है। ग्रुप-ए में ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और बांग्लादेश की टीमें हैं जबकि ग्रुप-बी में भारत, पाकिस्तान, दक्षिण अफ्रीका और श्रीलंका की टीमें हैं। आपको बता दें ये 8वां चैंपियंस ट्रॉफी टूर्नामेंट खेला जाएगा। सबसे पहले ये टूर्नामेंट 1998 में खेला गया था जिसे दक्षिण अफ्रीका ने जीता था। बात अगर पिछले आईआईसी चैंपियंस ट्रॉफी की करें तो ये साल 2013 में इंग्लैंड में ही खेली गई थी जिसका विजेता भारत रहा था। एक नज़र डालते हैं टीमों पर :
भारत : विराट कोहली (कप्तान), शिखर धवन, रोहित शर्मा, अजिंक्य रहाणे, महेंद्र सिंह धोनी (विकेटकीपर), युवराज सिंह, केदार जाधव, हार्दिक पांड्या, आर अश्विन, रविंद्र जडेजा, मोहम्मद शमी, उमेश यादव, भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह, दिनेश कार्तिक।
ऑस्ट्रेलिया : स्टीव स्मिथ (कप्तान), डेविड वॉर्नर (उप-कप्तान), पैट कमिंस, आरोन फिंच, जॉन हैस्टिंग्स, जोश हेजलवुड, ट्रेविस हेड, मोइसेस हेनरिक्स, क्रिस लिन, ग्लेन मैक्सवेल, जेम्स पैटिनसन, मिचेल स्टार्क, मार्कस स्टोइनिस, मैथ्यू वेड और एडम जम्पा। -
इंग्लैंड में 1 जून से शुरू हो रही चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टीम इंडिया का एलान तो कर दिया गया है लेकिन इस टीम के लिए आधिकारिक तौर पर उप-कप्तान नियुक्त नहीं किया गया है। पिछली वनडे श्रृंखला की अगर बात करें तो अजिंक्य रहाणे को विराट कोहली का उत्तराधिकारी बनाया गया था। टेस्ट श्रृंखलाओं में भी रहाणे ही पिछले काफी दिनों से भारत के उप-कप्तान रहे हैं। लेकिन डेक्कन क्रॉनिकल (DECCAN CHRONICLE) में छपी ख़बर के मुताबिक़ चैंपियंस ट्रॉफी के लिए रहाणे को टीम इंडिया का उप-कप्तान नियुक्त नहीं किया गया है बल्कि ये ज़िम्मेदारी रोहित शर्मा को सौंपी गई है।
डेक्कन क्रॉनिकल (DECCAN CHRONICLE) में छपी ख़बर की माने तो बीसीसीआई के एक विश्वसनीय सूत्र ने कहा है कि ” चैंपियंस ट्रॉफी के लिए चयनकर्ताओं ने टीम इंडिया के उप-कप्तान की घोषणा नहीं की है। लेकिन अंदर ही अंदर उन्होंने (चयनकर्ताओं) अपना उप-कप्तान चुन लिया है। लेकिन सिर्फ ज़रूरत पड़ने पर ही इसका एलान किया जाएगा।”
इस ख़बर के मुताबिक चैंपियंस ट्रॉफी के लिए रोहित शर्मा को भारतीय टीम की उप-कप्तानी की ज़िम्मेदारी सौंपी गई है। भारतीय मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद और देवांग गांधी चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान यूके में ही मौजूद रहेंगे और तीसरे चयनकर्ता सरनदीप सिंह भारत में ही रहेंगे। आपको बता दें भारतीय टीम इंग्लैंड के लिए आज ही रवाना हो रही है। -
सोमवार को देर रात इंग्लैंड का मैनचेस्टर एरिना धमाके से दहल उठा। ये धमाका अरियाना ग्रैंड के एक सिंगिंग कॉन्सर्ट के दौरान हुआ। इस धमाके से लगभग 22 लोगों के मरने और 50 के घायल होने के ख़बर आ रही है। इस धमाके के बाद खेल जगत में खलबली मच गई है और इसका असर क्रिकेट पर भी पड़ सकता है। आखिर ये हमला एक ऐसे शहर में हुआ है जो इंग्लैंड की खेल विरासत का एक अहम हिस्सा है। गौरतलब है कि इंग्लैंड में ही 1 जून से चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन किया जाना है। ऐसे में खिलाड़ियों की सुरक्षा एक चिंता का विषय बन सकता है।
इस धमाके को देखते हुए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने मंगलवार की सुबह एक आपात बैठक की घोषणा की। इस बैठक में मैनचेस्टर में हुए धमाके को चर्चा की जानी थी। बीसीसीआई अपने खिलाड़ियों की सुरक्षा को लेकर ज़रा सी भी कोताही नहीं बरतना चाहता इसलिए उन्होंने इस बैठक का आयोजन किया और इसमें खिलाड़ियों की सुरक्षा के मुद्दे पर विचार-विमर्श किया। टीम इंडिया के चैंपियंस ट्रॉफी में होने वाले मैचों के स्थल मैनचेस्टर के काफी नजदीक ही हैं, ऐसे में बोर्ड का चिंतित होना लाजमी है। हालांकि आईसीसी ने मैंचेस्टर धमाके के बाद कहा है कि वो इस टूर्नामेंट के लिए सुरक्षा का पूरा जायज़ा लेगी और उसके बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा। -
आईपीएल के दसवें संस्करण में राइज़िंग पुणे सुपरजाइंट टीम के लिए शानदार खेल का मुज़ाहिरा पेश करने वाले बेन स्टोक्स ने अब चैंपियंस ट्रॉफी के लिए कमर कस ली है। 1 जून से शुरू होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी के लिए इस हरफनमौला खिलाड़ी ने सभी विरोधी टीमों को चेतावनी दे डाली है। हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में स्टोक्स ने कहा कि “आईपीएल में बिताए 6 हफ्तों से वो और अच्छे खिलाड़ी बन गए हैं और अब वो चैंपियंस ट्रॉपी में अच्छे प्रदर्शन के लिए तैयार हैं।”
आईपीएल के अनुभव के बारे में बात करते हुए बेन स्टोक्स ने कहा, “इंडियन प्रीमियर लीग का हिस्सा बनना शानदार रहा। आईपीएल के दौरान मैंने कई स्पेशलिस्ट कोच के साथ अपने खेल पर काम किया। एरिक सिमंस ने मेरी गेंदबाजी को एक अलग स्तर पर पहुंचा दिया है। पिछले 6 हफ्तों में मेरी गेंदबाजी अच्छी हुई है साथ ही मैंने अलग-अलग तरह के हालातों और दबाव भरे लम्हों में बल्लेबाजी की जिससे मेरा खेल और निखर गया है।” इसके साथ ही स्टोक्स ने अपनी टीम इंग्लैंड को चैंपियंस ट्रॉफी जीतने का सबसे बड़ा दावेदार भी करार कर दिया। इस बारे में उन्होंने कहा “इंग्लैंड टूर्नामेंट जीतने की सबसे बड़ी दावेदार होगी। इंग्लैंड ने पिछले दो सालों में शानदार प्रदर्शन किया है। टीम के सभी खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करने के लिए तैयार हैं। निजी तौर पर मैं भी काफी अच्छा महसूस कर रहा हूं और मैं चैंपियंस ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए बेकरार हूं।” -
हैदराबाद के राजीव गांधी स्टेडियम में राइज़िंग पुणे सुपरजाइंट को मात्र 1 रन से मात देते हुए मुंबई इंडियंस ने आईपीएल-10 के ख़िताब को अपने नाम कर लिया। इस जीत के साथ ही मुंबई की टीम ने तीसरी बार आईपीएल जीत लिया। इस तरह से मुंबई तीन बार आईपीएल ख़िताब जीतने वाली पहली टीम बन गई है। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करते हुए मुंबई की टीम ने निर्धारित 20 ओवरों में 8 विकेट पर 129 रन का स्कोर खड़ा किया। इसके जवाब में पुणे की टीम ने 6 विकेट के नुकसान पर 128 रन बना सकी। एक नज़र डालते है मुंबई इंडियंस की जीत के चार अहम कारणों पर :
क्रुणाल पंड्या की महत्वपूर्ण पारी : मुंबई इंडियंस के हरफनमौला खिलाड़ी क्रुणाल पंड्या ने बल्ले से इस मैच में अपनी टीम के लिए एक अहम पारी खेली। वो जब बल्लेबाज़ी करने आए थे तो मुंबई की टीम सिर्फ 65 रन पर 5 विकेट खो चुकी थी। इन हालत में क्रुणाल ने 38 गेंदों पर 47 रनों की पारी खेलकर अपनी टीम को एक सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। इस पारी के दौरान उन्होंने 3 चौके और 2 छक्के जड़े। अंत में क्रुणाल के ये रन मुंबई के लिए मैच जीताऊ साबित हुए।
मिचेल जॉनसन का आखिरी ओवर : पुणे की टीम को आखिरी ओवर में 11 रनों की दरकार थी और उसके 6 विकेट हाथ में थे। पुणे की टीम के लिए सबसे अच्छी बात ये थी कि उनके कप्तान स्टीव स्मिथ क्रीज़ पर मौजूद थे और उस समय ऐसा लग रहा था कि पुणे की टीम ये मैच जीत जाएगी। लेकिन आखिरी ओवर में जॉनसन ने दो विकेट चटका कर मैच को मुंबई की झोली में डाल दिया। इनमें स्मिथ मनोज तिवारी के अहम विकेट शामिल थे। जॉनसन ने 4 ओवर में 26 रन देते हुए 3 विकेट हासिल किए। -
साल 2017 आईपीएल अपने अंतिम पड़ाव की ओर अग्रसर है। राइजिंग पुणे सुपरजाइंट तो पहले से ही फाइनल में पहुंच गई थी। वहीं शुक्रवार को क्वालीफायर 2 में कोलकाता को आसानी से हराते हुए मुंबई इंडियंस ने आईपीएल फाइनल में प्रवेश कर लिया। यह चौथा मौका है जब मुंबई इंडियंस ने आईपीएल फाइनल में जगह बनाई है। आईपीएल का ये 10वां संस्करण है। वहीं मुंबई इंडियंस इस टूर्नामेंट को दो बार पहले भी जीत चुकी है। अगर वह एक बार फिर से टूर्नामेंट जीतने में सफल हो जाती है तो वह तीन बार आईपीएल खिताब जीतने वाली पहली टीम बन जाएगी। साल 2008 से 2016 तक किन टीमों आईपीएल के खिताब को अपने नाम किया और और किस साल कितनी टीमें टूर्नामेंट में शामिल हुईं। आइए हम इन सभी पहलुओं पर प्रकाश डालते हैं।
आईपीएल सीज़न 2008 : यह आईपीएल का पहला सीजन था। कुल आठ टीमों ने इसमें भाग लिया था। टूर्नामेंट के फाइनल में राजस्थान रॉयल्स और चेन्नई सुपरकिंग्स ने जगह बनाई थी। फाइनल मैच में शेन वॉर्न की कप्तानी में राजस्थान रॉयल्स ने चेन्नई सुपर किंग्स को 3 विकेट से हराते हुए पहले संस्करण का खिताब अपने नाम कर लिया था। इस टूर्नामेंट में राजस्थान के ऑलराउंडर शेन वॉटसन खूब चमके थे और उन्हें मैन ऑफ द सीरीज चुना गया था। वैसे पाकिस्तानी गेंदबाज सोहेल तनवीर का भी आरआर की जीत में बड़ा योगदान रहा था। आईपीएल सीज़न 2009 : आईपीएल सीजन दो में डेक्कन चार्जस का जलवा देखने को मिला था। गौर करें कि यह टीम पहले सीजन में आखिरी नंबर पर रही थी। चार्जस ने शानदार अंदाज में फाइनल में जगह बनाई। फाइनल में उसकी मुलाकात रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर से हुई। एडम गिलक्रिस्ट की कप्तानी में डेक्कन ने फाइनल 6 रन से जीत दर्ज करते हुए खिताब अपने नाम किया। -
आईपीएल-10 का फाइनल मुकाबला मुंबई इंडियंस और राइज़िंग पुणे सुपरजाइंट टीम के बीच हैदराबाद में रविवार को खेला जाना है। मुंबई की टीम ने क्वालीफायर के दूसरे मुकाबले में कोलकाता नाइटराइडर्स को 6 विकेट से मात देते हुए फाइनल में अपनी जगह बनाई। इस जीत में मुंबई के तेज़ गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह का योगदान महत्वपूर्ण रहा था। उन्होंने 3 ओवरों में मात्र 7 रन खर्च करते हुए कोलकाता टीम के 3 बल्लेबाज़ों को पवेलियन की राह दिखाई। ऐसे में अब उनकी यही कोशिश है कि वो अपने इस प्रदर्शन को पुणे के खिलाफ होने वाले आईपीएल के फाइनल में भी दोहराए। आईपीएल-10 में बुमराह अभी तक कुल 18 विकेट हासिल कर चुके हैं।
केकेआर के खिलाफ जीत के बाद मिचेल जॉनसन के साथ इंटरव्यू में बुमराह ने कहा, “एक बेहतरीन प्रदर्शन के बाद आपको हमेशा अच्छा महसूस होता है।” “यह चौथा मौका है जब मुंबई इंडियंस फाइनल खेल रही है। आज इस तरह से योगदान देना बेहतरीन है और अब मेरी कोशिश यही होगी कि मैं फाइनल में भी दमदार प्रदर्शन करूँ।” 2013 में खेले गए आईपीएल फाइनल को याद करते हुए बुमराह ने कहा “जब साल 2013 में मुंबई इंडियंस ने फाइनल खेला था तब मैं एक युवा था जो अंडर-19 क्रिकेट से आया था। आप (जॉनसन) लोगों के साथ खेलना हमेशा स्पेशल है और मैंने बहुत कुछ सीखा भी है। जो मैंने सीखा है, उम्मीद करता हूं कि उसे फाइनल में इस्तेमाल कर पाऊं।” -
