कहते है भारतीय नारी किसी से कमजोर नहीं होती, न ही किसी से कम, उसे तो बस जरुरत होती है प्रोत्साहन की। यहाँ हम बात कर रहे है भारत की पहली डब्ल्यूडब्ल्यूई महिला रेसलर कविता देवी की। रेसलिंग के रिंग में सलवार सूट पहनकर फाइट करने वाली कविता के बारे में कहा जाता है कि वह रिंग में इतनी फुर्तीली हैं कि वह शेरनी की तरह विरोधी खिलाड़ियों पर टूट पड़ती है। उसे हार्ड केडी कहा जाता है। ग़ौरतलब हो, कविता लगातार चार बार सीनियर नेशनल चैंपियन, नेशनल गेम्स में चैंपियन, साउथ एशियन गेम्स में चैंपियन रह चुकी है।
इतना आसान नहीं था रेसलिंग रिंग

Picture Source :- The Better India
कविता का कहना है कि पुरुष प्रधान सोच वाले समाज से लड़ना आसान नहीं होता और इसी के चलते उन्हें और उनके परिवार को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। बेहद कठिन परिस्थियों का सामना करते हुए कविता ने अपने सपने को जिया और पहली महिला पहलवान बन डब्लूडब्लूई में देश का प्रतिनिधित्व किया।
एसएसबी में कांस्टेबल की नौकरी छोड़ चुकी है कविता

Picture Source :- she the people
क्या कहना हैं अपनी लाडली के बारे में

Picture Source :- Pro Wrestling – Fandom