कॉमनवेल्थ गेम्स से पहले भारत की मुश्किलें थमने का नाम ही नहीं ले रहा। पहले सिरिंज का मामला, फिर भारतीय दल का डोप टेस्ट और अब फिजियो का खेलगांव से बाहर निकालना। कुल मिलाकर भारत के पक्ष में अभी कुछ भी अच्छा नहीं हुआ है। खबर आ रही है कि भारतीय वेटलिफ्टिंग टीम के फिजियो अक्रांत सक्सैना को खेलगांव से बाहर कर दिया गया है।
अमर उजाला के एक रिपोर्ट के अनुसार, रविवार को जब भारतीय दल खेलगांव पहुंचा तो अक्रांत को टीम के साथ ही रहने दिया गया था। लेकिन बाद में उन्हें ये कहकर बाहर निकाल दिया गया कि उनके कार्ड पर पर्सनल कोच लिखा है। नियम के मुताबिक, पर्सनल कोच टीम के साथ नहीं रह सकते।
गौरतलब है कि वेटलिफ्टिंग टीम के साथ चार कोच हैं लेकिन एक भी फिजियो नहीं है। अक्रांत सक्सेना को वेटलिफ्टर मीराबाई चानू के निवेदन पर टीम के साथ भेजा गया था। चूंकि, चानू इस समय मेडल लाने की प्रबल दावेदार मानी जा रही है। इसलिए, भारतीय खेल मंत्रालय और आईओए ने वेटलिफ्टिंग के मैनेजर चंद्रहंस राय की जगह पर अक्रांत सक्सेना को भेजने का निर्णय किया था।
रिपोर्ट्स की मानें तो अब फिजियो को खेलगांव से बाहर दस किलोमीटर दूर एक होटल में ठहराया है। वहीं, सिरिंज विवाद के बारे में बात करें तो भारतीय बॉक्सर को क्लीन चिट दे दिया गया है। लेकिन हर भारतीय खिलाड़ी इस समय शक के घेरे में है। खासकर, तैराक, बॉक्सर और जिमनास्ट पर कड़ी निगरानी रखी गई है।