आईपीएल फ्रेंचाइजी राइजिंग पुणे सुपरजाएन्ट के मालिक संजीव गोयनका टीम को इस सीजन में मिली सफलता से काफी खुश हैं। इसका श्रेय वो टीम के नए कप्तान स्टीव स्मिथ और युवा खिलाड़ियों को दे रहे हैं। साथ ही महेंद्र सिंह धोनी को भी टीम के अहम बताया। संजीव गोयनका ने हिंदुस्तान टाइम्स से बात करते हुए कहा, “स्टीव स्मिथ के कप्तान बनने से टीम में नई ऊर्जा आई। वो खिलाड़ियों में करो या मरो वाला रवैया लाने में सफल रहे। मैदान पर स्टीव की सोच काफी साफ रहती है और ये टीम के खेल में भी दिख रहा है।” भारत के सबसे सफल कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की गिनती दुनिया के भी बेहतरीन कप्तानों में होती है। उनकी काबिलियत को संजीव गोयनका ने भी माना। संजीव गोयनका ने टीम के आईपीएल-2017 में सफर और महेंद्र सिंह धोनी के योगदान पर बात करते हुए कहा, “मैंने जितने भी खिलाड़ियों से बात की है, उनमें एमएस सबसे तेज दिमाग वालों में से हैं। वो बेशक दुनिया के सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर हैं।” महेंद्र सिंह धोनी को हटाकर स्टीव स्मिथ को कप्तान बनाने के अपने फैसले पर गोयनका को काफी आलोचना का सामना करना पड़ा था। स्टीव पर बात करते हुए उन्होंने कहा, “मैंने लीग शुरू होने से पहले स्टीव को सिर्फ इतना कहा कि चैंपियनशिप जीतनी है। नतीजा सामने है।” गोयनका ने टीम के अच्छे प्रदर्शन पर खुशी जताते हुए कहा, “जिस तरह स्टीव ने कुछ गेमप्लान किए, वो अद्भुत रहा। हम लीग से पहले जानते थे कि हमें विजेता बनने के लिए 9-10 मैच जीतने होंगे। स्टीव, इमरान ताहिर और बेन स्टोक्स जैसे खिलाड़ी हमें 6-7 मैच अपने दम पर ही जिता सकते हैं। इनके अलावा एमएस जैसे खिलाड़ी तो हर मैच में आपको कुछ दे सकते हैं।” टीम में युवा और तेजी से मैदान पर नजरें जमाने वाले खिलाड़ियों की अहमियत पर बात करते हुए आरपीएस मालिक ने कहा कि अब टीम में काफी युवा और तेजतर्रार खिलाड़ी हैं, जोकि अच्छी बात है। गौरतलब है कि अब आरपीएस फाइनल में है, जहां उनका सामना मुंबई इंडियंस से होगा।
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मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में महेंद्र सिंह धोनी ने एक बार फिर से साबित कर दिया कि वो बड़े मैच के खिलाड़ी हैं। आप चाहे जितनी भी उनकी आलोचना कर लें लेकिन इस खिलाड़ी को कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता। अपने बल्ले से जवाब देने का माद्दा रखते हैं ये जनाब। और वो भी सही वक़्त पर। आईपीएल-10 के पहले क्वालीफायर मैच में धोनी ने कमाल का प्रदर्शन किया। पारी के आख़िरी ओवरों में ये उनकी बल्लेबाज़ी का ही नतीजा रहा कि पुणे ने निर्धारित 20 ओवरों में 162 रनों का स्कोर खड़ा कर दिया। धोनी ने 20 गेंदों पर 5 छक्कों के मदद से नाबाद 40 रनों की पारी खेली। जवाब में मुंबई की टीम को स्मिथ एंड कंपनी ने 142 रन के स्कोर पर रोक दिया और इस मैच को पुणे ने 20 रनों से अपने नाम कर लिया। इस तरह से पुणे आईपीएल-10 के फाइनल में पहुंचने वाली पहली टीम बना गई। इस जीत के बाद पुणे टीम के कप्तान ने धोनी की तारीफों के कसीदे पढ़े। धोनी की तारीफ़ में स्मिथ ने कहा, ‘मैच बड़ा था और बड़े खिलाड़ी(एम एस धोनी) ने जिम्मेदारी निभाई। एम एस धोनी ने शानदार प्रदर्शन किया। विकेट धीमी थी और ऐसे में धोनी और मनोज तिवारी ने मिलकर अच्छी साझेदारी की। इस पिच पर 162 रन अच्छा स्कोर था।’ आपको बता दें धोनी मैच में जब बल्लेबाज़ी करने उतरे तो टीम का स्कोर 12.4 ओवर में 3 विकेट के नुकसान पर 89 रन था। ऐसे में मौके की नज़ाकत को देखते हुए धोनी ने टिक कर खेलना ठीक समझा और धीमी शुरुआत की। उन्होंने अपनी शुरुआत की 18 गेंदों पर सिर्फ 14 रन बनाए। लेकिन विकेट पर पैर ज़माने के बाद उन्होंने धावा बोलना शुरू किया और अंतिम दो ओवरों में उन्होंने 8 गेंदों पर 4 छक्के जड़ दिए। धोनी की इस आक्रामक पारी की बदौलत पुणे की टीम ने आख़िरी 2 ओवर में 41 रन बना दिए।
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आईपीएल के प्ले-ऑफ से पहले सनराइज़र्स हैदराबाद टीम को तगड़ा झटका लगा है। टीम के अनुभवी तेज़ गेंदबाज़ आशीष नेहरा चोट के कारण आईपीएल के इस सीजन से बाहर हो गए हैं। इस बात की पुष्टि खुद टीम के कोच टॉम मूडी ने की है। गौरतलब है कि नेहरा को पुणे के विरुद्ध मैच खेलते हुए हैमस्ट्रिंग में चोट लग गई थी जिसके कारण उस मैच में वो सिर्फ 1.1 ओवर ही डाल पाए थे।
क्रिकबज़ में छपी ख़बर के अनुसार हैदराबाद के कोच टॉम मूडी ने कहा “आशीष नेहरा बाकी बचे टूर्नामेंट के लिए फिट नहीं होंगे। युवराज सिंह का शाम को फिटनेस टेस्ट लिया जाएगा। हम उन्हें अपनी फिटनेस साबित करने के लिए पूरे मौके दे रहे हैं, हमें विश्वास है कि वह साबित कर पाएंगे।”गौरतलब है कि टीम के एक और दिग्गज खिलाड़ी युवराज सिंह को भी मुंबई इंडियंस के खिलाफ खेलते हुए अंगुली में चोट लग गई थी। लेकिन उसके बावजूद उन्होंने मैच में बल्लेबाज़ी की और अपनी टीम के लिए जीत दर्ज कराई थी। युवराज को लेकर टीम के मेंटर वीवीएस लक्ष्मण ने कहा “जब वह फील्डिंग कर रहे थे तब उनके हाथ जाम हो गए थे इसलिए चोट तो लगी है लेकिन मुझे विश्वास है कि वह ठीक हो जाएंगे। सौभाग्य से हम मैच चार दिन बाद खेल रहे हैं इसलिए उनके पास उबरने के लिए पर्याप्त समय है।” -
सलामी बल्लेबाज़ केएल राहुल इन दिनों कंधे की चोट के कारण टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं। अब वो अपनी चोट से तेज़ी से उबर रहे हैं और अपनी फिटनेस सही करने की जी-तोड़ कोशिश में लग गए हैं। उनकी कोशिश यही है कि वो जल्द से जल्द भारतीय टीम में वापसी करें। ख़बरों के मुताबिक राहुल को अपनी इस चोट से पूरी तरह से उबरने में अभी तीन महीने का समय और लगेगा। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि अगस्त में भारत और श्रीलंका की बीच होने वाली श्रृंखला के लिए टीम इंडिया में उनकी वापसी हो सकती है। आपको बता दें राहुल को भारत-ऑस्ट्रेलिया सीरीज के दौरान कंधे में चोट लग गई थी जिसकी वजह से उन्हें आईपीएल और चैंपियंस ट्रॉफी से बाहर होना पड़ा।
प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया से बात करते हुए राहुल ने टीम इंडिया में अपनी वापसी को लेकर कहा “मेरे ऑपरेशन को हुए करीब एक महीने का समय हुआ है। उबरने में कुछ और समय लेगा, शायद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में लौटने के लिए मुझे करीब दो महीने का समय लगेगा। इसलिए मैं अगस्त के आस-पास वापसी के लिए सोच रहा हूं। शायद मैं श्रीलंका सीरीज में वापसी कर पाऊं।” उन्होंने आगे कहा, “अभी तक ये चोट और उसके बाद का समय शारीरिक रूप से ही नहीं बल्कि मानसिक व भावनात्मक रूप से चुनौतीपूर्ण रहा। घर पर बैठकर कुछ न करना निराश करता है। यह मेरे लिए चुनौती है। चोट के कारण टूर्नामेंट में न खेलना, यह खेल व खिलाड़ी के जीवन का अंग है। ज़ाहिर है कि आईपीएल का अंग रहते हुए मैं क्रिकेट खेलने को ‘मिस’ करता हूं क्योंकि आईपीएल भारत का सबसे बड़ा टूर्नामेंट है और अगर मैं खेलता तो चैंपियंस ट्रॉफी मेरा पहला आईसीसी टूर्नामेंट होता। ये मेरे करियर में -
रविवार की दोपहर भारत की दो क्रिकेटर भाईयों की जोड़ी हार्दिक और क्रुणाल पंड्या के बीच ट्विटर पर लड़ाई देखने को मिली। मुंबई इंडियंस के लिए साथ में खेलने वाले इन दोनों भाईयों के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है।
दरअसल, दोनों भाईयों के बीच अब झगड़ा हो गया है। हुआ कुछ यूँ कि रविवार को हार्दिक पंड्या ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट एक ट्वीट डाला जिसपर उन्होंने लिखा “कभी-कभार आपकी जिंदगी में जो लोग आपके बहुत करीब होते हैं वह आपको सबसे ज्यादा निराश करते हैं। यह सही नहीं है भाई।” इस ट्वीट के थोड़ी देर बाद ही उनके बड़े भाई क्रुणाल ने रीट्वीट करते हुए उन्हें जवाब दिया “ये शुरुआत से ही नहीं होना चाहिए था। मैं बड़ा भाई हूं, ये जान लो। इसे बड़ा मुद्दा न बनाओ।” -
मुंबई इंडियंस के लिए आईपीएल में खेलने वाली दो भाईयों की जोड़ी काफी मशहूर है। जी हां, हम बात कर रहे हैं हार्दिक और क्रुणाल पंड्या की। इन दोनों ही भाईयों ने अपने खेल से हर किसी को प्रभावित किया है। हार्दिक भारत के लिए भी खेलते हैं वहीं उनके बड़े भाई क्रुणाल अपने हालिया प्रदर्शन से टीम इंडिया के दरवाज़े पर दस्तक दे रहे हैं। ये लगातार दूसरा सीजन है जब आईपीएल में ये दोनों भाई एक साथ एक ही टीम के लिए खेल रहे हैं। लेकिन इन दिनों दोनों भाईयों के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है।
दरअसल, दोनों भाईयों के बीच अब झगड़ा हो गया है। हुआ कुछ यूँ कि रविवार को हार्दिक पंड्या ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट एक ट्वीट डाला जिसपर उन्होंने लिखा “कभी-कभार आपकी जिंदगी में जो लोग आपके बहुत करीब होते हैं वह आपको सबसे ज्यादा निराश करते हैं। यह सही नहीं है भाई।” इस ट्वीट के थोड़ी देर बाद ही उनके बड़े भाई क्रुणाल ने रीट्वीट करते हुए उन्हें जवाब दिया “ये शुरुआत से ही नहीं होना चाहिए था। मैं बड़ा भाई हूं, ये जान लो। इसे बड़ा मुद्दा न बनाओ।” -
आज पूरी दुनिया ‘मातृ दिवस’ यानी ‘मदर्स डे’ मना रही है। मां को शिशु का पहला गुरु कहा जाता है। दुनिया के हर इंसान की जिंदगी को बनाने में उसकी मां का सबसे बड़ा हाथ होता है। वो मां ही होती है जो आपके हाव-भाव देखकर ही जान लेती है कि आपको क्या परेशानी है। वह आपको सबसे ज्यादा समझती और जानती है। यही वजह है कि मां से बड़ा दर्जा इस दुनिया में किसी को भी हासिल नहीं है। यही बात क्रिकेटरों के साथ भी लागू होती है। आज हम टीम इंडिया के कुछ दिग्गज क्रिकेटरों और उनकी मां के साथ उनके प्यारे रिश्ते के बारे में आपको बताएंगे। कुछ क्रिकेटरों ने इस बात का जिक्र अपनी ऑटोबायोग्राफी में किया है तो कुछ ने जबानी इंटरव्यू में अपनी मां के साथ प्यारे रिश्तों को बयान किया है। तो आइए नजर डालते हैं।
सचिन तेंदुलकर : सचिन तेंदुलकर ने साल 2013 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। इसके बाद उन्होंने अपनी ऑटोबायोग्राफी ‘प्लेइंग इट माई वे’ प्रकाशित करवाई। उनकी यह किताब दोनों फिक्शन और नॉन-फिक्शन कैटेगिरी में सबसे ज्यादा बिकने वाली किताब रही। इस तरह इस किताब को ‘लिमका बुक ऑफ रिकॉर्ड’ में जगह मिली। सचिन ने अपनी किताब की पहली कॉपी अपनी मां, रजनी तेंदुलकर को दी थी। सचिन अपनी मां के खाने की बहुत तारीफ करते हैं और अक्सर उनके हाथ से खाना खाने की अक्सर बातें करते हैं। अपनी किताब में वह कहते हैं कि वह बेहतरीन खाने के लिए अपनी मां के ऋणी हैं। अपनी ऑटोबायोग्राफी के तीसरे पेज में सचिन अपनी मां को अपने लिए दुनिया की सबसे बड़ी कुक कहते हैं। वह लिखते हैं कि वह उनके लिए जायकेदार फिश, प्रॉन करीस, बैंगन भरता और वरन भात बनाती थीं। आज सचिन ने अपनी मां को शुभकामनाएं देते हुए एक ट्वीट भी किया है। -
इंडियन प्रीमियर लीग का सीजन 10 अपने अंतिम पड़ाव की ओर अग्रसर है। सनराइजर्स हैदराबाद ने अपने ग्रुप स्टेज के अंतिम मैच में गुजरात लायंस को 8 विकेट से हराते हुए प्लेऑफ में अपनी जगह पक्की कर ली है। इस मैच के पहले हैदराबाद के कुल अंक 15 थे और इस जीत के साथ उसके अब अंक 17 हो गए हैं। इस तरह हैदराबाद अंक तालिका में मुंबई इंडियंस (18 अंकों) के बाद दूसरे नंबर पर पहुंच गई है और साथ ही उसने अब प्ले ऑफ लिए अपना टिकट भी कटा लिया है।
वहीं मुंबई इंडियंस और कोलकाता नाइटराइडर्स के बीच आज खेले जा रहे मैच में अगर मुंबई इंडियंस मैच जीतती है तो वह 20 अंकों के साथ नंबर एक टीम ही बनी रहेगी। वहीं अगर कोलकाता नाइटराइडर्स मैच में जीत दर्ज करती है तो 18 अंकों के साथ रन रेट ज्यादा अच्छा होने की वजह से नंबर एक टीम बन जाएगी। दूसरे नंबर पर मुंबई इंडियंस पहुंच जाएगी वहीं तीसरे नंबर पर सनराइजर्स हैदराबाद टीम लुढ़क जाएगी। गौरतलब है कि केकेआर अभी प्वाइंट टेबल में 16 अंकों के साथ तीसरे पायदान पर काबिज़ हैं। वहीं अगर कोलकाता मैच हार जाती है तो वह चौथे नंबर पर पहुंच जाएगी और ऐसे में सनराइजर्स हैदराबाद तीसरे नंबर पर बनी रहेगी। -
आईपीएल और मैच फिक्सिंग का नाता काफी पुराना है। आईपीएल-10 अभी तक तो इससे अछूता ही दिख रहा था लेकिन अब एक बार फिर से आईपीएल में फिक्सिंग की बू आने लग गई है। 10 मई को कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में गुजरात लायंस और दिल्ली डेयरडेविल्स के बीच खेले गए मैच में फिक्सिंग की बात सामने आ रही है। दरअसल, कानपुर के जिस होटल में दोनों टीम के खिलाड़ी ठहरे थे, उसी होटल से तीन सट्टेबाज गिरफ्तार किए गए थे। पुलिस ने जब इन तीनों लोगों को गिरफ्तार करते हुए उनसे पूछताछ शुरू की तो उन्हें पता चला कि इनमें से एक गुजरात के दो खिलाड़ियों से संपर्क में था। इसके बाद अब संभव है कि पुलिस गुजरात लायंस के दोनों खिलाड़ियों से पूछताछ करेगी। गौरतलब है कि 10 मई को कानपुर पुलिस ने नयन रमेश शाह, विकास चौहान और रमेश कुमार नामक तीन शख्स को सट्टा लगाने के आरोप में उसी होटल (होटल लैंडमार्क) से गिरफ्तार किया जहां खिलाड़ी ठहरे हुए थे। ये तीनों ही अजमेर के बंटी नामक एक बुकी से लगातार संपर्क में थे।
कानपुर (ईस्ट) के एसपी अनुराग आर्य ने टाइम्स ऑफ इंडिया से इस बारे में बात करते हुए कहा, ‘शाह के फोन में रिकॉर्ड एक व्हाहट्सएप चैट में वह बंटी से कह रहा है कि वह गुजरात लायंस के 2 खिलाड़ियों के संपर्क में है। सोमवार को उसकी पुलिस रिमांड हासिल करने के बाद हम लोग दोनों खिलाड़ियों से उसकी नजदीकी को लेकर पूछताछ करेंगे। अगर वह दोनों खिलाड़ियों का नाम बता देता है तो पुलिस उन खिलाड़ियों से भी पूछताछ करेगी।’ -
इन दिनों पूर्व खिलाड़ियों द्वारा अपनी फेवरेट प्लेइंग इलेवन चुनने का एक चलन का चल पड़ा है। कोई अपनी वनडे टीम चुन रहा है तो कोई टेस्ट। अभी क्रिकेट जगत में आईपीएल का खुमार सिर चढ़ कर बिल रहा है तो दिग्गजों ने अपनी आईपीएल इलेवन चुनने का सिलसिला शुरू कर दिया है। इस फेहरिस्त में अब नाम जुड़ गया है ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग का जिन्होंने अपनी ऑल टाइम आईपीएल इलेवन की घोषणा की है। इस टीम की कमान उन्होंने भारत के अनुभवी विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी को सौपी है। इस टीम में एक चौकाने वाली बात ये रही कि विस्फोटक बल्लेबाज़ एबी डिविलियर्स को पोंटिंग ने अपनी टीम में कोई जगह नहीं दी। नियमों के अनुसार पोंटिंग ने अपनी प्लेइंग इलेवन में 4 विदेशी खिलाड़ियों को जगह दी है। टीम में क्रिस गेल और डेविड वार्नर को सलामी जोड़ी के रूप में शामिल किया गया है। इसके बाद तीसरे नंबर पर आते है भारत के स्टार बल्लेबाज़ विराट कोहली। वहीं रोहित शर्मा को बल्लेबाज़ी क्रम में चौथे स्थान पर जगह मिली है। आईपीएल में रनों का अम्बार लगाने वाले बाएं हाथ के आक्रामक बल्लेबाज़ सुरेश रैना को भी पोंटिंग ने अपनी टीम में रखा है। पांच बल्लेबाज़ों के बाद नाम आता है टीम के कप्तान और विकेटकीपर बल्लेबाज़ एमएस धोनी का।
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महेंद्र सिंह धोनी……. यानी एक ऐसा खिलाड़ी जिसमें गगनचुंबी छक्के जड़ने की क़ाबलियत के साथ-साथ विकेट के पीछे चीते जैसे फुर्ती है। पलक झपकते ही गिल्लियां बिखेरने में महारत हासिल है इस खिलाड़ी को। एक नहीं दो नहीं बल्कि ना जाने कितने बार हमनें विकेट पीछे धोनी की इस क़ाबलियत को देखा है। दिल्ली के फ़िरोज़शाह कोटला मैदान पर पुणे और दिल्ली के बीच चल रहे आईपीएल के 52वें मैच में एक बार फिर से धोनी ने कुछ ऐसा ही किया।
टॉस जीत कर दिल्ली की टीम पहले बल्लेबाज़ी कर रही थी और दिल्ली की पारी के 16वें ओवर की दूसरी गेंद पर वो हुआ जिसके लिए माही मशहूर हैं। गेंदबाज़ थे वाशिंटन सुंदर और सामने बल्लेबाज़ थे कोरी एंडरसन। एंडरसन वाशिंटन की ऑफ स्टंप के बाहर जाती हुई गेंद पर चकमा खा गए और फिर क्या था बाकी का काम धोनी ने कर दिया। पलक झपकते ही उन्होंने गेंद को लपक लिया और बल्लेबाज़ को वापस क्रीज़ आने का कोई भी मौक़ा नहीं दिया। उस समय टीम का स्कोर 124 था और एंडरसन जैसे विस्फोटक बल्लेबाज़ का विकेट मिलना पुणे की टीम के लिए काफी अहम था। एंडरसन 5 गेंदों में सिर्फ 3 रन ही बना पाए। निर्धारित 20 ओवरों में दिल्ली की टीम ने 8 विकेट 168 रनों का स्कोर खड़ा किया। -
पाकिस्तान के दिग्गज बल्लेबाज़ खान ने उन ख़बरों को सिरे से नकार दिया है जिसमें ये कहा जा रहा था कि अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास के बाद वो अफगानिस्तान क्रिकेट टीम के कोच का पद संभालेंगे। गौरतलब है कि अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (एसीबी) के अध्यक्ष आतिफ मशाल ने इस बात की जानकारी दी थी कि यूनिस ने अफगानिस्तान टीम के कोच पद के लिए अपनी सहमति दे दी है और वो जल्द ही इस नई जिम्मेदारी को संभालेंगे। पाकिस्तान के एक न्यूज़ चैनल से बात करते हुए आतिफ ने कहा था, ‘हम अनुबंध पूरा करने के करीब है और जल्द ही यूनिस को अपने साथ जोड़ लेंगे।’
वेस्टइंडीज में अपने करियर का आख़िरी टेस्ट मैच खेल रहे यूनिस से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि “तीन साल पहले इस मसले पर हमारी कुछ बातचीत हुई थी लेकिन इस वक्त मैं ऐसा कोई भी प्रस्ताव स्वीकार करने नहीं जा रहा हूं। संन्यास के बाद मैं अपने भविष्य को लेकर फैसला लूंगा लेकिन अफगानिस्तान क्रिकेट टीम की कोचिंग इसमें शामिल नहीं है।” आपको बता दें इससे पहले पाकिस्तान के कई पूर्व खिलाड़ी अफगानिस्तान टीम के हेड कोच रह चुके हैं। पाकिस्तान के पूर्व कप्तान और पाकिस्तान क्रिकेट के मौजूदा मुख्य चयनकर्ता इंज़माम उल हक़ भी अफगान टीम के साथ बतौर कोच काम कर चुके हैं। -
पाकिस्तान टीम के दिग्गज बल्लेबाज़ यूनिस खान अब अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास के बाद नई भूमिका में देखे जा सकते हैं। जानकारी के अनुसार यूनिस अब अफगानिस्तान क्रिकेट टीम के कोच बनाए जा सकते हैं। गौरतलब है कि 39 वर्षीय यूनिस अभी वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट करियर का आख़िरी मुकाबला खेल रहे हैं। अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (एसीबी) के अध्यक्ष आतिफ मशाल ने इस बात की जानकारी साझा की है कि यूनिस ने अफगानिस्तान टीम के कोच पद के लिए अपनी सहमति दे दी है और वो जल्द ही इस नई जिम्मेदारी को संभालेंगे। पाकिस्तान के एक न्यूज़ चैनल से बात करते हुए आतिफ ने कहा, ‘हम अनुबंध पूरा करने के करीब है और जल्द ही यूनिस को अपने साथ जोड़ लेंगे।’
गौर करने वाली बात ये है कि इससे पहले भी पाकिस्तान के कई पूर्व खिलाड़ी अफगानिस्तान टीम के हेड कोच रह चुके हैं। पाकिस्तान के पूर्व कप्तान और पाकिस्तान क्रिकेट के मौजूदा मुख्य चयनकर्ता इंज़माम उल हक़ भी अफगान टीम के साथ बतौर कोच काम कर चुके हैं। लेकिन पीसीबी के प्रमुख चयनकर्ता बनने के बाद इंज़माम को अफगानिस्तान के कोच के पद से इस्तीफा देना पड़ा था। उनके अलावा राशिद लतीफ़ और कामरान खान भी अफगान टीम को बतौर कोच अपनी सेवाएं दे चुके हैं। -
पाकिस्तान और वेस्टइंडीज के बीच चल रहे तीसरे और आख़िरी टेस्ट मैच के दूसरे दिन पाकिस्तान के सलामी बल्लेबाज़ अज़हर अली ने अपने टेस्ट करियर का 14वां शतक जड़ा। इस शतक के अलावा अज़हर अली के लिए एक बात और ख़ास रही कि उन्होंने भारतीय कप्तान विराट कोहली को एक मामले में पीछे छोड़ दिया है। अज़हर अब पिछले एक साल में टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज़ बन गए हैं। इससे पहले इस लिस्ट में विराट कोहली का नाम पहले नंबर पर था।
आख़िरी 12 महीनों में टेस्ट क्रिकेट में अज़हर ने 15 टेस्ट मैच खेलते हुए 1538 रन बना दिए हैं जो कि पिछले एक साल में किसी भी बल्लेबाज़ द्वारा बनाए गए सबसे अधिक रन है। बात अगर विराट कोहली की करें तो उन्होंने पिछले 12 महीनों में 16 टेस्ट मैचों में 1503 रन बनाए हैं। इस सूचि में कोहली के बाद नाम है ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीवन स्मिथ का जिन्होंने पिछले एक साल में 13 टेस्ट मैच में 1399 रन बनाए हैं। गौरतलब है कि पाकिस्तान अपने घर पर अंतर्राष्ट्रीय मैच नहीं खेलती और अज़हर के बल्ले से निकले ये तमाम रन विदेशी धरती पर बने हैं। -
दक्षिण अफ्रीका के टेस्ट और टी-20 कप्तान फाफ डू प्लेसी 2019 विश्व कप के बाद अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने का मन बना रहे हैं। उन्होंने इस बात का इशारा दिया है कि अगले 2 साल के बाद वो क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास ले लेंगे। जीक्यू मैगज़ीन में प्रकाशित इंटरव्यू के अनुसार डू प्लेसी ने कहा कि “2019 वर्ल्ड कप के बाद मेरे साथ साथ कई सीनियर ख़िलाड़ी भी क्रिकेट को अलविदा कह सकते हैं। मैं 2019 तक दक्षिण अफ्रीका के लिए क्रिकेट के सभी फॉर्मेट में खेलता रहूँगा लेकिन उसके बाद मैं अपने करियर पर विराम लगा सकता हूँ।” इस इंटरव्यू में डू प्लेसी ने खुद के संन्यास लेने की बात तो साफ कर दी लेकिन इसके साथ ही उन्होंने ये भी संकेत दिए कि दक्षिण अफ्रीका टीम के और भी कुछ सीनियर खिलाड़ी 2019 विश्व कप के बाद अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह सकते हैं। इन खिलाड़ियों में टीम के स्टार बल्लेबाज़ और दक्षिण अफ्रीका वनडे टीम के कप्तान एबी डिविलियर्स का नाम भी शामिल हो सकता है। डिविलियर्स की उम्र इस समय 33 वर्ष है और 2019 विश्व कप तक वो 35 साल के हो जाएंगे, ऐसे में हो सकता है वो भी डू प्लेसी के साथ क्रिकेट के सभी फॉर्मेट को अलविदा कह दें।
डिविलियर्स के बारे में बात करते हुए डू प्लेसी ने इंटरव्यू में कहा कि “एबी दक्षिण अफ्रीका के लिए 12 साल से क्रिकेट खेल रहे हैं। वह टेस्ट में टीम के लिए बेहतरीन कप्तान रहे हैं। साथ ही वनडे मैचों में अफ़्रीकी टीम उनके नेतृत्व में अच्छा कर रही है। क्रिकेट के नज़रिए से मैं चाहूँगा कि वो फिर से टेस्ट मैच खेले, जिससे टीम का हौंसला और नए युवा खिलाडियों को उनके नेतृत्व में खेलने का मौका मिले। -
इंग्लैंड में होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टीम इंडिया का एलान हो चुका…
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इंडियन प्रीमियर लीग का दसवां सीजन अपने आखिरी चरण में पहुंच गया है। गुजरात लायंस, दिल्ली डेयरडेविल्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर प्ले ऑफ की रेस से बाहर हो चुके हैं। अब तक कुल 49 मुकाबले खेले जा चुके हैं लेकिन सिर्फ मुंबई इंडियंस ही प्ले ऑफ में पहुंच पाई है। मंगलवार को खेले गए मुकाबले में किंग्स इलेवन पंजाब ने कोलकाता नाइट राइडर्स को 14 रनों से हराकर अपने प्ले ऑफ में पहुंचने की उम्मीदों को बनाए रखा है। प्ले ऑफ में चार टीमें पहुंचेंगी जिसमें मुंबई ने अपना स्थान पहले ही पक्का कर लिया है अब बचे तीन स्थान के लिए चार टीमें उलझी हुई हैं। एक नजर किस टीम की स्थिति कैसी है –
मुंबई इंडियंस –
मुंबई इंडियंस ने अपने 12 मुकाबलों में 9 में जीत दर्ज कर 18 अंक के साथ प्ले ऑफ में सबसे पहले जगह बनाई। टीम के दो मुकाबले बांकी हैं। 11 मई को टीम पंजाब से और 13 मई को केकेआर से भिड़ेगी। प्ले ऑफ से पहले टीम जीत के साथ खुद को टॉप पर बनाए रखना चाहेगी ताकि फाइनल में पहुंचने के लिए दो मौके मिले। -
ले पंगा थीम के साथ अपनी दमदार छवि बना चूका प्रो कबड्डी लीग को अब पहली बार मोबाइल कंपनी विवो के रूप में टाइटल प्रायोजक मिल गया है। जी हाँ चार सफल सीजन के बाद इस लीग के आयोजक स्टार स्पोर्ट्स ने मोबाइल कंपनी के साथ पांच साल का करार किया है। इस मौके आस्ट्रेलिया के दिग्गज क्रिकेटर मैथ्यू हेडन और ब्रेट ली की मौजूदगी में आज स्टार स्पोर्ट्स ने विवो को पांच के लिये टाइटिल प्रायोजन के अधिकार देने की घोषणा की। बता दें कि विवो इंडियन प्रीमियर लीग का भी प्रायोजक है। प्रो कबड्डी लीग का पांचवां सत्र जुलाई से शुरू होगा जिसमें इस बार 12 टीमें हिस्सा लेंगी। इस साल लीग के साथ चार नई टीम जुड़ी हैं। जिनमें उत्तर प्रदेश, गुजरात, तमिलनाडु और हरियाणा शामिल हैं। इससे पहले बेंगलुरु, हैदराबाद, मुंबई, पुणे, जयपुर, दिल्ली, कोलकाता और पटना शहर की टीमें शिरकत कर रही थीं।
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इंग्लैंड में 1 जून से चैंपियंस ट्रॉफी शुरू हो रही है और सभी क्रिकेट प्रेमियों को इंतज़ार है तो 4 जून को होने वाले भारत-पाकिस्तान मुक़ाबले का। लेकिन इस मुकाबले से पहले ही बयानबाजियों का दौर शुरू हो गया है। या यूँ कहे कि भारत-पाक मुकाबले से पहले ही माइंड- गेम की शुरुआत हो चुकी है। ख़ास तौर पर पाकिस्तान की तरफ से हर भारत-पाक मैच से पहले ज़ुबानी जंग की शुरुआत की जाती है। चैंपियंस ट्रॉफी से पहले एक बार फिर से ऐसा ही हुआ है। आज चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारत की टीम के एलान के साथ ही पाकिस्तान की तरफ से बयानबाज़ी का सिलसिला शुरू हो गया है। और ये बयान आया है पाकिस्तान क्रिकेट टीम के मुख्य चयनकर्ता इंज़माम उल हक़ की तरफ से। चैंपियंस ट्रॉफी में पाकिस्तान के भारत के खिलाफ होने वाले मुकाबले को लेकर इंज़माम ने उम्मीद जताई है कि इस मैच में जीत पाकिस्तान की होगी। इस बाबत इंजमाम उल हक ने कहा, ‘बड़े टूर्नामेंट्स में भारत के खिलाफ हमारा प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है लेकिन हर दिन नया होता है और मुझे भरोसा है कि हमारे खिलाड़ी भारत के खिलाफ पहले मैच में अच्छा प्रदर्शन करेंगे।
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चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम के एलान के साथ ही 15 खिलाड़ियों के नाम पर जो सस्पेंस बना हुआ था वो आज ख़त्म हो गया। इस 15 सदस्यीय टीम में कोई चौकाने वाले नाम देखने को नहीं मिले। लेकिन इन खिलाड़ियों में से एक नाम ऐसा रहा जिसका उम्मीद के विपरीत टीम इंडिया में चयन नहीं हुआ। वो नाम रहा युवा प्रतिभावान विकेटकीपर बल्लेबाज़ ऋषभ पंत का। हालिया प्रदर्शन के बिनाह पर उम्मीद की जा रही थी कि 19 साल के पंत को टीम इंडिया का टिकट मिलेगा लेकिन ऐसा हो ना सका। चयनसमिति के अध्यक्ष एमएसके प्रसाद के मुताबिक़ ऋषभ पंत के नाम पर विचार भी किया लेकिन अंत में उन्हें जगह नहीं मिल पाई। ऋषभ पंत को टीम में शामिल ना किए जाने को लेकर प्रसाद ने कहा, “जिस तरह से पंत खेल रहे हैं उससे हम बहुत प्रभावित हैं। यह तो टीम संयोजन की वजह से उन्हें टीम में जगह नहीं मिली है। वह उन क्रिकेटरों में हैं जिनपर हमारी भविष्य में नज़र रहेगी। हमें ज्यादा चिंता नहीं है क्योंकि उनका अभी पूरा करियर पड़ा हुआ है। हम उन्हें तराशेंगे और निश्चित करेंगे कि वह अपने करियर में सफलता अर्जित करे।” पंत के अलावा चाइनामैन स्पिनर कुलदीप यादव भी टीम में जगह बनाने में नाकाम रहे। शानदार टेस्ट डेब्यू करने के बाद खुद कुलदीप वनडे टीम में जगह पाने की आस ज़रूर लगाए होंगे लेकिन टीम में अश्विन और जडेजा के रूप में दो अनुभवी स्पिनर होने के कारण उनकी टीम में जगह नहीं बन पाई।
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इंग्लैंड में एक जून से शुरू हो रही चैम्पियंस ट्रॉफी के लिए चुने गए भारतीय टीम का एलान कर दिया गया है। 18 दिनों तक चलने वाले इस टूर्नामेंट में एकदिवसीय क्रिकेट की 8 टॉप टीमें हिस्सा ले रही हैं। भारत के अलावा सभी देशों ने अपनी 15 सदस्यीय टीम की घोषणा पहली ही कर दी थी। टीम इंडिया एक बार फिर कप्तान विराट कोहली संभालेंगे। टीम में ऐसे कई उलटफेर किए गए हैं जिससे क्रिकेट प्रेमी से लेकर एक्सपर्ट्स भी हैरान है। सबसे बड़ा सवाल गौतम गंभीर को टीम नहीं दिए जाने पर उठाए जा रहे। इस बार जहाँ युवा खिलाड़ी मनीष पांडे को टिकट मिली है वहीं अपनी चोट से उबर चुके कई खिलाड़ी एक बार इंग्लैंड में अपना दमखम दिखाते नज़र आएंगे। आइये जानते है चुने गए इन 15 खिलाड़ियों के वनडे रिकॉर्ड पर।
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पूर्व आईपीएल कमिश्नर ललित मोदी ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक तस्वीर शेयर कर धोनी और आईपीएल की निलंबित फ्रैंचाइज़ी चेन्नई सुपरकिंग्स के मालिक एन श्रीनिवासन के रिश्तों को लेकर बड़ा खुलासा किया है। तस्वीर में महेंद्र सिंह धोनी और श्रीनिवासन की कंपनी इंडिया सीमेंट्स के साथ नौकरी को लेकर हुए करार को दिखाया गया है। इस कॉन्ट्रैक्ट में महेंद्र सिंह धोनी को इंडिया सीमेंट्स के उपाध्यक्ष के रूप में मिलने वाले वेतन का विवरण दिया गया है। हालांकि यह बात किसी से नहीं छुपी कि ललित मोदी और एन श्रीनिवासन के बीच काफी तल्ख रिश्ते रहे थे। ललित मोदी ने अक्सर दावा किया है कि एन श्रीनिवासन ने उन्हें आईपीएल से बर्खास्त करने की साजिश रची, जिसके चलते उन्हें देश छोड़कर जाना पड़ा। हर मौके पर मोदी श्रीनिवासन को घेरते ही नज़र आए हैं। ऐसे में एक बार फिर ललित मोदी ने श्रीनिवासन पर निशाना साधा है पर जहां उन्होंने धोनी और पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष के रिश्तों को लेकर खुलासा किया है।
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इग्लैंड में 1 जून शुरू हो रही चैंपियंस ट्रॉफी के लिए आज भारतीय चयनकर्ताओं ने आख़िरकार टीम इंडिया की घोषणा कर दी। इस 15 सदस्यीय टीम में कोई चौकाने वाले नाम देखने को नहीं मिले। 15 सदस्यीय इस टीम के साथ चैंपियंस ट्रॉफी के लिए चयनसमिति ने 5 स्टैंडबाई खिलाड़ियों के नाम का भी एलान किया है। ऋषभ पंत, कुलदीप यादव, शार्दुल ठाकुर, सुरेश रैना और दिनेश कार्तिक को स्टैंडबाई के तौर पर रखा गया है। 15 सदस्यीय टीम में एमएस धोनी सिर्फ इकलौते विशेषज्ञ विकेटकीपर होंगे। टीम के एलान के बाद भारतीय चयनसमिति के अध्यक्ष एमएसके प्रसाद से जब एक पत्रकार ने धोनी की मौजूदा फॉर्म को लेकर सवाल उठाए तो उन्होंने कहा, “हम सभी मानते हैं कि एमएस धोनी दुनिया के सबसे बेहतरीन विकेटकीपर हैं। हम सिर्फ उनकी बैटिंग फॉर्म के बारे में बाते करते हैं, वह टीम के लिए अनमोल हैं।” धोनी के बारे में बात करते हुए एमएसके प्रसाद ने आगे कहा, “धोनी की मौजूदगी टीम के लिए काफी अहम है। जब कठिन परिस्थिति की बात आती है तो जिस तरह के वह सुझाव देते हैं वह गजब है। वह (धोनी) विराट का मार्गदर्शन करने के लिए बेहतरीन व्यक्ति हैं। पिछले 10- 15 सालों से जबसे एमएस धोनी खेल रहे हैं वह कभी भी विकेटकीपिंग में फीके नहीं रहे। हम उन्हें हमेशा बल्लेबाज के रूप में देखते हैं लेकिन जो बेहतरीन काम वह विकेटकीपर के तौर पर करते हैं उसकी बहुत से लोग तारीफ नहीं करते। मेरे हिसाब से वह अभी भी दुनिया के बेहतरीन विकेटकीपर हैं।”
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आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी – 2017 के लिए भारतीय टीम का ऐलान हो चुका है। टीम में न तो कोई बड़ा बदलाव है, न ही कोई चौंकाने वाला युवा नाम है। इस बीच एक ऐसा नाम भी है, जिसको टीम में लाने की काफी मांग थी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। ये नाम है अनुभवी बल्लेबाजी गौतम गंभीर का। चयन समिति ने गौतम गंभीर के नाम पर विचार तक नहीं किया। इंडियन प्रीमियर लीग 2017 में गौतम गंभीर का प्रदर्शन शानदार रहा है। कोलकाता नाइट राइडर्स की ओर से खेलते हुए गंभीर ने बतौर कप्तान और बतौर बल्लेबाज जोरदार प्रदर्शन किया। इसके बाद ही उनकी टीम में वापसी की अटकलें और मांग तेज हो गई थी। लेकिन टीम चयन के बाद मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने साफ कर दिया कि गंभीर के नाम पर विचार तक नहीं किया गया।
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चैंपियंस ट्रॉफी के लिए किसको मिलेगा टीम इंडिया का टिकट ? जब इस बात का एलान हुआ कि टीम इंडिया चैंपियंस ट्रॉफी में भाग लेगी तो ये सवाल अब सभी उनके मन में उठ गया है कि आख़िर किन 15 खिलाड़ियों को चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टीम इंडिया में शामिल किया जाएगा। क्रिकेट जानकारों की राय यही ही कि इस टीम में अनुभव के साथ-साथ युवा खिलाड़ियों का मिश्रण देखा जा सकता है। ख़ासकर उन युवा खिलाड़ियों को टीम इंडिया में मौक़ा दिया जा सकता है जिन्होंने आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन करके अपनी दावेदारी ठोकी है। युवा के साथ-साथ चयनकर्ताओं की नज़र उन पुराने खिलाड़ियों पर भी होगी जिन्होंने अपने हालिया प्रदर्शन से सभी की नज़रें अपनी ओर खींची हैं। और प्रदर्शन भी ऐसा जिसे नज़रअंदाज़ करना काफी मुश्किल हो सकता है। ऐसे में चयनसमिति की जब टीम के चयन को लेकर बैठक होगी तो उन्हें 15 खिलाड़ियों के चयन को लेकर माथा-पच्ची करनी पड़ सकती है। ऋषभ पंत एक ऐसे युवा खिलाड़ी हैं जिन्होंने आईपीएल में अपनी विस्फोटक बल्लेबाज़ी से हर किसी को प्रभावित किया है। हाल ही में दिल्ली के फ़िरोज़शाह कोटला मैदान पर गुजरात लायंस के खिलाफ उनकी 97 रनों की मैच जीताऊ ने तो सभी का दिल जीत लिया था। जितनी कम उम्र उससे कहीं ज़्यादा क़ाबलियत रखते हैं ये जनाब। यही वजह है कि इस खिलाड़ी को भविष्य में महेंद्र सिंह धोनी के उत्तराधिकारी के तौर पर देखा जा रहा है। और सोचिए ज़रा जिस खिलाड़ी को भविष्य में धोनी के स्थान पर देखा जा रहा हो, उसमें कुछ तो खास होगा ही। इसमें कोई दो राय नहीं कि चैंपियंस ट्रॉफी के लिए ऋषभ पंत को टीम इंडिया का टिकट दिया जा सकता है। उनके अलावा नितीश राणा एक ऐसे बल्लेबाज़ हैं जिन्होंने आईपीएल के इस सीजन में मुंबई इंडियंस कि ओर से खेलते हुए सभी को काफी प्रभावित किया है। राणा ने 10 पारियों में अब तक कुल 3 अर्द्धशतक के साथ 312 रन बनाए हैं। फिलहाल टीम इंडिया में उनके चयन के बारे में कहना थोड़ी जल्दबाज़ी होगी लेकिन चयनकर्ता उनके नाम पर विचार ज़रूर कर सकते हैं।
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भारतीय चयनकर्ता कल जब इंग्लैंड में एक जून से शुरू होने वाली चैंपियंस ट्राफी के लिए टीम का चयन करेंगे। ऐसे में माना जा रहा हा कि चर्चा का मुख्य विषय एक अतिरिक्त बल्लेबाज या तीसरा स्पिनर के चयन को लेकर हो सकता है। टीम के 15 में से 13 सदस्यों का चयन तय है और ऐसे में दो स्थानों के लिए ही मुख्य तौर पर चर्चा होगी। केएल राहुल दौड़ से बाहर हैं और ऐसे में रोहित शर्मा और शिखर धवन सलामी बल्लेबाज की भूमिका निभाएंगे। कप्तान विराट कोहली तीसरे स्थान पर आएंगे। युवराज सिंह और केदार जाधव ने भी शीर्ष पांच बल्लेबाजों में अपनी जगह बना रखी है। महेंद्र सिंह धोनी का विकेटकीपर और छठे बल्लेबाज के रूप में उतरना तय है। हार्दिक पंड्या का आलराउंडर और पांचवें तेज गेंदबाज के तौर पर चयन पक्का है। सातवें बल्लेबाज के रूप में मनीष पांडे को चुना जा सकता है।
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इंग्लैंड में 1 जून से शुरू हो रही चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारत को छोड़कर सभी 7 टीमों ने अपनी 15 सदस्यीय टीम की घोषणा कर दी है। आईसीसी से चल रहे विवाद के चलते बीसीसीआई ने अभी तक इस बात का भी फैसला नहीं लिया है कि टीम इंडिया चैंपियंस ट्रॉफी में भाग लेगी या नहीं। फ़िलहाल इस बात की संभावना काफी कम है कि भारत चैंपियंस ट्रॉफी से अपना नाम वापस लेगा। ऐसे में उम्मीद कि जा रही है कि देर से ही सही लेकिन चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टीम इंडिया का एलान हो जाएगा। भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने गौतम गंभीर की हालिया फॉर्म को देखते हुए उनके टीम इंडिया में चयन को लेकर अपनी राय दी है। इस बाबत गांगुली ने भारतीय चयनकर्ताओं से गुज़ारिश की है कि वो चयन के लिए गंभीर पर अपनी नज़र बनाए रखें। इस पूर्व भारतीय कप्तान ने इंडिया डॉट कॉम से बात करते हुए कहा “आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में गौतम गंभीर भारतीय टीम में शामिल होने योग्य हैं। वो फ़िलहाल शानदार फॉर्म में चल रहे हैं। मैंने गंभीर को काफी समय से खेलते हुए देखा है। उनकी क्रिकेट के प्रति इच्छाशक्ति अभी भी बाकी है और वो अपने आप को भारतीय टीम में दोबारा से देखना चाहते हैं।” गौरतलब है कि आईपीएल के इस सीजन में गंभीर बल्ले से शानदार फॉर्म में चल रहे हैं। अभी तक खेले कुल 11 मैचों में उन्होंने 51.37 की दमदार औसत के साथ 411 रन बनाए हैं। इस दौरान 134.75 की स्ट्राइक रेट के साथ उन्होंने 4 अर्द्धशतक भी जड़े हैं। आईपीएल-10 में सबसे ज़्यादा रन बनाने के मामले में सनराइज़र्स हैदराबाद के कप्तान डेविड वार्नर के बाद वो इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर हैं।
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आईपीएल के रोमांच के बीच टीम इंडिया के टेस्ट बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा काउंटी क्रिकेट में वापसी को तैयार है। पुजारा थोड़े समय के लिए ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज जेम्स पैटिनसन के कवर के तौर पर नाटिघंमशायर से जुड़ेंगे।
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हाल ही में भारतीय क्रिकेट टीम ने पाकिस्तान के पूर्व ऑलराउंडर शाहिद अफरीदी को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद टीम इंडिया की जर्सी तोहफे में भेजी थी। खास संदेश के साथ जर्सी पर भारतीय कप्तान विराट कोहली से लेकर पूर्व डायरेक्टर रवि शास्त्री तक के ऑटो ग्राफ थे। अफरीदी ने भी इस तोहफे के लिए टीम इंडिया को शुक्रिया कहा था लेकिन अफरीदी का भारत के एक क्रिकेटर के साथ संबंध अभी तक ठीक नहीं हो पाया है। और वो खिलाड़ी हैं भारतीय क्रिकेट टीम के ओपनर गौतम गंभीर। उन्होंने स्वीकार किया कि अनुभवी सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर के साथ वह कभी कॉफी पीते हुए नहीं दिख सकते।
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केकेआर बनाम आरपीएस मैच में शैल्डन जैक्सन नंबर तीन पर बल्लेबाजी करने उतरे थे। इससे पहले कि वो नजरें जमा पाते, वॉशिंगटन सुंदर की गेंद पर बड़ी गलती कर बैठे और हिट विकेट आउट हो गए। आईपीएल 2017 में शैल्डन से पहले कोई भी बल्लेबाज हिट विकेट नहीं हुआ था। कोलकाता के ईडन गार्डन्स पर हुए आईपीएल के 41वें मुकाबले में केकेआर ने पहले बल्लेबाजी की। टीम के अनुभवी बल्लेबाजी रॉबिन उथप्पा की गैरमौजूदगी में युवा शैल्डन जैक्सन नंबर तीन पर बल्लेबाजी करने उतरे। शैल्डन ने दो चौके लगाकर अच्छी शुरुआत की। केकेआर की पारी के चौथे ओवर में वॉशिंगटन सुंदर की एक गेंद को शैल्डन ने बैकफुट पर जाकर खेला। इस कोशिश में वो इतना पीछे चले गए कि उनका पैर विकेट पर लग गया और गिल्लियां नीचे गिर गईं। आउट होने के इस तरीके से खुद शैल्डन तो हैरान थे ही, साथ-साथ विकेट के पीछे खड़े धोनी भी हैरान रह गए।
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केशव बंसल ने खुद साफ कर दिया है कि पुरानी दोनों टीम के लिए नई दोनों टीम को रास्ता खाली करना होगा। केशव ने कहा, “आईपीएल में शामिल होते समय ही ये बात करार में साफ थी कि नई दोनों टीम की जगह दो साल के लिए ही होगी। सीएसके और आरआर के आने पर नई दोनों टीम को जाना होगा। तो फिलहाल यही स्थिति है।” हालांकि बंसल ने ये भी कहा कि अब उनका आईपीएल से निजी और व्यवसायिक तौर पर जुड़ाव हो चुका है और वो चाहेंगे कि टीम को आगे भी लीग का हिस्सा रहने का मौका मिले।
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दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान पर जब दिल्ली डेयरडेविल्स और गुजरात लॉयन्स आईपीएल का 42वां मैच खेलने उतरेंगी, तो दांव पर होगा प्लेऑफ। दोनों ही टीम प्लेऑफ में जगह बनाना चाहेंग और एक भी हार उनकी राह खत्म कर सकती है। दिल्ली डेयरडेविल्स ने अपने नौ मैच में से तीन जीते हैं। उन्हें प्लेऑफ में जगह बनाने के लिए अपने बाकी बचे पांच मैच में से चार तो हर हाल में जीतने होंगे। नेट रनरेट की फांस से बचने के लिए तो पांच में पांच जीत हासिल करनी होगी। वहीं गुजरात लॉयन्स ने अब तक खेले 10 मैच में से महज तीन जीते हैं। यानी उन्हें प्लेऑफ में संभावनाएं बनाने के लिए अगले चार में से चारों मैच जीतने होंगे। हालांकि गुजरात लॉयन्स को कुछ बेहद करीबी मैच में हार का सामना करना पड़ा, जिसमें मुंबई इंडियंस के खिलाफ सुपर ओवर मैच भी शामिल है। इस लिहाज से वो कुछ दुर्भाग्यशाली भी रहे। बहरहाल दोनों टीमों ने अब तक आईपीएल 2017 में एक-दूसरे के खिलाफ एक भी मैच नहीं खेला है। पिछले आईपीएल में हुई दो भिड़ंत में दोनों टीम को एक-एक बार जीत मिली। हालिया फॉर्म की बात करें तो दिल्ली ने पिछले मैच में सनराइजर्स हैदराबाद को हराकर बड़ा उलटफेर किया। वहीं गुजरात को पिछले मैच में राइजिंग पुणे सुपरजाएन्ट के हाथों हार का सामना करना पड़ा था।
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दुनिया में सबसे पुराना टेनिस टूर्नामेंट विंबलडन में अब एकल चैम्पियनों को इस साल से 22 लाख पौंड(18 करोड़) की इनामी राशि से नवाज़ा जाएगा। इस बात की पुष्टि आल इंग्लैंड क्लब ने की है । एंडी मरे और सेरेना विलियम्स को पिछले साल विंबलडन ग्रैंडस्लैम ने पुरूष और महिला वर्ग के एकल खिताब अपने नाम किया था। दोनों खिलाड़ियों खिताब जीतने पर 20 लाख पौंड मिले थे। विंबलडन ने तीन जुलाई से शुरू हो रहे टूर्नामेंट की इनामी राशि में अब 10 प्रतिशत का इजाफा करने की तैयारी कर ली है। वर्ष 1895 के बाद से यह टूर्नामेंट इस बार सबसे जल्दी शुरू होगा। पिछले छह साल में विंबलडन एकल विजेताओं की इनामी राशि 11 लाख पौंड थी जिसे अब दोगुना कर दिया गया है। एईएलटीसी (ऑल इंग्लैंड लॉन टेनिस एंड क्रोकेट क्लब) और चैंपियनशिप के अध्यक्ष फिलिप ब्रूक ने इस मौके कहा कि “हमें विंबलडन जैसे बड़े टूर्नामेंट का नेतृत्व करने पर गर्व है, जिसे स्थानीय ,राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जाना जाता है और चैंपियनशिप के भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए हम निवेश करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, आने वाले वर्षों में भी हम खेल को प्रोत्साहित करने के आवश्यक कदम उठाते रहेंगे । “
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दिल्ली के फ़िरोज़शाह कोटला मैदान पर आईपीएल-10 के 40 वें मैच में दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम ने हैदराबाद को 6 विकेट से शिकस्त देकर आईपीएल के प्ले-ऑफ में पहुंचने की अपनी उम्मीदों को जिंदा रखा। जीत के लिए 186 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए दिल्ली की टीम ने मैच को 19.1 ओवर में 189 का स्कोर बना कर अपने नाम कर लिया। अपने आख़िरी मैच को 10 विकेट से हारने के बाद दिल्ली की टीम ने इस मैच में अपने ही घर में घायल शेर की तरह वापसी करते हुए बेहतरीन खेल दिखाया।
पहले विकेट के लिए संजू सैमसन और कप्तान करुण नायर की सलामी जोड़ी ने 4.1 ओवर में 40 रन जोड़े। दिल्ली का पहला विकेट संजू सैमसन के रूप में गिरा जब वो मोहम्मद सिराज की गेंद पर 24 रन के व्यक्तिगत स्कोर पर धवन को कैच थमा बैठे। उसके बाद क्रीज़ पर आए युवा ऋषभ पंत और नायर ने कुछ देर के लिए आक्रामक खेल का मुज़ाहिरा पेश किया। आउट होने से पहले नायर ने 39 और पंत ने 34 रन बनाए। इन दोनों ही बल्लेबाज़ों ने अपनी पारी के दौरान 20-20 गेंदों का सामना किया। दिल्ली के लिए चौथे नंबर पर बल्लेबाज़ी करने आए श्रेयस अय्यर ने भी 25 गेंदों पर 33 रनों का अहम योगदान दिया। अंत में टीम के विस्फोटक बल्लेबाज़ कोरी एंडरसन ने 24 गेंदों पर 41 रनों की नाबाद पारी खेलकर अपनी टीम को जीत की देहलीज़ पार करने में मदद की। हैदराबाद की ओर से मोहम्मद सिराज ने सबसे ज़्यादा 2 विकेट चटके लेकिन 4 ओवर में उन्होंने 41 रन ख़र्च कर दिए। दिल्ली की इस जीत में एक ख़ास बात ये रही कि उनकी ओर से एक भी अर्द्धशतक नहीं लगा लेकिन टीम के सभी बल्लेबाज़ों ने छोटे ही सही लेकिन महत्वपूर्ण स्कोर करके टीम की जीत में अहम योगदान दिया -
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) द्वारा जारी की गई ताज़ा टी-20 रैंकिंग में भारत को दो स्थान का नुकसान हुआ है और अब वो दूसरे स्थान से खिसक कर चौथे पायदान पर पहुंच गया है। भारत के कुल 6 अंक कम हुए हैं जबकि उसके चिरप्रतिद्वंदी पाकिस्तान टीम को रैंकिंग में 3 अंकों का फायदा हुआ है और इस तरह से पाकिस्तान टीम इंडिया को पछाड़ते हुए तीसरे पायदान पर अपने पैर जमाए हुए है। इस लिस्ट में न्यूज़ीलैंड की टीम 125 अंक साथ नंबर वन टी-20 टीम बनी हुई है।
आईसीसी ने ये टी-20 रैंकिंग सभी टीमों के आख़िरी 3 साल के प्रदर्शन को ज़हन में रखकर ज़ारी की है। टी-20 रैंकिंग के बाबत प्रेस रिलीज ज़ारी करते हुए आईसीसी ने कहा ” इंग्लैंड की टीम रैंकिंग में दूसरे स्थान पर है। इंग्लैंड को 3 स्थान और 7 अंकों का फायदा हुआ है। इंग्लैंड की टीम अब 121 प्वॉइंट के साथ दूसरे नंबर पर आ गई है। पहले नंबर पर न्यूजीलैंड की टीम है और उनके 125 प्वॉइंट हैं। ऑइन मोर्गन की टीम अब न्यूजीलैंड से सिर्फ 4 प्वॉइंट ही पीछे है। साल 2007 का टी-20 विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम को रैंकिंग में नुकसान उठाना पड़ा है और वो अब दूसरे से चौथे स्थान पर आ गई है।”इसके अलावा प्रेस रिलीज़ में खा गया ” दक्षिण अफ्रीका को भी 2 स्थानों का नुकसान हुआ है और टीम पांचवें नंबर पर आ गई है। -
सुल्तान अजलान शाह कप 2017 में भारत को ऑस्ट्रेलिया के हाथों 3-1 से करारी हार का सामना करना पड़ा। ये भारत का टूर्नामेंट में तीसरा मुकाबला था। इससे पहले भारत एक ड्रॉ खेल चुका है, जबकि एक मैच में जीत मिली थी। पिछले मैच में भारत ने न्यूजीलैंड को 3-0 से हराया था। ऐसे में उम्मीद थी कि डिफेंडिंग चैंपियन ऑस्ट्रेलिया के साथ उनका मुकाबला दमदार होगा। ऑस्ट्रेलिया ने भी अपने पिछले मैच में मलेशिया को हराया था। मैच की शुरूआत ही रोचक रही। शुरुआती मिनटों में ही दोनों टीमों को एक-एक पेनाल्टी कॉर्नर मिला। हालांकि दोनों ही इसे भुना नहीं सके। दोनों ही टीम बराबरी पर थीं और जोरदार संघर्ष चल रहा था। लेकिन पहले क्वार्टर के अंत से ठीक पहले भारत को जोरदार झटका लगा, जब टीम के कप्तान और गोलकीपर पीआर श्रीजेश चोटिल हो गए। श्रीजेश को ऑस्ट्रेलियन खिलाड़ी से टकराने के कारण गंभीर चोट लग गई और उन्हें मैदान छोड़ना पड़ा। उनकी जगह आकाश चिकते मैदान पर उतरे। श्रीजेश के मैदान छोड़ने की असर साफ दिखा और यहीं से ऑस्ट्रेलिया भारत पर हावी हो गया।
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‘दिल दिल्ली है’ की पंचलाइन के साथ आईपीएल 2017 का आगाज करने वाली दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए अब असल मायनों में दिल दिखाने की बारी है। लीग के 40वें मुकाबले में दिल्ली डेयरडेविल्स की भिड़ंत सनराइजर्स हैदराबाद से होगी। आठ मैच में से छह हारकर दिल्ली लीग में आठवें पायदान पर है। उनका सामना है लीग में तीसरे पायदान पर बैठी सनराइजर्स से। सनराइजर्स प्लेऑफ में जगह लगभग पक्की कर चुकी है और उनकी फॉर्म भी जोरदार है। लेकिन दिल्ली की तकदीर कुछ इतर रही है। कप्तान जहीर खान चोटिल हैं, टीम लचर फॉर्म में है, पिछले ही मैच में 67 रन पर पुलिंदा बंध गया था..यानी सितारें पूरी तरह गर्दिश में हैं। लेकिन दिलेरी के लिए मशहूर दिल्ली के पास बाउंसबैक करने का इससे बेहतर मौका भी नहीं होगा। यहां से कुछ क्षमतावान प्रदर्शन उन्हें न सिर्फ प्लेऑफ की दौड़ में शामिल कर देंगे, बल्कि टीम की साख को भी मजबूत करेंगे। बहरहाल उनके लिए सबसे बड़ी चुनौती होंगे सनराइजर्स के कप्तान डेविड वॉर्नर, जिन्होंने पिछले ही मैच में केकेआर जैसी मजबूत टीम के खिलाफ धमाकेदार शतक लगाया था। अब तक दिल्ली डेयरडेविल्स और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच आईपीएल इतिहास में नौ मुकाबले हुए हैं। इनमें से छह मुकाबले सनराइजर्स ने जीते हैं, जबकि तीन मैच डेयरडेविल्स ने।
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इंडियन प्रीमियर लीग के दसवें सीजन के सबसे मंहगे खिलाड़ी बेन स्टोक्स की धमाकेदार सेंचुरी(63 गेंद पर नाबाद 103 रन) के दम पर राइजिंग पुणे सुपरजाइंट ने रोमांचक मुकाबले में गुजरात लायंस को पांच विकेट से हरा दिया। स्टोक्स ने 61 गेंद पर अपना पहला आईपीएल शतक लगाया। 14.5 करोड़ के स्टोक्स दसवें सीजन में शतक लगाने वाले चौथे बल्लेबाज बने। उन्होंने अपनी नाबाद 103 रन की पारी में सात चौके और छह छक्के लगाए।
गुजरात ने पुणे के सामने 162 का लक्ष्य रखा था जिसे टीम ने एक गेंद पहले हासिल कर लिया। 162 के लक्ष्य को हासिल करना पुणे के लिए आसान नहीं था। खराब शुरुआत के बाद के टॉप ऑर्डर भी पूरी तरह लड़खड़ाती दिखी। टीम के चार बड़े खिलाड़ी 42 रन पर पवेलियन लौट गए थे। इसके बाद स्टोक्स को पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी(26) का साथ मिला। हालाकि धोनी अपने चिर परिचित अंदाज में नहीं दिखे लेकिन स्टोक्स के साथ 10.4 ओवर में 76 रन की अहम साझेदारी कर टीम की उम्मीदों को बनाए रखा। धोनी जब पवेलियन लौटे उस वक्त पुणे को 23 गेंद पर 44 रन की जरूरत थी लेकिन सोमवार का दिन स्टोक्स का था और पहले उन्होंने अपनी नाबाद शतकीय पारी के साथ टीम को जीत दिला दी। इस जीत के साथ पुणे के अब 10 मैच में 12 अंक हो गए हैं। जबकि गुजरात के 10 मैच में छह ही प्वाइंट हुए हैं और अब उसके बाहर होने का खतरा मंडराने लगा है। -
मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में आईपीएल-10 के 38वें मुकाबले में मुंबई इंडियंस ने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को 5 विकेट से शिकस्त दी। पहले से आईपीएल में निराशाजनक प्रदर्शन कर रही आरसीबी टीम को मात देकर मुंबई ने उनके ज़ख्मों पर आज नमक छिड़कने का काम किया। इस जीत के साथ ही रोहित शर्मा की सेना आईपीएल-10 के प्ले-ऑफ में जगह बनानी वाली पहली टीम बन गई है। वहीं आरसीबी के लिए आईपीएल-10 के अगले दौरे में पहुंचने की सारी उम्मीदें ख़त्म हो गई हैं। जीत के लिए 163 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए मुंबई की टीम ये मैच आख़िरी ओवर तक ले गई और सिर्फ 1 गेंद शेष रहते ही उन्होंने ये मैच जीता। अंत में मुंबई टीम का स्कोर 19.5 ओवर में 5 विकेट पर 165 रन रहा। मुंबई की ओर से कप्तान रोहित शर्मा ने 37 गेंदों पर मैच जीताऊ नाबाद 56 रनों की पारी खेली। उन्होंने अपनी पारी के दौरान 6 चौके और 1 छक्का जड़ा। उनके अलावा सलामी बल्लेबाज़ जोस बटलर ने 33 और तीसरे नंबर पर बल्लेबाज़ी करने आए नितीश राणा ने 27 रन बनाए। बैंगलोर की टीम की तरफ से सबसे सफल गेंदबाज़ नेगी रहे जिन्होंने 4 ओवर में 17 ख़र्च करते हुए 2 विकेट हासिल किए।
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आईसीसी की तरफ से जारी की गई ताज़ा वनडे रैंकिंग में भारत को 5 अंकों का फायदा हुआ है और अब वो चौथे से तीसरे स्थान पर आ गया है। वहीं दक्षिण अफ्रीका ने वनडे में अपनी बादशाहत को बरक़रार रखा है। वो 123 प्वाइंट के साथ नंबर वन पर काबिज़ है जबकि ऑस्ट्रेलिया टीम 118 अंक लेकर दूसरे पायदान पर है। भारत 117 अंक के साथ ऑस्ट्रेलिया से सिर्फ 1 अंक पीछे है। इससे पहले तीसरा स्थान न्यूज़ीलैण्ड टीम के नाम था। अब कीवी टीम के 115 प्वाइंट है और वो भारत से एक पायदान नीचे यानी चौथे स्थान पर पहुंच गई है।
पाकिस्तान और वेस्टइंडीज की टीमों को अपने हालिया ख़राब प्रदर्शन का ख़ामियाज़ा अपनी रैंकिंग में भुगतना पड़ा है। बात अगर पाकिस्तान टीम की करें तो वो अब 90 से 88 अंक पर पहुंच गई है और 8वें पायदान पर काबिज़ है। वहीं वेस्टइंडीज टीम के 83 से 79 अंक हो गए है और वो पाकिस्तान से एक नीचे 9वें नंबर पर मौजूद है। बांग्लादेश इन दोनों ही टीमों से आगे निकलते हुए 7वें पायदान पर अपनी जगह बनाए हुए है। श्रीलंका की टीम 93 अंकों के साथ छठे नंबर है। चैंपियंस ट्रॉफी से पहले भारत के लिए ये एक अच्छी ख़बर है जहां इस साल वो इस टूर्नामेंट में अपना ख़िताब बचाने के इरादे से मैदान पर उतरेगी। -
क्रिकेट के मैदान पर एक दशक से ज्यादा वक्त से राज कर रहे पूर्व भारतीय कप्तान महेंद सिंह धोनी अब एक नए किरदार में नजर आ सकते हैं। मैदान से बाहर धोनी बतौर फिल्म प्रोड्यूसर अपनी पारी का आगाज करने की योजना बना रहे हैं। डेक्कन क्रॉनिकल की रिपोर्ट की मानें तो हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद पर जल्द ही बॉयोपिक बनने जा रही है। इसको क्रिकेट के मैदान के जादूगर यानी महेंद्र सिंह धोनी प्रोड्यूस कर सकते हैं। अगर ऐसा हुआ एमएस धोनी के करियर में ये एक नया मोड़ होगा। मेजर ध्यानचंद का रोल निभाने के लिए वरुण धवन का नाम चर्चा में है।
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दोनों ही टीम दमदार..दोनों के पास टी-20 स्पेशलिस्ट की भरमार..दोनों की निगाहें प्लेऑफ पर। यानी आईपीएल का 39वां मुकाबला दमदार होने के पूरे समीकरण बन चुके हैं। पुणे के महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम पर राइजिंग पुणे सुपरजाएन्ट और गुजरात लॉयन्स का मुकाबला होगा। इन दोनों टीमों के लिए अब हर मैच में प्लेऑफ में स्थान दांव पर रहेगा। आरपीएस के फिलहाल नौ मैच में दस अंक हैं, जबकि गुजरात के नौ मैच में छह। नंबर को आधार मानें, तो गुजरात एक कदम पीछे ही है। आरपीएस ने अपने पिछले मुकाबले में आरसीबी को 61 रन के बड़े अंतर से हराया था। जबकि जीएल को बेहद रोमांचक मुकाबले में मुंबई इंडियंस के हाथों सुपरओवर में मात मिली थी। राइजिंग पुणे के तमाम जद्दोजहद के बाद एक अच्छा टीम कॉम्बिनेशन मिल चुका है, जिससे शायद ही कप्तान स्टीव स्मिथ फिलहाल कुछ छेड़छाड़ करें। वहीं गुजरात के कप्तान सुरेश रैना के लिए सबसे बड़ी चिंता है तेज गेंदबाज एंड्रयू टाय का चोटिल होना। उनकी जगह भरना बड़ी चुनौती रहेगा।
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एक ओर करीबी मैचों का सुल्तान..तो दूसरी ओर ढेर हो रहे शेरों का झुंड। इंडियन प्रीमियर लीग के 38वें मुकाबले में सोमवार को मुंबई इंडियंस और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की भिड़ंत होगी। दोनों टीमों की तकदीर आईपीएल में अलग-अलग रही है। एक ओर मुंबई इंडियंस ने करीबी मुकाबलों में ऑलराउंड खेल के दम पर कुछ बेहतरीन जीत हासिल कर साख कायम की है। वहीं रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने हाथ आए मैच भी गंवाए हैं। ये मैच मुंबई के होम ग्राउंड यानी वानखेड़े स्टेडियम पर है। ऐसे में कई समीकरण मिलकर मुंबई का पलड़ा जाहिर तौर पर भारी कर रहे हैं। मुंबई के लिए सबसे खास रहा है उनके अनकैप्ड और युवा खिलाड़ियों का अहम मौकों पर किया गया प्रदर्शन। नीतीश राणा, हार्दिक पांड्या, क्रुनाल पांड्या ऐसे अहम नाम हैं। वहीं रॉयल चैलेंजर्स के लिए उनके इंटरनेशनल स्टार प्लेयर्स भी चुके हुए साबित हुए हैं। यही टीम की नाकामी की वजह बना है। एबी डीविलियर्स, क्रिस गेल, शेन वॉटसन, टाइमल मिल्स जैसे खिलाड़ी कुछेक मौकों को छोड़कर टीम की उम्मीद पर बिल्कुल खरे नहीं उतरे। कप्तान विराट कोहली ने कुछ मौकों पर अच्छा खेल दिखाया, लेकिन वो भी उनकी क्षमता से कम ही रहा।
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राजकोट में हुआ आईपीएल का 35वां मैच सभी की साँसें थाम लेने वाला मुकाबला साबित हुआ। मैच सुपर ओवर तक गया और अंत में मुंबई ने इस मैच को 5 रन से अपने नाम कर लिया। सुपर ओवर में मुंबई के तेज़ गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह की लाजवाब गेंदबाज़ी का ही नतीजा रहा कि इस मैच को मुंबई ने जीत लिया। आपको बता दें ये आईपीएल इतिहास का सातवां और मुंबई इंडियंस का पहला सुपर ओवर मैच था। सुपर ओवर में पहले बल्लेबाज़ी करने आई मुंबई की टीम। बल्लेबाज़ थे केरॉन पोलार्ड और जोस बटलर। जबकि गुजरात की ओर से सामने गेंदबाज़ थे जेम्स फाकनर। बटलर ने पहली गेंद पर एक रन बनाया जबकि पोलार्ड ने दूसरी गेंद पर चौका मारा और फिर अगली गेंद पर छक्का जड़ा। पोलार्ड हालांकि अगली गेंद पर लांग आन पर ब्रैंडन मैकुलम को कैच दे बैठे। बटलर भी अगली गेंद पर इशान किशन के हाथों लपके गए जिससे लायंस को 12 रन का लक्ष्य मिला।
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पुणे में खेले गए आईपीएल के 34 मैच में राइज़िंग पुणे सुपरजाएंट के हाथों हार कर रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को बड़ा झटका लगा है। इस हार के साथ ही आरसीबी टीम की प्ले-ऑफ में पहुंचने की सारी उम्मीदों पर पानी फिर गया। ये कप्तान विराट कोहली के साथ-साथ पूरी आरसीबी टीम के लिए काफी निराशाजनक बात रही। मैच के बाद विराट कोहली के चेहरे पर इस बात की झलक साफ़ देखी जा सकती थी। अपनी हार पर बात करते हुए कोहली ने कहा “टीम के ऐसे प्रदर्शन के बाद एक कप्तान के लिए किसी भी प्रकार की टिप्पणी करना मुश्किल होता है।”
पुणे से 61 रन की मिली हार के बाद कोहली ने कहा, “मुझे लगता है कि ऐसे प्रदर्शन के बाद एक कप्तान के लिए कोई भी टिप्पणी करना मुश्किल होता है। हालांकि, हमें ऐसे अनुभवों से सबक लेकर आगे बढ़ना चाहिए। हमनें इस मैच को जीतने से अधिक बुरी तरह हारा है।” अपनी हार के कारण पर बात करते हुए कोहली ने कहा “इस हार के पीछे कुछ भी कारण हो सकते हैं फिर चाहें वो उम्मीदें हों। लोगों को लगा था कि हमारी बल्लेबाजी अच्छी होगी, जैसे पिछले साल प्लेऑफ में रही। मैं किसी एक चीज पर दोष नहीं दे सकता। हम प्लेऑफ की दौड़ में काफी हद तक नहीं हैं। अब हम केवल एक ही चीज कर सकते हैं और वो है टूर्नामेंट में बाकी बचे चार मैचों का आनंद लेना।”
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पुणे में खेले गए आईपीएल के 34 मैच में राइज़िंग पुणे सुपरजाएंट ने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को 61 रन से शिकस्त दी। इस हर के साथ ही आरसीबी टीम की प्ले-ऑफ में पहुंचने की सारी उम्मीदें निस्तो-नाबूत हो गई। जीत के लिए 158 रन का पीछा करने उतरी बैंगलोर की टीम 20 ओवर में 9 विकेट पर 96 रन ही बना सकी। कप्तान विराट कोहली को छोड़कर उनका कोई भी बल्लेबाज़ दहाई के आकड़े तक नहीं पहुंच पाया और एक बार फिर से इस टीम की हार की वजह उनकी बल्लेबाज़ी ही रही। विराट कोहली ने अपनी टीम के लिए 48 गेंद पर 55 रन का योगदान दिया लेकिन वो भी गेंद को हिट करने में पूरी तरह से सफल नहीं रह पाए। नियमित अंतराल पर टीम का विकेट गिरता चला गया और आरसीबी की ओर से कोई भी साझेदारी पनप नहीं सकी। पुणे की ओर से स्पिनर इमरान ताहिर ने 4 ओवर में 18 रन देकर 3 विकेट चटकाए। इससे पहले आरसीबी टीम ने टॉस जीत कर पुणे को पहले बल्लेबाज़ी करने के लिए आमंत्रित किया था। निर्धारित 20 ओवर में पुणे की टीम 3 विकेट पर 157 रन का स्कोर खड़ा किया। टीम के लिए स्टीव स्मिथ ने सबसे ज़्यादा 45 रन बनाए। उनके अलावा राहुल त्रिपाठी ने 37 और मनोज तिवारी ने नाबाद 44 रन की पारी खेली। अंत में धोनी ने भी टीम के लिए 17 गेंद पर नाबाद 21 रन का योगदान दिया। इस हार के साथ के ही अब आरसीबी की आईपीएल -10 की सारी उम्मीदें ख़त्म हो चुकी है। बात अगर अंक तालिका की करें तो बैंगलोर की टीम 7 वें पायदान पर मौजूद है।
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आपने अभी तक कई फिल्मी सितारों,क्रिकेटरों के लुक लाइक या डुप्लीकेट्स को कई बार देखा होगा। भारतीय क्रिकेट कप्तान विराट कोहली की तरह दिखने वाले तो भारत से लेकर पाकिस्तान तक हैं लेकिन क्या आपने विश्व फुटबॉल के सबसे बड़े खिलाड़ी अर्जेंटिना के लियोनेल मेस्सी के डुप्लीकेट को देखा है?
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मैच से पहले दोनों ही टीम की स्थिति में काफी अंतर है। आरपीएस ने अब तक खेले आठ मैच में से चार मैच जीते हैं और वो प्वाइंट टेबल में चौथे पायदान पर है। आरपीएस प्लेऑफ की दौड़ में मजबूती से कायम है। वहीं आरसीबी के लिए प्वाइंट टेबल घोर निराशाजनक है। टीम ने नौ में से महज दो मैच जीते हैं। पांच अंक के साथ आरसीबी सातवें पायदान पर है और प्लेऑफ की दौड़ से लगभग बाहर हो चुकी है। बहरहाल आरसीबी के कप्तान विराट कोहली कह चुके हैं कि उनकी टीम अब पॉजिटिव क्रिकेट खेलने पर जोर देगी। विराट की टीम के लिए खोई हुई लय पाने के लिए ये अच्छा मौका होगा, क्योंकि उनके सामने स्टीव स्मिथ की कप्तानी वाली टीम है। विराट और स्मिथ के बीच प्रतिद्वंदिता किसी से छिपी नहीं है।
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चैंपियंस ट्रॉफी में भारतीय टीम के शामिल होने को लेकर फैसला सात मई को लिया जाएगा। बीसीसीआई की बैठक में अगर फैसला पक्ष में होता है तो टीम इंडिया का एलान भी इसी दिन संभव है। भारतीय क्रिकेट बोर्ड में प्रशासकों की समिति (सीओए) के प्रमुख विनोद राय ने शुक्रवार को कहा कि चैम्पियंस ट्रॉफी में भारत के प्रतिनिधित्व के बारे में सात मई को बीसीसीआई की आम सभा की बैठक के बाद ही फैसला लिया जाएगा। चैम्पियंस ट्रॉफी के लिए टीम अब तक नहीं चुनी गई है और बीसीसीआई पहले ही आईसीसी की 25 अप्रैल की समयसीमा की अनदेखी कर चुका है लेकिन राय इसे अधिक तूल नहीं देना चाहते। राय ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘समय सीमा जैसी कोई चीज नहीं है। चैम्पियंस ट्रॉफी एक जून से शुरू होगी। समय सीमा इसलिए तय की जाती है जिससे कि किसी तरह की प्रणाली लागू हो।’’ संभावित विकल्पों के बारे में पूछने पर राय ने कहा, ‘‘मैं आपको अभी कैसे बता सकता हूं। हम सभी संभावित परिदृश्यों के साथ तैयार हैं। इसलिए प्रक्रिया शुरू होने दीजिए जिसके होने की उम्मीद है और फिर हम देखते हैं कि क्या करना है। मैं पहले ही कुछ नहीं बता सकता। मुझे भरोसा है कि यह अच्छा फैसला होगा। आप जो भी फैसला चाहते हैं वह होगा लेकिन अगर ऐसा नहीं होता है तो फिर देखते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह खेल का हिस्सा है। इसे धीरे धीरे आगे बढ़ने दीजिए, देखते हैं कैसे प्रगति होती है, क्या होता है।’’ राय ने इस सवाल का जवाब देने से इनकार कर दिया कि अगर एसजीएम में चैम्पियंस ट्रॉफी से हटने का फैसला किया जाता है तो क्या सीओए इस फैसले को खारिज कर देगा। राय ने कहा, ‘‘यह काल्पनिक सवाल है। एसजीएम को पहले फैसला लेने दीजिए। मैंने कार्यवाहक अध्यक्ष, कार्यवाहक सचिव से एसजीएम बुलाने का आग्रह किया है और एसजीएम सात मई को होगी।’’
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विश्व कप विजेता कोच डेव व्हाटमोर के केरल क्रिकेट संघ (केसीए) से जुड़ने के बाद अब टीम में बदलाव की नई योजना शुरु हो चुकी है। राज्य क्रिकेट की नजर अब कुछ बड़े और अनुभवी खिलाड़ियों पर है जिसे वो टीम के साथ जोड़ सके। ऐसे में उनकी नजर अब रॉबिन उथप्पा पर है।
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भारत में आयोजित फीफा अंडर-17 विश्व कप 2017 के फाइनल की उलटी गिनती आज से शुरू हो गई। इसी के तहत भारतीय अंडर-17 फुटबॉल भी टीम पुरे तरीके से तैयारी में जुटी हुई है। ख़ास बात यह है कि वर्ल्ड कप का फाइनल मुकाबला कोलकाता के साल्ट लेक स्टेडियम में छह महीने बाद खेला जाएगा, जहां लोग फुटबॉल के दीवाने हैं। भारत में हो रहे फीफा के इस पहले टूर्नामेंट के खिताबी मुकाबले में खेलने वाली दोनों टीमें विवेकानंद युवा भारतीय क्रीडांगन में 28 अक्तूबर को एक दूसरे के आमने सामने होंगी । इसी कड़ी के तहत आज खेले गए फ्रेंडली मैच में भारतीय अंडर 17 फुटबाल टीम ने एसएल बेनफिका के साथ 2-2 से ड्रा खेला था। टूर्नामेंट की स्थानीय आयोजन समिति के निदेशक जेवियर सेप्पी ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा ,‘‘ अगले छह महीने में एक नया चैम्पियन हमारे सामने होगा । भारत में फुटबाल के लिये यह क्रांतिकारी होगा । कोलकाता पर इसे सफल बनाने की बड़ी जिम्मेदारी है । हम पश्चिम बंगाल सरकार के साथ मिलकर इसके सफल आयोजन की पूरी तैयारी कर रहे हैं ।’’
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पाकिस्तान क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों के बीच आए दिन नोक झोक की खबरें आती रहती हैं। कभी शोएब अख्तर और मोहम्मद आसिफ ट्रेनिंग सेशन के दौरान मार पीट पर उतर आए थे तो कभी शाहिद अफरीदी और वकार यूनुस के बीच टीम को लेकर वाक युद्ध तक हो गए थे। अब एक नया और अजीबो-गरीब मामला सामने आया है। ताजा मामला विवादों में रहने वाले उमर अकमल और तेज गेंदबाज जुनैद खान के बीच का है। दोनों एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं और अब मामला पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड तक पहुंच गया है।
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अपने मुनाफे की खातिर बीसीसीआई ने आईसीसी से जंग छेड़ रखी है। लेकिन भारतीय क्रिकेट की इस सर्वोच्च संस्था को अपने ही खिलाड़ियों के हक की चिंता नहीं है। बीसीसीआई ने पिछले छह महीने से टीम इंडिया के खिलाड़ियों को सैलरी तक नहीं दी है। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट की मानें तो बीसीसीआई आईसीसी से अपने झगड़े के चक्कर में टीम इंडिया के खिलाड़ियों की भी सैलरी पर ध्यान नहीं दे रहा है। खिलाड़ियों के सैलरी संबंधित सभी मामले अमूमन 15-30 दिन के भीतर निपटाने होते हैं, लेकिन इस बार ये महीनों लंबा खिंच चुका है। टीम इंडिया की टेस्ट टीम के एक सदस्य ने नाम न बताने की शर्त पर इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “पिछले छह महीने से बोर्ड ने खिलाड़ियों को भुगतान नहीं किया है। अमूमन ये भुगतान 15 दिन में हो जाना चाहिए, लेकिन पता नहीं क्यों इस बार इतनी देर हो रही है।” भारतीय टीम ने पिछले छह महीने में एक के बाद एक कई सीरीज में जीत दर्ज की है। घरेलू सीजन में टीम इंडिया ने एक भी सीरीज नहीं गंवाई और ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैण्ड और इंग्लैण्ड जैसी दमदार टीमों को हराया। इसके बाद भी खिलाड़ियों की सैलरी बोर्ड ने अटका दी है। गौरतलब है कि भारतीय खिलाड़ियों को बोर्ड के नए ग्रेड नियमों के मुताबिक एक टेस्ट मैच का 15 लाख रुपया मिलता है। जो खिलाड़ी 15 सदस्यीय टीम में हो, लेकिन अंतिम 11 में नहीं, उसे भी सात लाख रुपए मिलते हैं।
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हॉकी के प्रतिष्ठित सुल्तान अजलान शाह कप का आगाज़ 29 अप्रैल यानी शनिवार से मलेशिया के इपोह में होगा। टूर्नामेंट का पहला मैच भारत और इंग्लैण्ड के बीच खेला जाएगा। हॉकी के दिग्गज देशों में गिने जाने वाले भारत की पुरानी साख इस बड़े आयोजन के साथ दांव पर होगी। इंग्लैण्ड के खिलाफ मैच से भारत छठी बार अजलान शाह का चैंपियन बनने के अपने अभियान का आगाज़ करेगा। इससे पहले भारत चार बार खिताब जीत चुका है, जबकि एक बार खिताब साझा किया। भारत दो बार अजलान शाह कप का उपविजेता भी रहा है। अजलान शाह में भारत की कमान अनुभवी गोलकीपर पीआर श्रीजेश संभालेंगे। पिछले अजलान शाह कप में भारत को फाइनल में हार मिली थी। ऐसे में इस बार श्रीजेश उस कमी को भी पूरा करना चाहेंगे। साथ ही इस बड़े टूर्नामेंट में भारत टीम को भी परख सकता है। क्योंकि इसी के आधार पर 2018 हॉकी विश्वकप और 2020 ओलंपिक के लिए भी टीम का ढांचा तैयार होगा।
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डिफेंडिंग चैंपियन सनराइजर्स हैदराबाद इंडियन प्रीमियर लीग के दसवें सीजन में शुक्रवार को खराब फार्म से जूझ रही किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ मोहाली के मैदान पर उतरेगी। इस सीजन में पहली बार मुकाबला मोहाली के मैदान पर खेला जाएगा।
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भारत और पाकिस्तान के बीच लंबे समय से बाइलैटरल सीरीज नहीं खेले जा रही है और अब पाकिस्तानी क्रिकेट अधिकारियों ने भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) को मानहानि का दावा ठोकने की धमकी दी है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने दावा किया है कि सीरीज न होने के कारण उन्हें काफी वित्तीय नुकसान हो रहा है।
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लंबे इंतजार के बाद एक जून से शुरू होने वाले मिनी वर्ल्ड कप यानी चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारत ने 15 सदस्यीय टीम का एलान कर दिया है। टीम की कमान एक बार फिर से कप्तान विराट कोहली के हाथों में होगी। कोहली के अलावा महेंद्र सिंह धोनी और अंजिक्य रहाणे जैसे खिलाड़ियों के साथ कई युवाओं को भी मौका दिया गया है। भारत अपना पहला मुकाबला पाकिस्तान के खिलाफ 4 जून को खेलेगा। इंग्लैंड के परिस्थितों के मद्देनज़र चयनकर्ताओं ने पेस अटैक पर ख़ासा ज़ोर दिया है। टीम में तेज़ गेंदबाज़ों की तिकड़ी – जसप्रीत बुमराह,भुवेनश्वर कुमार और उमेश यादव शामिल हैं। स्पिन विभाग की कमान एक बार फिर से रविचंद्रन अश्विन के हाथों में होगी। घरेलू टेस्ट सीजन में लंबे वक़्त तक खेलने के बाद अश्विन आराम कर रहे थे। अश्विन के साथ लेग स्पिनर यजुवेंद्र चहल को भी टीम में शामिल किया गया हैं। बता दें कि आईसीसी ने टूर्नामेंट शिरकत कर रहे सभी देशों को अपनी-अपनी टीम 25 अप्रैल तक घोषित करने के लिए कहा था। लेकिन इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) और बीसीसीआई के बीच नए राजस्व मॉडल को लेकर सहमति नहीं बन पाई थी जिसकी वजह से टीम का एलान करने में अधिक वक्त लग गया।
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आईपीएल-10 का 31वां मैच रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और गुजरात लायंस के बीच खेला जाना है। दोनों ही टीमें का इस सीजन में ख़राब प्रदर्शन रहा है। बारिश के कारण रद्द हुए पिछले मैच के कारण आरसीबी प्लेऑफ की दौड़ से बाहर होने के कगार पर खड़ी है वहीं पिछले सीजन में शानदार प्रदर्शन करने वाली गुजरात लायंस इस साल टेबल के सबसे निचले पायदान पर है। बैंगलोर के चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले जाने वाले मुकाबले में दोनों ही टीमों का एकमात्र लक्ष्य जीत हासिल करना होगा। आरसीबी फिलहाल आईपीएल 10 की अंक तालिका में 5 अंक के साथ छठे स्थान पर है। आरसीबी ने 8 मुकाबलों में से केवल 2 में ही जीत दर्ज़ की है। वहीं सनराइजर्स के खिलाफ मंगलवार को बारिश की वजह से रद्द हुए मुकाबले में टीम ने 1 अंक हासिल किया। गुजरात लायंस की बात की जाए तो उनके हालत भी आरसीबी की तरह ही हैं। गुजरात ने अब तक कुल 7 मुकाबले खेलें है। जिसमें से 2 जीत कर 4 अंको के साथ वह अंक तालिका में सबसे नीचे है। बैंगलोर की टीम गुजरात के कमज़ोर बोलिंग अटैक का फायदा उठा कर जीत के साथ टूर्नामेंट में वापसी करना चाहेगी हालांकि टीम के नॉकआउट में पहुंचने की उम्मीद काफी कम नज़र आ रही। आरसीबी को किसी भी हाल में बाकी बचे सभी छह मैच जीतने होंगे।
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भारत के महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने 16 साल की उम्र में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया था। मास्टर ब्लास्टर के नक्शे कदम पर चलते हुए इंदौर की अनादि तागड़े ने महज 9 साल की उम्र में अंडर 19 टीम में स्थान बनाकर अब नया इतिहास रच दिया है। अनादि का चयन स्टेट अंडर 19 टीम चैंपियनशिप के लिए इंदौर की महिला क्रिकेट टीम के लिए किया गया है।
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आमतौर पर भारतीय क्रिकेटरों की गिनती पैसे वालों में होती है लेकिन सभी क्रिकेटर ऐसे नहीं होते। खराब माली हालत से तंग आकर पूर्व रणजी प्लेयर अमोल जिच्खर ने आत्महत्या कर ली। विदर्भ से रणजी खेलने वाले पूर्व क्रिकेटर अमोल की लाश उनके नागपुर स्थित घर में मिली। मीडिया में आ रही खबरों की मानें तो अमोल ने आर्थिक तंगी से परेशान होने के बाद ये कदम उठाया।
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इंडियन प्रीमियर लीग 2017 के 30वें मुकाबले में बुधवार को राइजिंग पुणे सुपरजाएन्ट और कोलकाता नाइट राइडर्स आमने-सामनें होंगे। मुकाबले का सबसे बड़ा रोमांच केकेआर के कप्तान गौतम गंभीर और आरपीएस के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को आमने-सामने देखने में है। गौतम गंभीर और एमएस धोनी के बीच तनातनी को लेकर तमाम तरह की बातें सामने आती रहती हैं। आईपीएल में पिछली कई भिड़ंत में गंभीर ने जिस तरह से धोनी के खिलाफ सफल माइंडगेम का परिचय दिया है, उससे ये मुकाबला और भी दिलचस्प बन गया है। लीग में अब तक गंभीर जोरदार फॉर्म में हैं, वहीं धोनी आरपीएस के खिलाफ एक पारी को छोड़कर कुछ खास नहीं दिखा सके हैं। बहरहाल दोनों टीम की बात करें तो केकेआर सात में से पांच मैच जीतकर दूसरे पायदान पर है। वहीं आरपीएस सात में से चार मैच जीतकर चौथे पायदान पर है। ये मैच जीतकर दोनों ही टीम अपनी स्थिति काफी मजबूत कर सकती हैं। केकेआर ने अपने पिछले मुकाबले में आरसीबी को महज 49 रन पर ऑलआउट कर 82 रन से जोरदार जीत हासिल की थी। वहीं आरपीएस ने एमआई को तीन रन से रोमांचक शिकस्त दी थी।
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आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी, जिसको क्रिकेट की दुनिया का मिनी वर्ल्डकप भी कहते हैं, एक जून से शुरू होना है। आईसीसी ने इसमें शिरकत कर रहे सभी देशों को अपनी-अपनी टीम 25 अप्रैल तक घोषित करने के लिए कहा था। ये तारीख निकल चुकी है। सभी देशों ने टीम घोषित कर दी है, सिवाय भारत के। भारतीय क्रिकेट का संचालन करने वाली संस्था बोर्ड फॉर कंट्रोल ऑफ क्रिकेट इन इंडिया (बीसीसीआई) ने न तो अब तक भारतीय टीम का चयन किया है, न ही फिलहाल ऐसा करने के मूड में है। इसका कारण है इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) का नया वित्तीय मॉडल। दरअसल बीसीसीआई आईसीसी के प्रस्तावित नए वित्तीय मॉडल से सहमत नहीं है। इस मॉडल में क्रिकेट के बिग थ्री यानी भारत, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैण्ड को मिलने वाले राजस्व को कम किया गया है। इस मॉडल के विरोध में बीसीसीआई चैंपियंस ट्रॉफी-2017 के बहिष्कार की भी धमकी दे चुका है। इस मॉडल को लागू करने या न करने को लेकर अंतिम फैसला आईसीसी की दुबई में जारी बैठक में होगा, जो 27 अप्रैल को खत्म हो रही है। इस बैठक के खत्म होने के बाद जो फैसला आएगा, उसी के आधार पर बीसीसीआई भारतीय टीम के चैंपियंस ट्रॉफी में भविष्य को लेकर फैसला लेगा। अब चूंकि बीसीसीआई ने आईसीसी की दी डेडलाइन तक टीम का न तो चयन किया है, न ही घोषणा। ऐसे में यहां से कई मुमकिन स्थितियां बनती दिख रही हैं।
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आईपीएल में राइजिंग पुणे सुपरजाएन्ट टीम के स्टार ऑलराउंडर बेन स्टोक्स ने टीम के दिग्गज विकेटकीपर-बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी को हीरो, जबकि आरपीएस के ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ को विलेन बताया है। चौंकिए नहीं, स्टोक्स ने ये बात मजाक में कही है। पिछले दिनों आरपीएस टीम के खिलाड़ी मैच से वक्त निकालकर मौज-मस्ती के लिए कुछ एक्टिविटी कर रहे थे। इसी दौरान जब स्टोक्स से पूछा गया कि टीम का कौन सा खिलाड़ी किसी बॉलीवुड फिल्म के हीरो की तरह है, तो झट से उन्होंने महेंद्र सिंह धोनी की ओर इशारा कर दिया। टीम की इस एक्टिविटी का वीडियो गल्फ ऑयल इंडिया ने ट्विटर पर शेयर किया है। वहीं जब स्टोक्स से पूछा गया कि किस खिलाड़ी में उन्हें बॉलीवुड विलेन की झलक दिखती है, तो उन्होंने टीम के कप्तान स्टीव स्मिथ की खिंचाई करते हुए उनका नाम ले डाला। आरपीएस की इस एंटरटेनमेंट ड्रिल में टीम के तीन अहम खिलाड़ी धोनी, स्टोक्स और अजिंक्य रहाणे ने शिरकत की। तीनों ही खिलाड़ियों ने कुछ बेहद दिलचस्प सवालों के जवाब दिए। ऐसा ही एक दिलचस्प सवाल रहा कि आरपीएस का कौन सा खिलाड़ी लड़कियों के बीच सबसे ज्यादा चहेता है? इसके जवाब में स्टोक्स और रहाणे, दोनों ने माही का ही नाम लिया।
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इंडियन प्रीमियर लीग के बाद विश्व की आठ बड़ी टीमें चैंपियन्स ट्रॉफी के लिए इंग्लैंड में मुकाबला करेगी। 1 जून से शुरू हो रहे इस बड़े मुकाबले के लिए पाकिस्तान ने अपने टीम का एलान कर दिया है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) की राष्ट्रीय चयन समिति ने इंजमाम-उल-हक कीअध्यक्षता में 15 सदस्यीय टीम का चयन किया गया है । हैरत वाली बात यह है की पाकिस्तान के धाकड़ बल्लेबाज़ और विकेटकीपर कामरान अकमल को टीम में जगह नहीं मिली है,वहीं उनके भाई उमर अकमल को टीम में चुना गया है। इसके अलावा अज़हर अली की वापसी हुई है। टूर्नामेंट के पहले मुकाबले में पाकिस्तान की भिड़ंत 4 जून को भारत से होगी। पीसीबी के मुताबिक, अज़हर अली को इंग्लैंड में उनके अच्छे रिकॉर्ड के कारण टीम में चुना गया था, जबकि उमर अकमल को अपनी फिटनेस में सुधार के बाद पाकिस्तान में अच्छे प्रदर्शन के चलते टीम में जगह मिली है। स्पिन विभाग का मोर्चा शादाब खान के हाथों में होगा जबकि 23 वर्षीय फहीम अशरफ एक बेहतरीन ऑल राउंडर हैं
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भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली और बॉलीवुड एक्ट्रेस अनुष्का शर्मा की ‘दोस्ती’ ग्लैमर जगत का बड़ा टॉकिंग प्वाइंट रहती है। इसी खास दोस्ती की एक प्यारी झलक देखने को मिली विराट को इंस्टाग्राम अकाउंट के जरिए। जहां विराट को अनुष्का ने सख्त हिदायत दे दी कि वो अपनी दाढ़ी शेव बिल्कुल भी न कराएं। अब अनुष्का के सामने विराट की कहां चलने वाली थी, तो उन्होंने भी झट से हामी भर दी। दरअसल ये पूरा मामला भी भारतीय टीम के खिलाड़ियों के बियर्ड स्टाइल से जुड़ा है। टीम इंडिया के कई खिलाड़ी दाढ़ी रखते हैं। हाल ही में हरफनमौला रविंद्र जडेजा ने अपनी घनी दाढ़ी हटा दी और मूछों के साथ स्टाइलिश लुक अपना लिया। इसके साथ ही भारतीय टीम के खिलाड़ियों के बीच ‘ब्रेक द बियर्ड’ के नाम से ट्रेंड चल पड़ा। इस ट्रेंड को फॉलो करते हुए अजिंक्य रहाणे, रोहित शर्मा और हार्दिक पांड्या ने भी दाढ़ी हटा दी। अब अगला नंबर टीम के सबसे स्टाइलिश खिलाड़ी विराट का था। लेकिन विराट ने इंस्टाग्राम पर अपनी एक फोटो अपलोड करते हुए साफ लिख दिया कि उनके साथियों पर नया लुक जंच रहा है, लेकिन वो अपनी दाढ़ी नहीं हटाने वाले। इस फोटो पर अनुष्का ने विराट को हिदायत देते हुए कमेंट किया कि वो ऐसा हरगिज नहीं कर सकते। विराट ने भी फौरन कमेंट कर अनुष्का की बात पर हामी भर दी।
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दरअसल वाकया मुंबई इंडियंस की पारी के आखिरी ओवर का है। जयदेव उनादकट गेंदबाजी कर रहे थे। ओवर की तीसरी गेंद पर रोहित ऑफ स्टम्प की ओर काफी आगे तक आ गए। उनादकट ने गेंद लेग की ओर जाती हुई फेंकी। जिसे रोहित खेलने से चूक गए, क्योंकि वो काफी आगे निकल आए थे। उन्हें लगा कि ये वाइड बॉल होगी, लेकिन अंपायर ने वाइड का इशारा नहीं किया। इस पर रोहित भड़क गए। उनका मानना था कि इसे वाइड बॉल करार दिया जाना चाहिए था। इसी बात पर उनकी अंपायर एस रवि से काफी गरमागरम बहस हो गई। किसी तरह मामला शांत हुआ। बाद में टीवी रिप्ले से साफ हुआ कि चूंकि रोहित ऑफ स्टम्प पर काफी आगे निकल आए थे, ऐसे में उस गेंद को वाइड करार नहीं दिया जा सकता था।
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आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2017 के लिए टीम घोषित करने की डेडलाइन आज यानी 25 अप्रैल की है। आईसीसी ने चैंपियंस ट्रॉफी में शिरकत कर रहे सभी देशों को निर्देश दिए थे कि वो आज तक अपनी-अपनी टीम की घोषणा कर दे। लगभग सभी देश टीम का चयन कर भी चुके हैं। लेकिन बीसीसीआई ने न तो अब तक भारतीय टीम का चयन किया है, न ही फिलहाल दो दिन तक ऐसा करने के मूड में है। इसका कारण है आईसीसी का नया वित्तीय मॉडल। दरअसल बीसीसीआई आईसीसी के नए वित्तीय मॉडल से सहमत नहीं है। इस मॉडल के विरोध में बीसीसीआई चैंपियंस ट्रॉफी के बहिष्कार की भी धमकी दे चुका है। इस मॉडल को लागू करने या न करने को लेकर अंतिम फैसला आईसीसी की दुबई में जारी बैठक में होगा, जो 27 अप्रैल को खत्म हो रही है। इस बैठक के खत्म होने के बाद जो फैसला आएगा, उसी के आधार पर बीसीसीआई टीम का चयन करने या न करने का फैसला लेगा। क्रिकेट की दुनिया में तीन देशों का राज चलता है। भारत, इंग्लैण्ड और ऑस्ट्रेलिया। इन तीनों देश को क्रिकेट का ‘बिग थ्री’ कहा जाता है। आईसीसी के पिछले वित्तीय मॉडल के आधार पर बिग थ्री को मिलने वाले राजस्व का प्रतिशत बाकी देशों को मिलने वाले राजस्व प्रतिशत से ज्यादा था। इन तीन क्रिकेट बोर्ड के पास बेतहाशा पैसा होने का भी यही कारण था। लेकिन अब आईसीसी ने इस मॉडल को बदलकर हर सदस्य देश का राजस्व बराबर करने का मूड बना लिया है। बीसीसीआई इसके विरोध में है। उसका तर्क है कि क्रिकेट को सबसे ज्यादा मुनाफा, सबसे ज्यादा लोकप्रियता और अन्य मदों से सबसे ज्यादा लाभ ये तीन देश ही देते हैं, इसलिए इनको कुछ अतिरिक्त लाभ देने में आईसीसी को हर्ज नहीं होना चाहिए।
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इंडियन प्रीमियर लीग का दसवां सीजन इंज्री प्रीमियर लीग बन चुका है। टूर्नामेंट के शुरु होने से पहले जो सिलसिला शुरु हुआ वो अब तक जारी है और इसमें नया नाम जुड़ा है गुजरात लायंस के एंड्रयू टाई का। गुजरात लायंस प्ले ऑफ में पहुंचने की जंग लड़ रहा है लेकिन उससे पहले टीम को बड़ा झटका लगा है। टाई कंधे की चोट के कारण इंडियन प्रीमियर लीग के बाकी मैचों से बाहर हो गये हैं।